सरगुजा

1687 गोबर विक्रेताओं के खाते में 33 लाख अन्तरित
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 22 मई। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर 21 मई को मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में आयोजित वर्चुअल कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजीव गांधी किसान न्याय योजना की पहली किश्त तथा गोधन न्याय योजना के तहत 16 मार्च से 15 मई तक गोठानों में पशुपालकों द्वारा बेचे गए गोबर की राशि का ऑनलाइन अंतरण किया।
इस अवसर पर स्मार्ट सिटी लिमिटेड रायपुर द्वारा निर्मित पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी के आदमकद प्रतिमा का अनावरण तथा सुपर कम्पोस्ट खाद की लॉचिंग की गई। राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत जिले के 35 हजार 793 किसानों के खाते में 29 करोड़ 50 लाख रुपये पहली किश्त के रूप में अंतरित की गई। वहीं गोधन न्याय योजना के तहत जिले के 1687 पशुपालकों द्वारा 16 मार्च से 15 मई तक गोठानो मे बेचे गए16 हजार 553 क्विंटल गोबर की राशि 33 लाख 10 हजार 691 रुपये उनके बैंक खाते में ट्रांसफर किया गया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सांसद सोनिया गांधी के संदेश का वाचन किया। कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत सहित कैबिनेट मंत्री, मुख्य सचिव एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि सब के सहयोग से प्रदेश में कोविड की दूसरी लहर की स्थिति में सुधार हो रहा है। कोविड की लड़ाई में फंड की कमी नही होने दी जाएगी। अस्पतालो में बेड की संख्या में काफी विस्तार हुआ है। टेस्टिंग की संख्या भी बढ़ी है। 45 वर्ष से ऊपर के साथ ही 18 से 44 वर्ष के लिए नि:शुल्क टीकाकरण जारी है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार किसानों के हित मे पिछले वर्ष शुरू की गई। राजीव गांधी किसान न्याय योजना को जारी रखते हुए आज पहली किश्त के रूप में 1500 करोड़ की राशि उनके खाते में अन्तरित की जा रही है। किसानों को अब धान के अलावा दलहन, तिलहन, रागी सुगंधित धान की खेती पर 9 हजार रुपये प्रति एकड़ कृषि आदान दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड काल मे ग्रामीणों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए मनरेगा के कार्य कोविड गॉइडलाइन्स का पालन करते हुए जारी रखने के निर्देश दिए गए है। औद्योगिक कार्यो को गति देने के लिए नई आद्योगिक नीति के अनुसार कई कार्यो के लिए एमओयू किया गया है।
उद्योगों के सरप्लस ऑक्सीजन को औद्योगिक कार्यो में उपयोग को मंजूरी मिल जाने से अब स्टील उद्योग निरंतर उत्पादन शुरू कर पाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड के कारण अपने माता-पिता या अभिभावक को खोने वाले बच्चों के पढ़ाई-लिखाई की सुविधा देने के लिए महतारी दुलार योजना शुरू किया जा रहा है । इस योजना के तहत बच्चों को स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम स्कूल में प्रवेश में प्राथमिकता मिलेगी। पहले से 8 वी कक्षा तक के बच्चों को 500 रुपये तथा 9वींं से 12वीं कक्षा के बच्चों को 1000 रुपये प्रतिमाह छात्रवृत्ति दिया जाएगा।