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राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के समापन पर मुंबई में आयोजित इंडिया गठबंधन की रैली में नेताओं ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) पर जमकर निशाना साधा.
नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फ़ारूक़ अब्दुल्ला ने कहा कि अगर गठबंधन की सरकार आई तो ईवीएम को हटा दिया जाएगा और चुनाव आयोग को आज़ाद किया जाएगा.
उन्होंने कहा, "ईवीएम मशीन चोर है. अपने वोट को बचाना है. जब बटन दबाएं तो देखें कि जहां वोट दिया, वहां गया या किसी और को गया. हमने इस मशीन को हटाने के लिए काफ़ी हंगामा किया. मुझे उम्मीद है कि जब इंडिया गठबंधन की सरकार आएगी, उसमें ये मशीन ख़त्म हो जाएगी."
राहुल गांधी ने कहा कि "राजा की आत्मा ईवीएम में है और हिंदुस्तान की हर संस्था में है, ईडी में है, सीबीआई में है, इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में है."
उन्होंने कहा, "हम एक शक्ति से लड़ रहे हैं."
उन्होंने सवाल किया, "चुनाव आयोग ईवीएम से निकलने वाली पर्ची का मिलान करने को क्यों राजी नहीं है?"
वहीं रैली में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "मोदी जी के पास आरएसएस, आरएसएस की विचारधारा और मनुवाद की शक्ति है. वे हमें पूरी तरह से कुचलना चाहते हैं."
"कर्नाटक से बीजेपी का एक सांसद कहता है कि दो तिहाई बहुमत चाहिए क्योंकि संविधान बदलना है. ये अच्छाई के लिए नहीं है. लोकतंत्र और संविधान हमें किस्मत से मिला है."
वहीं एनसीपी (एससीपी) के मुखिया शरद पवार ने कहा कि "इसी शहर में महात्मा गांधी ने भारत छोड़ो का नारा दिया था. आज उसी शहर में हमें विचार करना चाहिए कि भाजपा से मुक्ति कैसे पाएं."
रैली में शामिल बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने कहा, "आज भारत जोड़ो न्याय यात्रा का अंतिम दिन रहा है. राहुल गांधी ने पूरे देश में यात्रा कर पैगाम देने की कोशिश की है."
"आज एक तरफ नफ़रत फैलाई जा रही है, टकराव की बात की जा रही है, प्रोपेगैंडा किया जा रहा है, संवैधानिक संस्थानों को हाईजैक किया जा रहा है, चुनी हुई सरकारों को ईडी सीबीआई के ज़रिये डराकर खरीदा, तोड़ा, गिराया जा रहा है. ऐसे वक्त में राहुल गांधी ने देश के लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए, अमन, चैन और भाईचारा कायम करने और नफ़रत को हराने के लिए जो यात्रा की है, इसके लिए हम दिल से धन्यवाद देते हैं."
मुंबई के शिवाजी पार्क में आयोजित इंडिया गठबंधन की इस रैली में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी नेता महबूबा मुफ़्ती, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और डीएमके नेता एमके स्टालिन, शिवसेना (यूबीटी) के नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे समेत विपक्ष के कई नेता शामिल हुए.
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव इस रैली में नहीं पहुंचे. उन्होंने अपनी व्यस्तता का हवाला दिया था.
इंडिया गठबंधन के घटक दलों में सीटों के बंटवारे पर सोमवार को दिल्ली में बैठक होनी है. (bbc.com/hindi)
चीन की सेना ने एक बार फिर अरुणाचल प्रदेश पर अपना दावा किया है. उसने कहा है कि अरुणाचल प्रदेश चीन का 'आतंरिक हिस्सा' है.
चीन ने इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र की अरुणाचल दौरे का भी विरोध किया था.
चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता सीनियर कर्नल चांग शियाओगेंग ने कहा,''शिज़ांग का दक्षिणी हिस्सा चीन का आंतरिक क्षेत्र है. चीन भारत की ओर से अवैध तौर पर स्थापित कथित अरुणाचल प्रदेश का विरोध करता है. हमने अरुणाचल प्रदेश को कभी मान्यता नहीं दी है.''
चीन का ये बयान भारतीय सेना की ओर से अरुणाचल प्रदेश में सेला टनल के निर्माण के ज़रिये अपनी सैन्य मज़बूती की कोशिश के बाद आया है. चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिण तिब्बत मानता है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 मार्च को अरुणाचल प्रदेश का दौरा कर सेला टनल का उद्घाटन किया था. इस पर चीन ने आपत्ति जताई थी.
भारत के लिए रणनीतिक तौर पर अहम इस सुरंग के उद्घाटन बाद चीन ने कहा था भारत का ये क़दम सीमा विवाद को और जटिल बना देगा.
उस दौरान भी चीन ने कहा था कि वह अरुणाचल प्रदेश को कभी मान्यता नहीं दे सकता क्योंकि भारत ने इसे अवैध तरीके से स्थापित किया है.
चीन की ओर से पीएम मोदी की अरुणाचल प्रदेश की यात्रा पर आपत्ति के जवाब में भारतीय विदेश मंत्रालय ने जवाब दिया था.
मंत्रालय ने कहा था कि चीन के विरोध से यह हकीकत बदल नहीं जाएगी कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न हिस्सा है.
मंत्रालय ने कहा था अरुणाचल प्रदेश में भारत की विकास परियोजनाओं पर चीन का विरोध बेतुका है. (bbc.com/hindi)
नयी दिल्ली, 17 मार्च । रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर (आरसीबी) ने रविवार को यहां फाइनल में दिल्ली कैपिटल्स को तीन गेंद रहते आठ विकेट से हराकर महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) के दूसरे चरण का खिताब अपने नाम किया।
टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी दिल्ली कैपिटल्स की टीम 18.3 ओवर में 113 रन पर सिमट गयी।
आरसीबी ने 19.3 ओवर में दो विकेट 115 रन बनाकर ट्राफी जीती। (भाषा)
रायपुर, 17 मार्च। भाजपा के प्रदेश प्रभारी ओम माथुर की तरह सह प्रभारी नितिन नबीन भी छत्तीसगढ़ से जल्द दूर हो सकते हैं। विधानसभा चुनाव में दिन रात मेहनत कर पार्टी को सत्तासीन करने में अहम किरदार रहे नबीन को राष्ट्रीय नेतृत्व ने तोहफा दिया है । नबीन, नीतिश कुमार सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए गए हैं। उन्हे नगर विकास और आवास विभाग दिया गया है ।नबीन इससे पहले भी नीतिश सुशील मोदी सरकार में मंत्री रहे हैं । वह सरकार गिरने के बाद उन्हे छत्तीसगढ़ संगठन का सह प्रभारी बनाया गया था।
रायपुर, 17 मार्च। छत्तीसगढ़ की जानी मानी सामाजिक कार्यकर्ता और वकील सुधा भारद्वाज की किताब ‘फ्राम फाँसी यार्ड’ को टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने बेस्ट ऑथर अवार्ड दिया है। यह समारोह आज दिल्ली में हुआ है ।
नयी दिल्ली, 17 मार्च । दिल्ली कैपिटल्स अच्छी शुरूआत के बाद रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के स्पिनरों के सामने बल्लेबाजों के लचर प्रदर्शन से रविवार को यहां महिला प्रीमियर लीग (डब्ल्यूपीएल) फाइनल में 18.3 ओवर में 113 रन पर सिमट गयी।
दिल्ली कैपिटल्स ने सलामी बल्लेबाज शेफाली वर्मा (44 रन) और कप्तान मेग लैनिंग (23 रन) की मदद से 43 गेंद में बिना विकेट गंवाये 64 रन बनाकर अच्छी शुरूआत की। लेकिन इसके बाद टीम ने 28,781 दर्शकों के सामने महज 49 रन के अंदर सभी 10 विकेट गंवा दिये।
आस्ट्रेलिया की बायें हाथ की स्पिनर सोफी मोलिनू (20 रन देकर तीन विकेट) ने आठवें ओवर में तीन विकेट चटकाकर दिल्ली कैपिटल्स के बल्लेबाजी क्रम के चरमराने का सिलसिला शुरू किया। इसके बाद मेजबान टीम इन झटकों से नहीं उबर सकी और लगातार अंतराल पर विकेट गंवाकर फाइनल में लड़खड़ा गयी।
इसमें श्रेयंका पाटिल का भी अहम योगदान रहा जिन्होंने 3.3 ओवर में 12 रन देकर चार विकेट झटके।
टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी दिल्ली कैपिटल्स के लिए टूर्नामेंट की दूसरी सबसे ज्यादा रन जुटाने वाली बल्लेबाज लैनिंग (23 गेंद) और शेफाली (27 गेंद) ने अच्छी शुरूआत की।
शेफाली ने पहली 11 गेंद में धीमी शुरूआत के बाद तेजी दिखायी। उन्होंने अपनी पारी के तीन छक्के स्ट्रेट लगाये। दूसरे ओवर की अंतिम गेंद पर हाथ खोलते हुए घुटने के बल बैठकर पहला छक्का मोलिनू पर लांग ऑन पर जड़ा।
चौथे ओवर में दायें हाथ की तेज गेंदबाज रेणुका सिंह को गेंदबाजी पर लगाया गया जिनके ओवर में 19 रन बने। शेफाली ने उनके सिर के ऊपर छक्का जड़कर आक्रामकता दिखायी जिससे लैनिंग भी उत्साहित हो गयीं।
इसके बाद लैनिंग ने इसी ओवर की आखिरी दो गेंदों पर दो चौके जड़ दिये।
शेफाली ने आस्ट्रेलियाई आल राउंडर एलिसे पेरी पर एक छक्का और एक चौका जड़ा जिससे दिल्ली का स्कोर पांच ओवर में 52 रन पर पहुंच गया।
दोनों सलामी बल्लेबाजों ने आक्रामकता जारी रखते हुए अगले ओवर में सोफी डिवाइन पर एक एक चौका जड़ा।
इसके बाद आरसीबी ने दिल्ली कैपिटल्स पर ब्रेक लगाने में कामयाबी हासिल की जब मोलिनू ने आठवें ओवर में शेफाली, जेमिमा रोड्रिग्स और एलिस कैप्सी को आउट करते हुए तीन विकेट झटके। बल्कि वह हैट्रिक के करीब खड़ी थीं लेकिन ऐसा नहीं हो पाया।
दिल्ली कैपिटल्स का स्कोर तीन विकेट पर 72 रन हो गया। लैनिंग पारी को संभालने की कोशिश में जुटी थीं लेकिन श्रेयंका की गेंद पर पगबाधा आउट हो गयीं।
घरेलू टीम ने गैर जरूरी बड़े शॉट की तलाश में लगातार विकेट गंवाना जारी रखा और 81 रन तक छह विकेट खो दिये।
दिल्ली कैपिटल्स ने सात विकेट महज 23 रन में गंवा दिये। (भाषा)
संयुक्त प्रकोष्ठ की बैठक प्रत्याशी बृजमोहन को किया संबोधित
रायपुर, 17 मार्च। आज रायपुर लोकसभा चुनाव के दृष्टिकोण से रायपुर शहर और रायपुर ग्रामीण भाजपा संयुक्त प्रकोष्ठ की बैठक एकात्म परिसर में हुई। प्रत्याशी और कैबिनेट मंत्री शबृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि हम सभी भाजपा कार्यकर्ता एक ही लक्ष्य की प्राप्ति के लिए तत्पर हैं तीसरी बार मोदी सरकार और वो 400 पार लेकिन हम सभी को एकजुट होकर रायपुर लोकसभा से सबसे बड़ी जीत दर्ज करने का कीर्तिमान स्थापित करने के लिए मेहनत करना है। उन्होंने कार्यकर्ताओ से कहा आप सभी के अनुसार रायपुर लोकसभा अबकी बार कितने पार का जवाब देते हुए कार्यकर्ताओ ने कहा अबकी बार रायपुर लोकसभा 8 लाख पार।
प्रदेश महामंत्री संजय श्रीवास्तव रायपुर के सह संयोजक अशोक बजाज ने संबोधित किया। उत्तर विधायक पुरंदर मिश्रा ने भी कार्यकर्ताओ की ओर से बड़ी लीड दिलाने का वादा भी किया।
इससे पूर्व जिला अध्यक्ष जयंती पटेल ने कहा कि हमे अधिक से अधिक मत सभी विधानभाओं में हासिल कर ऐतिहासिक कीर्तिमान के लक्ष्य प्राप्त करने में अपना भरपूर योगदान देना है।
आज की बैठक में विशेष रूप से प्रभारी राजेश अग्रवाल , प्रदेश संयोजक आर्थिक प्रकोष्ठ प्रदीप सिंह , प्रदेश संयोजक व्यवसायिक प्रकोष्ठ पूर्व विधायक विमल चोपड़ा, सुरेन्द्र पाटनी, बजरंग खंडेवाल, अकबर अली, नितेश दुबे, सचिन सिंघल, कमल पारेख, सतीश छुगानी, भावेश भुसारी, सूरज साहु, सुनील भंसाली सहित संयुक्त प्रकोष्ठ के सभी प्रमुख विशेष रूप से उपस्थित थे ।
नयी दिल्ली, 17 मार्च। अब रद्द हो चुके चुनावी बॉण्ड के शीर्ष खरीदार ‘फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज’ ने इसके माध्यम से तमिलनाडु की सत्तारूढ़ पार्टी द्रमुक को 509 करोड़ रुपयों का दान दिया। निर्वाचन आयोग के आंकड़ों से रविवार को यह जानकारी सामने आई।
भाजपा को 2018 में चुनावी बॉण्ड योजना के लागू होने के बाद से इनके (बॉण्ड के) माध्यम से सबसे अधिक 6,986.5 करोड़ रुपये की धनराशि प्राप्त हुई, इसके बाद पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (1,397 करोड़ रुपये), कांग्रेस (1,334 करोड़ रुपये) और बीआरएस (1,322 करोड़ रुपये) का स्थान रहा।
आंकड़ों के मुताबिक, ओडिशा की सत्तारूढ़ पार्टी बीजद को 944.5 करोड़ रुपये मिले। इसके बाद द्रमुक ने 656.5 करोड़ रुपये और आंध्र प्रदेश की सत्तारूढ़ पार्टी वाईएसआर कांग्रेस ने लगभग 442.8 करोड़ रुपये के बॉण्ड भुनाए।
जद (एस) को 89.75 करोड़ रुपये के बॉण्ड मिले, जिसमें चुनावी बॉण्ड की दूसरी सबसे बड़ी खरीदार मेघा इंजीनियरिंग से 50 करोड़ रुपये भी शामिल हैं।
‘लॉटरी किंग’ सेंटियागो मार्टिन का फ्यूचर गेमिंग 1,368 करोड़ रुपयों के साथ चुनावी बॉण्ड का सबसे बड़ा खरीदार था, जिसमें से लगभग 37 प्रतिशत द्रमुक को गया। द्रमुक के अन्य प्रमुख दानदाताओं में मेघा इंजीनियरिंग 105 करोड़ रुपये, इंडिया सीमेंट्स 14 करोड़ रुपये और सन टीवी 100 करोड़ रुपये शामिल हैं।
तृणमूल कांग्रेस को चुनावी बॉण्ड के माध्यम से 1,397 करोड़ रुपये मिले और वह भाजपा के बाद दूसरी सबसे बड़ी प्राप्तकर्ता है।
द्रमुक दानदाताओं की पहचान का खुलासा करने वाले कुछ राजनीतिक दलों में से एक है, जबकि भाजपा, कांग्रेस, तृणमूल और आप जैसे प्रमुख दलों ने निर्वाचन आयोग को इन विवरणों का खुलासा नहीं किया था। उच्चतम न्यायालय के निर्देश पर निर्वाचन आयोग ने चुनावी बॉण्ड से जुड़ी जानकारी अब सार्वजनिक कर दी है।
तेदेपा ने 181.35 करोड़ रुपये, शिवसेना ने 60.4 करोड़ रुपये, राजद ने 56 करोड़ रुपये, समाजवादी पार्टी ने चुनावी बॉण्ड के जरिए 14.05 करोड़ रुपये प्राप्त किए। आंकड़ों में कहा गया कि अकाली दल ने 7.26 करोड़ रुपये, अन्नाद्रमुक ने 6.05 करोड़ रुपये, नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 50 लाख रुपये के बॉण्ड भुनाए।
माकपा ने घोषणा की थी कि वह चुनावी बॉण्ड के माध्यम से धन प्राप्त नहीं करेगी, जबकि एआईएमआईएम और बसपा ने कोई रकम प्राप्त नहीं करने की जानकारी दी है। (भाषा)
अहमदाबाद (गुजरात), 17 मार्च (भाषा)। अहमदाबाद में लोगों के एक समूह ने गुजरात विश्वविद्यालय के छात्रावास की इमारत में नमाज पढ़ने के लिए विभिन्न देशों के छात्रों से कथित तौर पर मारपीट की, जिनमें से दो को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है।
पुलिस ने रविवार को बताया कि शनिवार रात को हुई इस घटना के बाद श्रीलंका और ताजिकिस्तान के एक-एक छात्र को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पुलिस आयुक्त जी.एस. मलिक ने बताया कि 20 से 25 लोगों के खिलाफ एक प्राथमिकी दर्ज की गयी है और घटना की जांच के लिए सुरक्षाकर्मियों के नौ दल गठित किए गए हैं।
मलिक ने बताया कि घटना की सूचना शनिवार रात करीब 10 बजकर 50 मिनट पर मिली जब करीब 20-25 लोग गुजरात विश्वविद्यालय के छात्रावास में घुस गए और उन्होंने अफगानिस्तान, उज्बेकिस्तान तथा अन्य देशों के छात्रों के छात्रावास में नमाज पढ़ने पर आपत्ति जतायी।
उन्होंने बताया कि गुजरात विश्वविद्यालय में अफगानिस्तान, ताजिकिस्तान, श्रीलंका और अफ्रीकी देशों के छात्रों समेत करीब 300 अंतरराष्ट्रीय छात्र पंजीकृत हैं। करीब 75 अंतरराष्ट्रीय छात्र विश्वविद्यालय के ए-ब्लॉक छात्रावास में रहते हैं जहां यह घटना हुई।
मलिक ने बताया, ‘‘करीब 20-25 लोग छात्रावास के परिसर में घुसे और उन्होंने वहां अंतरराष्ट्रीय छात्रों के नमाज पढ़ने पर आपत्ति जताते हुए उनसे मस्जिद में नमाज पढ़ने के लिए कहा। उनकी इस मुद्दे पर बहस हुई और उन्होंने उनसे मारपीट की तथा पथराव किया।’’
उन्होंने बताया कि पुलिस ने नियंत्रण कक्ष को 10:51 मिनट पर सूचना मिलने के कुछ ही मिनटों के भीतर कार्रवाई की। पुलिस की एक वैन घटनास्थल पर पहुंची और कार्रवाई की गयी।
उन्होंने बताया कि दो छात्रों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है जो श्रीलंका तथा ताजिकिस्तान से हैं।
मलिक ने बताया कि 20-25 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है और उन्हें जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि हालात काबू में हैं।
उन्होंने बताया कि मामले की निगरानी संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) करेंगे।
नयी दिल्ली, 17 मार्च। उच्चतम न्यायालय में याचिका दायर कर एक मार्च 2018 से लेकर 11 अप्रैल 2019 के बीच खरीदे गए चुनावी बॉण्ड का खुलासा करने का अनुरोध किया गया है।
याचिका में कहा गया है कि मतदाता योजना शुरू होने के बाद से पूरी अवधि तक राजनीतिक दलों को मिले चंदे के बारे में जानने के हकदार हैं।
उच्चतम न्यायालय ने पिछले महीने ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए केंद्र की चुनावी बॉण्ड योजना को “असंवैधानिक” बताकर रद्द कर दिया था। इस योजना के तहत राजनीतिक दलों को गोपनीय रूप से चंदा दिया जाता था।
न्यायालय योजना के तहत अधिकृत वित्तीय संस्थान भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) को 12 अप्रैल, 2019 से 15 फरवरी, 2024 तक खरीदे गए बॉण्ड का विवरण निर्वाचन आयोग को सौंपने का आदेश दिया था।
‘सिटीजन राइट्स ट्रस्ट’ की याचिका में कहा गया है कि मार्च 2018 से अप्रैल 2019 के बीच 4,002 करोड़ रुपये के 9,159 बॉण्ड बेचे गए हैं और इनका भी खुलासा किया जाना चाहिए।
याचिका में एसबीआई को 1 मार्च, 2018 से 11 अप्रैल, 2019 तक बेचे और भुनाए गए चुनावी बॉण्ड का विवरण निर्वाचन आयोग से साझा करने का निर्देश देने अनुरोध किया गया है, जिसमें अल्फान्यूमेरिक नंबर, खरीद की तारीख, मूल्यवर्ग, दानदाताओं व पार्टियों के नाम शामिल हों।
याचिका में कहा गया है, “ चुनावी बॉण्ड योजना को संविधान के अनुच्छेद 19 (1) (ए) का उल्लंघन माने जाने के बाद नागरिक मार्च 2018 (योजना की शुरूआत) से पूरी अवधि के दौरान दाता और प्राप्तकर्ता का विवरण जानने के हकदार हैं।” (भाषा)
कोलकाता, 17 मार्च। भाजपा के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी विपक्षी गठबंधन के लिए ‘बोझ’ बन गए हैं। उन्होंने दावा किया कि आगामी लोकसभा चुनावों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी के हाथों हार के बाद कई विपक्षी दलों को मान्यता खोने का जोखिम हो सकता है।
पूर्व केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री ने नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) के कार्यान्वयन से उत्पन्न हुई आशंकाओं को दूर करने की कोशिश करते हुए कहा, "मुसलमानों सहित एक भी भारतीय नागरिक नए कानून से प्रभावित नहीं होगा" और उन्होंने विपक्ष पर देशभर में सांप्रदायिक संघर्ष और भ्रम पैदा करने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
‘पीटीआई-भाषा’ को दिए एक साक्षात्कार में नकवी ने विपक्षी दलों, विशेषकर कांग्रेस के प्रति जनता के बीच विश्वास की व्यापक कमी का हवाला देते हुए, लगातार तीसरी बार भाजपा सरकार की निर्णायक जीत का पूर्वानुमान जताया।
उन्होंने विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' की आलोचना करते हुए कहा कि इसमें सुसंगत नेतृत्व और नीतियों का अभाव है, गठबंधन का आंतरिक संघर्ष और महत्वाकांक्षाएं इसकी प्रभावशीलता में बाधा बन रही हैं।
उन्होंने कहा "विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' उनके सहयोगियों के लिए एक चुनौती है, भाजपा के लिए नहीं। उनके बीच बहुत संघर्ष और भ्रम है क्योंकि न तो कोई नेतृत्व है और न ही कोई स्पष्ट नीति है। हर किसी की प्रधानमंत्री पद की महत्वाकांक्षा है। लोग कांग्रेस की 'रिमोट'-नियंत्रित सरकार नहीं चाहते।"
विपक्ष के भीतर नेतृत्व संकट के संबंध में नकवी ने राहुल गांधी को विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के लिए एक ‘बोझ’ बताया और कहा कि विपक्ष की हताशा उनकी बयानबाजी में स्पष्ट है।
उन्होंने कहा "राहुल गांधी विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के लिए बोझ हैं। अब सन्निकट हार पर उनकी उदासी उनके दुर्व्यवहारों के माध्यम से दिखाई दे रही है जो उनकी हताशा को दर्शाता है। 'इंडिया' गुट किसी भी तरह से भाजपा के लिए चुनौती नहीं है।"
नकवी ने कहा कि चुनाव के बाद, कई राजनीतिक दलों को वोटों की कम संख्या के कारण अपनी मान्यता बनाए रखने के लिए संघर्ष करना पड़ सकता है।
उन्होंने कहा, 'देश ने अपना रुख स्पष्ट कर लिया है कि वे उन राजनीतिक दलों को हराएंगे जो सुशासन की राह में बाधाएं पैदा कर रहे हैं।'
उन्होंने कहा, "लोकसभा चुनाव के बाद कई राजनीतिक दल अपनी मान्यता बनाए रखने के लिए निर्वाचन आयोग के चक्कर लगाएंगे (क्योंकि प्राप्त वोट मान्यता के लिए निर्धारित मानदंडों से बहुत कम होंगे)।"
जनता दल (यूनाइटेड) और राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) जैसे पूर्व सहयोगियों के साथ छोड़ने पर विपक्षी गठबंधन का मजाक उड़ाते हुए नकवी ने कहा कि ‘‘कांग्रेस वंशवाद, प्रतिनियुक्ति (किसे वे तय करेंगे) और हुक्म (जो उनकी इच्छा के अनुसार काम करेगा) के गुण के आधार पर शासन करना चाहती है।"
पूर्व मंत्री ने सीएए के साथ ही राष्ट्रीय नागरिक पंजी(एनआरसी) के कार्यान्वयन की अटकलों को लेकर उत्पन्न विपक्ष की चिंताओं को खारिज करते हुए इन्हें राजनीतिक लाभ के लिए सांप्रदायिक तनाव भड़काने के उद्देश्य से भय फैलाने वाली रणनीति बताया।
विपक्ष पर सीएए को लेकर झूठे प्रचार के साथ देश में सांप्रदायिक भ्रम पैदा करने की कोशिश का आरोप लगाते हुए नकवी ने दावा किया "मुसलमान सहित अल्पसंख्यकों का हर वर्ग भारत में सुरक्षित है। सीएए किसी की भी नागरिकता छीनने के लिए नहीं है। यह पड़ोसी देशों के प्रताड़ित धार्मिक अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने के लिए है।" (भाषा)
भोपाल, 17 मार्च। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को कहा कि कांग्रेस की हालत इतनी बुरी हो गई है कि सोनिया गांधी जैसी नेता तक को संसद पहुंचने के लिए लोकसभा चुनाव लड़ने के बजाय “पिछले दरवाजे” राज्यसभा का सहारा लेना पड़ रहा है।
उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि राहुल गांधी की निर्णय लेने की क्षमता भ्रम से भरी है और कांग्रेस को लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार नहीं मिल रहे।
विदिशा से लोकसभा चुनाव लड़ रहे चौहान ने कहा, "राहुल गांधी एक ऐसे कप्तान हैं, जो नहीं जानते कि क्या करना है और कब करना है। जब उन्हें चुनाव की तैयारी करनी चाहिए, तब वह यात्रा पर निकल जाते हैं, और जब उन्हें यात्रा पर निकलना चाहिये, तब वह विदेश चले जाते हैं। फिर हार के बाद वह ईवीएम को लेकर शोर मचाएंगे।’’
चौहान ने कहा, “कांग्रेस के विचारशील नेता पार्टी की खराब हालत देखकर इसे छोड़ रहे हैं। एक के बाद एक चुनाव हारने के बाद हालात इतने खराब हैं कि सोनिया गांधी ने भी चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया और राज्यसभा के जरिए पिछले दरवाजे से एंट्री ले ली। अब कोई कल्पना कर सकता है कि उस पार्टी का क्या होगा, जिसके सर्वोच्च नेता का आत्मविश्वास डगमगा गया है।”
उन्होंने कहा कि 2014 के बाद कांग्रेस 50 चुनाव हारी है, यहां तक कि 2019 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी भी अमेठी से हार गए।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस में उम्मीदवारों की कमी है। मैडम (सोनिया गांधी) को चुनाव न लड़ते देख, सभी शीर्ष नेता पीछे हट गए हैं। कांग्रेस एक डूबता हुआ जहाज है. राहुल गांधी जहां भी जाते हैं, न केवल अपनी पार्टी को नुकसान पहुंचाते हैं, बल्कि अखिलेश यादव (सपा), तेजस्वी यादव (राजद) और अरविंद केजरीवाल (आप) जैसे ‘इंडिया’ गठबंधन के सहयोगियों को भी नुकसान पहुंचाते हैं।” (भाषा)
होशियारपुर, 17 मार्च। पंजाब के होशियारपुर में अवैध हथियार रखने के आरोपी एक व्यक्ति की तलाश के लिए रविवार को एक गांव में छापेमारी कर रही पुलिस की टीम पर हमला किया गया जिसमें एक कांस्टेबल की मौत हो गई।
पुलिस के मुताबिक यह घटना यहां से लगभग 66 किलोमीटर दूर मंसूरपुर गांव में हुई और मृतक की पहचान अपराध जांच एजेंसी (सीआईए) के कांस्टेबल अमृतपाल सिंह के रूप में हुई है।
होशियारपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) सुरेन्द्र लांबा की एक सीआईए टीम सुखविंदर सिंह के आवास पर छापा मारने के लिए गांव में गई थी।
लांबा ने कहा कि जैसे ही पुलिस की टीम घर में प्रवेश कर रही थी, संदिग्ध ने गोलियां चला दीं और कांस्टेबल अमृतपाल सिंह के सीने में गोली लग गई।
उन्होंने बताया कि पुलिस टीम के अन्य सदस्य सुरक्षित बच गए और सुखविंदर सिंह घटनास्थल से फरार हो गया।
एसएसपी ने कहा कि अमृतपाल सिंह को शुरू में मुकेरियां के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन बाद में उन्हें एक निजी अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
लांबा ने कहा कि सुखविंदर सिंह को पकड़ने के प्रयास जारी हैं। (भाषा)
(गुंजन शर्मा)
नयी दिल्ली, 17 मार्च। निर्वाचन आयोग ने लोकसभा चुनाव से पहले पर्यावरण अनुकूल चुनाव सुनिश्चित करने के लिए चुनाव तंत्र और राजनीतिक दलों को निर्देश जारी किये हैं।
आयोग के निर्देशों में एकल उपयोग प्लास्टिक से बचने, कागज का न्यूनतम इस्तेमाल करने, पर्यावरण अनुकूल वाहनों का इस्तेमाल करने और ‘कार पूल’ करने पर जोर दिया गया है।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार के अनुसार, भारत का निर्वाचन आयोग (ईसीआई) पर्यावरण अनुकूल चुनाव के प्रति संवेदनशील है। कुमार ने शनिवार को लोकसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा करने के लिए आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, ‘‘पर्यावरण-अनुकूल चुनाव की दिशा में एक कदम के तहत, हम एकल-उपयोग प्लास्टिक को कम करने और चुनाव प्रक्रिया में पर्यावरण-अनुकूल प्रथाओं को प्रोत्साहित करने के प्रयास कर रहे हैं। अपशिष्ट प्रबंधन, कागज का न्यूनतम उपयोग करने और कार्बन उत्सर्जन कम करने के लिए चुनाव मशीनरी और राजनीतिक दलों को निर्देश जारी किये गए हैं।’’
आयोग ने एकल-उपयोग प्लास्टिक से पूरी तरह से बचने, प्रत्येक प्रकार के कचरे के लिए अलग संग्रह डिब्बे और उचित ‘साइनेज’ (संकेतक) और प्रत्येक तरह के कचरे के लिए पर्याप्त निस्तारण सुविधा सुनिश्चित करने, स्थानीय अपशिष्ट प्रबंधन और पुनर्चक्रण इकाइयों के साथ साझेदारी करने, मतदाता सूचियों और चुनावी सामग्री के लिए कागज के उपयोग को कम करने, दोनों ओर मुद्रण सुनिश्चित करने और संचार के इलेक्ट्रॉनिक माध्यम को प्रोत्साहित करने को कहा है।
उसने अधिकारियों और राजनीतिक दलों से प्रचार और चुनाव प्रक्रिया के दौरान ‘कार पूलिंग’ को प्रोत्साहित करने और प्रचार कार्यक्रमों के लिए सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करने, नवीकरणीय ऊर्जा का उपयोग करने और अधिकारियों एवं मतदाताओं द्वारा तय की जाने वाली दूरी को कम करने के लिए मतदान केंद्रों को समेकित करने का भी आग्रह किया है।
लोकसभा की 543 सीटों के लिए मतदान सात चरणों में होगा। मतदान की शुरुआत 19 अप्रैल को होगी और पहले चरण में 102 सीटों पर मतदान होगा। वोटों की गिनती 4 जून को होगी। (भाषा)
नयी दिल्ली, 17 मार्च। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अपने कैबिनेट मंत्रियों से नई सरकार के पहले 100 दिनों और अगले पांच साल के लिए एक रूपरेखा तैयार करने को कहा। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
प्रधानमंत्री ने आज सुबह यहां केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक की अध्यक्षता करते हुए मंत्रियों से अपने-अपने मंत्रालयों के सचिवों और अन्य अधिकारियों से मुलाकात कर इस बारे में चर्चा करने के लिए कहा कि नई सरकार के पहले 100 दिन और अगले पांच साल के एजेंडे को बेहतर ढंग से कैसे लागू किया जा सकता है।
यह बैठक निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा के एक दिन बाद हुई है।
मंत्रिमंडल ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को निर्वाचन आयोग की सिफारिश भेजकर सात चरण के संसदीय चुनावों की तारीखों को अधिसूचित करने की प्रक्रिया भी शुरू की।
पहले चरण के तहत 19 अप्रैल को 102 सीट पर मतदान के लिए पहली अधिसूचना 20 मार्च को जारी की जाएगी। अधिसूचना जारी होने के साथ ही किसी विशेष चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाती है। (भाषा)
नागपुर, 17 मार्च। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ महासचिव दत्तात्रेय होसबाले ने रविवार को कहा कि चुनावी बॉण्ड एक ‘‘प्रयोग’’ है और वक्त आने पर पता चलेगा कि यह कितना फायदेमंद और प्रभावी रहा।
संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा ने रविवार को दत्तात्रेय होसबाले को तीन साल के लिए पुन: सरकार्यवाह (महासचिव) निर्वाचित किया।
निर्वाचन आयोग ने बृहस्पतिवार को चुनावी बॉण्ड के आंकड़े जारी किए। कई अरबपति कारोबारी और कम चर्चा वाली कंपनियां इसके खरीदारों में शामिल हैं।
इस्पात कारोबारी लक्ष्मी मित्तल से लेकर अरबपति सुनील भारती मित्तल की एयरटेल, अनिल अग्रवाल की वेदांता, आईटीसी, महिंद्रा एंड महिंद्रा से लेकर कम प्रसिद्ध फ्यूचर गेमिंग और होटल सर्विसेज अब रद्द किए जा चुके चुनावी बॉण्ड के प्रमुख खरीदारों में शामिल थे।
चुनावी बॉण्ड मुद्दे पर जतायी जा रही चिंताओं और लाभ पाने के लिए इन्हें खरीदने के दावों के बारे में होसबाले ने कहा कि संघ ने अभी तक इसके बारे में चर्चा नहीं की है क्योंकि चुनावी बॉण्ड एक ‘‘प्रयोग’’ है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह नियंत्रण और संतुलन के साथ किया गया और ऐसा नहीं है कि चुनावी बॉण्ड आज अचानक पेश किए गए, ऐसी योजना पहले भी लायी गयी थी। जब भी कोई बदलाव होता है तो सवाल उठाए जाते हैं। जब ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनें) लायी गयी थीं तब भी सवाल उठाए गए थे।’’
होसबाले ने कहा, ‘‘जब नयी चीजें आती हैं तो लोगों का सवाल उठाना स्वाभाविक है। लेकिन वक्त आने पर पता चलेगा कि नयी व्यवस्था कितनी फायदेमंद और प्रभावी रही। इसलिए संघ को लगता है कि इसे प्रयोग के लिए छोड़ देना चाहिए।’’
नरेन्द्र मोदी सरकार के 10 साल के कार्यकाल के बारे में पूछे जाने पर, उन्होंने कहा कि संघ समान नागरिक संहिता (यूसीसी) का स्वागत करता है। उन्होंने कहा कि इसे लागू करने की मांग वाला एक प्रस्ताव कई साल पहले संगठन की ‘अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा’ में पारित किया गया था।
होसबाले ने कहा, “इसे (भाजपा शासित) उत्तराखंड में लागू किया गया है। हम चाहेंगे कि इसे पूरे देश में लागू किया जाये। लेकिन उत्तराधिकार, गोद लेना, विवाह और अन्य मुद्दे जैसे कुछ विवरण हैं जिन पर चर्चा करने की आवश्यकता है और फिर वे आगे बढ़ सकते हैं।”
उन्होंने कहा, लोगों ने देखा है कि देश ने पिछले 10 वर्षों में कितनी प्रगति की है और यहां तक कि प्रसिद्ध अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों और राजनीतिक विचारकों ने भी दोहराया है कि वर्तमान सदी भारत की सदी है।
उन्होंने कहा, “ऐसा कहने से उनके लिए कुछ अच्छा ही हो रहा होगा। वैसे भी, लोग चार जून (लोकसभा चुनाव की मतगणना के दिन) को अपना फैसला सुनाएंगे।” (भाषा)
रायपुर, 17 मार्च। आरएसएस की शुक्रवार से नागपुर में चल रही अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा ने छत्तीसगढ़ प्रांत प्रमुखों की नई नियुक्तियां की है।करीब 7-8 वर्षों तक प्रान्त प्रचारक रहे दीपक विस्पुते की जगह अभयराम जी प्रांत प्रचारक होंगे। श्री दीपक को अखिल भारतीय सह बौद्धिक प्रमुख बनाया गया है । विस्पुते ने रामदत्त चक्रधर का स्थान लिया था। इसी तरह श्री प्रेम सह क्षेत्र प्रचारक और स्वप्निल कुलकर्णी क्षेत्र प्रचारक होंगे। इससे पहले छत्तीसगढ़ प्रांत प्रमुख डॉ पुर्णेंदु सक्सेना को मध्यक्षेत्र के क्षेत्र संघचालक होंगे।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की भौगोलिक संरचना के अनुसार मध्यक्षेत्र में मालवा, मध्यभारत, महाकोशल व छत्तीसगढ़ ऐसे 4 प्रान्त आते हैं। डॉ.सक्सेना की जगह टोपलाल वर्मा प्रांत प्रमुख बनाए गए हैं ।
नयी दिल्ली, 17 मार्च। निर्वाचन आयोग ने अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम विधानसभा चुनावों के लिए मतगणना की तिथि चार जून से बदलकर दो जून कर दी है।
आयोग ने पहले घोषणा की थी कि दोनों विधानसभा चुनावों की मतगणना चार जून को लोकसभा चुनाव की मतगणना के साथ की जाएगी।
आयोग ने कहा कि चूंकि दोनों विधानसभाओं का कार्यकाल दो जून को समाप्त हो रहा है, इसलिए तारीख बदल दी गई है।
आयोग ने कहा, “अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम के संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों के लिए कार्यक्रम के संबंध में कोई बदलाव नहीं होगा।”
आंध्र प्रदेश और ओडिशा में भी संसदीय चुनावों के साथ विधानसभा चुनाव होने हैं। (भाषा)
नोएडा, 17 मार्च। नोएडा पुलिस ने यहां एक पार्टी में नशे के लिए सांप के जहर के संदिग्ध इस्तेमाल की जांच के संबंध में यूट्यूबर एल्विश यादव को रविवार को गिरफ्तार कर लिया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
यादव पिछले साल तीन नवंबर को यहां सेक्टर-49 थाने में दर्ज प्राथमिकी में नामजद छह आरोपियों में से एक हैं। अधिकारियों ने कहा कि पांच अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था, लेकिन फिलहाल वे जमानत पर बाहर हैं।
उन्होंने बताया कि मामला वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 के प्रावधानों और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की आपराधिक साजिश से संबंधित धारा 120बी के तहत दर्ज किया गया था। बाद में मामले को जांच के लिए सेक्टर-49 से सेक्टर-20 थाने में स्थानांतरित कर दिया गया।
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त (नोएडा) मनीष मिश्रा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘मामले की जांच कर रही सेक्टर-20 थाने की एक टीम ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।’’
रियलिटी शो ‘बिग बॉस ओटीटी’ के विजेता यादव ने मामले में संलिप्तता के आरोपों से इनकार किया है। पुलिस ने पूर्व में उनसे पूछताछ की थी।
मामले में सेक्टर-49 थाने के प्रभारी उप निरीक्षक को हटा दिया गया था जहां प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
यह मामला पशु अधिकार समूह ‘पीपल फॉर एनिमल्स’ (पीएफए) के एक अधिकारी की शिकायत पर दर्ज किया गया था।
गत तीन नवंबर को सेक्टर-51 स्थित एक बैंक्वेट हॉल से पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया था और उनके पास से पांच कोबरा सहित नौ सांपों को मुक्त कराया गया था। आरोपियों के पास से सांप का 20 मिलीलीटर जहर भी जब्त किया गया था।
हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने कहा था कि यादव पार्टी हॉल में मौजूद नहीं थे और वे नशे के लिए सांप के जहर के इस्तेमाल के पूरे मामले में उनकी भूमिका की जांच कर रहे हैं।
पीएफए अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता मेनका गांधी ने यादव पर सांप का जहर अवैध रूप से बेचने में शामिल होने का आरोप लगाया और उनकी तत्काल गिरफ्तारी की मांग की।
गत चार नवंबर को, यादव को राजस्थान के कोटा में पुलिस ने पूछताछ के लिए उस समय कुछ देर के लिए रोका था, जब वह अपने दोस्तों के साथ कार में यात्रा कर रहे थे लेकिन जल्द ही उन्हें छोड़ दिया गया। (भाषा)
वाशिंगटन, 17 मार्च। वाशिंगटन डीसी में रविवार तड़के हुई गोलीबारी में दो लोगों की मौत हो गई और पांच अन्य लोग घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी।
मेट्रोपोलिटन पुलिस विभाग के कार्यकारी सहायक प्रमुख जेफरी कैरोल ने मौके पर पहुंचकर मीडिया को जानकारी दी कि अधिकारियों ने सुबह तीन बजे के आसपास सातवें और पी स्ट्रीट नॉर्थवेस्ट से जुड़े चौराहे के पास गोलीबारी की सूचना दी।
कैरोल ने कहा सात लोगों को एक ही स्थान पर गोली मार दी गई और जीवित बचे पांच घायलों को स्थानीय अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
कैरोल ने गोलीबारी के बारे में जानकारी जुटाने में जनता से सहायता मांगी। मेट्रोपोलिटन पुलिस के एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा गया कि विभाग के पास एक संदिग्ध के पैदल चलने की जानकारी थी, लेकिन किसी की गिरफ्तारी की जानकारी नहीं है। (एपी)
पूर्व मुख्यमंत्री को न्यायिक प्रक्रिया का सामना और सम्मान करना चाहिये
रायपुर, 17 मार्च। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता, विधायक राजेश मूणत ने पूर्व सीएम भूपेश बघेल पर मुकदमा दर्ज होने और उस पर अभियुक्त द्वारा प्रेस में दी गयी अपनी प्रतिक्रिया पर कहा है कि उन्हें जो भी कहना है, संबंधित एजेंसी या कोर्ट में कहना कहें। प्रेस में अनाप-शनाप बोलने से कोई लाभ नहीं होगा। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री का दिया गया सार्वजनिक बयान चोर की दाढ़ी में तिनका जैसा ही है।
श्री मूणत ने कहा कि सोश्यल मीडिया पर घूम रही प्राथमिकी के दो पन्ने पर अपनी भड़ास निकालने से बेहतर है कि अभियुक्त उचित माध्यम से मूल कॉपी प्राप्त कर न्यायिक प्रक्रिया का सामना और सम्मान करें। अपनी त्वरित प्रतिक्रिया में उन्होंने कहा कि किसी भी सस्पेक्ट या अभियुक्त पर जांच एजेंसियों की कारवाई नियमित प्रक्रिया का हिस्सा है। कानून किसी के कद या पद के आधार पर भेदभाव नहीं करता। न ही इसका कोई राजनीतिक अर्थ है। चुनाव आदि से भी इसका कोई संबंध नहीं है।
श्री मूणत ने कहा कि कानून अपना काम करेगा जांच एजेंसियां अपना काम कर रही है। वे गुण-दोष के आधार पर निर्णय लेने स्वतंत्र है।
उन्होंने आगे कहा कि जहां तक महादेव ऐप का विषय है, तो कांग्रेस के समय से ही इसकी जांच प्रक्रिया प्रारंभ हुई थी, ऐसा तब की कांग्रेस सरकार का भी दावा था। अब जब कारवाई आगे बढ़ी हैं, तो कांग्रेस के पेट में दर्द हो रहा है।
श्री मूणत ने कहा कि छत्तीसगढ़ की जनता की गाढ़ी कमाई को लूट कर इसका हिस्सा कहां तक पहुंचता था, यह अभियुक्तों के वीडियो से भी सामने आया ही था। उन्होंने कहा कि अभियुक्तों ने अलग-अलग माध्यमों से जो भी कहा है, उसमें से अनेक तथ्य सार्वजनिक हो चुके हैं। आज भी गूगल पर 508 करोड़ टाइप करने पर बड़े अभियुक्त का काला चिट्ठा सामने आ जाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा प्रदेश के युवाओं से की गयी यह ठगी और लूट बर्दाश्त के काबिल नहीं है। जो भी इसके दोषी हों, चाहे वे कितने भी बड़े हों, उन पर कारवाई होनी ही चाहिए। मूणत ने कहा कि छत्तीसगढ़ महतारी को लूट कर अपने आका का एटीएम बन चुके लोगों को बेनकाब होना ही चाहिये।
रायपुर, 17 मार्च। लॉकडाउन के दौरान क्वींस क्लब में बर्थडे पार्टी के दौरान फायरिंग के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। संचालक हरबक्श सिंह बत्रा का अनुबंध निरस्त कर दिया गया है। क्लब अब छत्तीसगढ़ गृह निर्माण ने एमिनेंट इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के साथ अनुबंध खत्म कर दिया है। अब छग हाउसिंग बोर्ड अपने अधिपत्य में लेगा।
आपको बता दें कि लॉकडाउन में शराब पार्टी कर नियमों का उल्लंघन किया गया था। नियम के विपरीत तीसरी पार्टी को क्लब सोप था। सुनवाई के अवसर दिए जाने के बावजूद जवाब नहीं दिया। अब क्वींस क्लब की बिल्डिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर को हाउसिंग बोर्ड अपने कब्जे में लेगा।
बता दें कि 27 सितंबर 2022 की रात वीआईपी रोड स्थित क्लब में शंकर नगर की एक युवती का जन्मदिन मनाने के लिए कुछ लोग शामिल हुए थे। इसी दौरान पार्टी में शामिल हुए हितेश पटेल ने गोली चला दी थी। हालांकि इसके कुछ देर बाद ही आरोपी हितेश को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
रायपुर, 17 मार्च। शासकीय कर्मचारियों के अस्पतालों में इलाज के लिए मान्यता प्राप्त हास्पिटल की लिस्ट राज्य सरकार ने जारी कर दी है। बीमार होने की स्थिति में राज्य सरकार के कर्मचारी प्रदेश के 103 और राज्य के बाहर के 3 अस्पतालों में इलाज करा सकते हैं। राज्य सरकार ने अस्पतालों की पूरी लिस्ट जारी की है। ये लिस्ट 1 अप्रैल 2024 से 31 मार्च 2025 तक प्रभावी रहेगी। बाहर के जिन अस्पतालों को मान्यता दी गयी है, उनमें से तीनों अस्पताल नागपुर के है।
रायपुर, 17 मार्च। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की नई कार्यकारिणी में सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले द्वारा 2024-27 के कार्यकाल के लिए छह सहसरकार्यवाह नियुक्त किए गए हैं । इनमे सर्वश्री कृष्ण गोपाल,मुकुंद, अरुण कुमार, रामदत्त चक्रधर,अतुल लिमये आलोक कुमार शामिल हैं। सह कार्यवाह का पद सर संघचालक को बाद दूसरे नंबर का होता है । इनमें संघ प्रमुख मोहन भागवत ने छत्तीसगढ़ को महत्व देते हुए रामदत्त चक्रधर को दोबारा बनाया है। रामदत्त, दुर्ग जिले के पाटन के मूल निवासी है ।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ केवल नागपुर से नहीं चलता, छत्तीसगढ़ के एक गांव का एक व्यक्ति भी संघ की सर्वोच्च टोली में महत्पूर्ण पद प्राप्त कर सकता है।
छत्तीसगढ़ के पाटन तहसील के छोटे से गांव सोनपुर के रहने वाले रामदत्त चक्रधर को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सरकार्यवाह का दायित्व दिया गया है। उन्हें संघ के प्रथम सात अधिकारिओ में स्थान दिया गया है।
एक छोटे से किसान परिवार में जन्मे रामदत्त ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा गांव में प्राप्त की। बारिश के मौसम में वे बहते नाले को पार करके शाला जाते थे । पढ़ाई में वे काफी तेज थे इसलिए शाला शिक्षा के बाद वे राजनांदगाव में उच्च शिक्षा प्राप्त करने आ गए। आप ने गणित विषय में स्नातकोत्तर किया वह भी स्वर्ण पदक के साथ।
बाद में उन्होंने समाज के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्णकालिक कार्यकर्ता बन गए। उन्होंने रायपुर महानगर के प्रचारक के रूप में कार्य किया फिर दुर्ग विभाग के प्रचारक बने। छत्तीसगढ़ के सह प्रान्त प्रचारक बने फिर प्रान्त प्रचारक। उन्हें बाद में मध्य क्षेत्र (मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़) के प्रचारक का दायित्व दिया गया।
रामदत्त इन तीनो पदों की जिम्मेदारी संभालने वाले छत्तीसगढ़ मूल के पहले व्यक्ति है। वे बाद में बिहार झारखण्ड के क्षेत्र प्रचारक बनाये गए ।