अभिनेता सोनू सूद की बहन मालविका सूद कांग्रेस में शामिल हो गई हैं.
पंजाब कांग्रेस के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने विधानसभा चुनाव से पहले इस क़दम को 'गेम चेंजर' बताया है.
वहीं पंजाब के मुख्यमंत्री भी इस मौक़े पर मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि इतने अच्छे परिवार का एक सदस्य हमारी पार्टी में शामिल हो रहा है.
इस घोषणा से पहले पंजाब कांग्रेस के प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू ने सोमवार को अभिनेता सोनू सूद और उनकी बहन से मोगा स्थित उनके आवास पर मुलाक़ात की.
16वीं पंजाब विधानसभा की 117 सीटों पर चुनाव की तारीखों का एलान कर दिया गया है.
पंजाब में 14 फरवरी को विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं और नतीजे 10 मार्च को घोषित किए जाएंगे.
पंजाब में विधानसभा चुनाव जीतने के लिए किसी भी दल या गठबंधन को 59 का आंकड़ा हासिल करना होता है.
क्यों अहम है ये बैठक
सोनू सूद के साथ नवजोत सिंह की सिद्धू को राजनीतिक गलियारों में काफी अहम माना जा रहा है.
दरअसल, कोरोना महामारी की पहली लहर के दौरान बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद ने लॉकडाउन की वजह से फँसे मज़दूरों को घर पहुंचाने में उनकी हरसंभव मदद की थी.
उन्होंने उनके लिए बसों से लेकर खाने-पीने की चीज़ों तक का इंतज़ाम किया था.
तब से शुरू हुआ सिलसिला अभी जारी है और लोग सोनू सूद से अलग-अलग माध्यमों से मदद मांगते रहते हैं और सोनू मदद भी करते हैं.
उनके इस काम ने एक बड़े समुदाय के बीच उनकी छवि को काफी बड़ा बना दिया है और अगर सोनू सूद किसी पार्टी के साथ जाते हैं या समर्थन जताते हैं तो निश्चित तौर पर यह उस पार्टी के लिए फ़ायदेमंद साबित होगा.
इससे पूर्व साल 2020 में चुनाव आयोग की ओर से सोनू सूद को पंजाब का 'स्टेट आइकन' बनाया गया था.
पंजाब के तत्कालीन मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने उन्हें पंजाब के लोगों को वोट देने के लिए जागरूक करने के लिए आग्रह किया था.
लेकिन फिर बाद में निर्वाचन आयोग ने उनके स्टेट आइकन की नियुक्ति को वापस ले लिया था.
आयोग ने दलील दी थी कि सोनू सूद की बहन राजनीति में आने की घोषणा कर चुकी हैं और वह ख़ुद भी राजनीतिक दलों के नेताओं से मिलते रहते हैं, इसलिए ऐसा किया गया. (bbc.com)