बस्तर

कोरापुट-जयपोर सेक्शन में भूस्खलन के दो दिन बाद ट्रेनों का संचालन बहाल
04-Jul-2025 8:58 PM
कोरापुट-जयपोर सेक्शन में भूस्खलन के दो दिन बाद ट्रेनों का संचालन बहाल

बारिश के कारण 25,000 घन मीटर मलबा और चट्टानों से पटरी ढक गई थी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

जगदलपुर, 4 जुलाई। दो दिन पहले वाल्टेयर मंडल के अंतर्गत कोरापुट किरंदुल रेलमार्ग के जराटी और मालीगुड़ा स्टेशनों के बीच भारी वर्षा के कारण 2 जुलाई को हुए भूस्खलन के बाद ईस्ट कोस्ट रेलवे ने अपने सैकड़ों के लगभग मजदूरों को लगाकर जाम हुए रेलमार्ग को फिर से सुचारु करने के लिए जी जान एक कर दिया, जहाँ दो दिनों के भीतर ही बहाली कार्य को पूरा कर लिया है, जिसके चलते अब फिर से रेलगाड़ी दौड़ते हुए नजर आएगी।

ज्ञात हो कि बस्तर जिले में लगातार बारिश के चलते जगदलपुर से विशाखापटनम चलने वाली यात्री ट्रेन के रैक पर करीब 25,000 घन मीटर मलबा और चट्टानों से रेलवे ट्रैक ढक गया था, जिससे कोरापुट और किरंदुल के बीच रेल यातायात पूरी तरह प्रभावित हो गया था।

 कठिन पहाड़ी इलाकों और लगातार हो रही वर्षा के बावजूद रेलवे की टीमों ने त्वरित कार्रवाई करते हुए युद्धस्तर पर बहाली कार्य प्रारंभ किया, जहाँ सैकड़ों मजदूरों को लगाकर मलबे को हटाने के गाडिय़ों से लेकर मशीनों का उपयोग किया गया।

घटनास्थल पर 16 खुदाई मशीनें और भारी वाहनों को तैनात किया गया, 300 से अधिक कर्मचारी, जिनमें इंजीनियर, तकनीकी स्टाफ और ग्राउंड वर्कर शामिल थे, 24 घंटे कार्य करते रहे। इस बहाली कार्य की निगरानी डिविजनल रेलवे मैनेजर और वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा सीधे तौर पर की गई।

इस त्वरित कार्रवाई की डब्ल्यूएटी (वाल्टेयर) डिवीजन के डीआरएम ललित बोहरा, रायगढ़ा डीआरएम अमिताभ सिंघल, अतिरिक्त डीआरएम सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने व्यक्तिगत रूप से निगरानी की और सुचारू रूप से बहाली सुनिश्चित की, महज दो दिनों में मलबा हटाकर ट्रैक को 4 जुलाई की शाम तक फिट घोषित कर दिया गया।

सुरक्षा के दृष्टिकोण से प्रभावित स्थल पर सीमित गति से ट्रेन संचालन की अनुमति दी गई है। ओवरहेड इक्विपमेंट, सिग्नलिंग और अन्य सुरक्षा प्रणाली से संबंधित कार्य प्रगति पर हैं और जल्द ही पूर्ण हो जाएंगे।

ईस्ट कोस्ट रेलवे के महाप्रबंधक परमेश्वर फंकवाल ने इस कठिन समय में टीम की समर्पण भावना, नेतृत्व क्षमता और समन्वय की सराहना की। उन्होंने कहा, कठिन मौसम और भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद यह बहाली कार्य हमारी प्रतिबद्धता, कार्यकुशलता और सार्वजनिक सेवा के प्रति समर्पण का प्रतीक है।

फिलहाल ओएचई और सिग्नलिंग से संबंधित शेष कार्यों के पूरा होते ही ट्रेनों का नियमित संचालन प्रारंभ कर दिया जाएगा, हालांकि कोचिंग रेक की अस्थायी अनुपलब्धता और रेक समायोजन के चलते कुछ ट्रेनों को आज रद्द या आंशिक रूप से रद्द किया गया है तथा कुछ गाडिय़ां केवल कोरापुट तक ही चलाई जाएंगी।


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