सरगुजा
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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अम्बिकापुर, 7 जुलाई। नवापारा स्थित शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, नवापारा में शुक्रवार को एक ऐतिहासिक पहल की गई, जब न्यूरोब्लास्टोमा से पीडि़त एक मासूम बच्चे को कीमोथेरेपी की चौथी साइकिल सफलतापूर्वक दी गई। यह पहला अवसर है जब नवापारा सीएचसी में किसी बाल कैंसर मरीज को कीमोथेरेपी दी गई है।
अब तक की प्रथा में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर बच्चों को कीमोथेरेपी देना दुर्लभ माना जाता था. लेकिन नवापारा यूसीएचसी ने इस सोच को बदलते हुए एक नई मिसाल कायम की है। इस पहल का उद्देश्य है कि गंभीर कैंसर से पीडि़त बच्चों को इलाज के लिए जिला अस्पताल या बड़े शहरों में न भटकना पड़े. बल्कि स्थानीय स्तर पर ही गुणवत्तापूर्ण उपचार मिले।
इस मौके पर चिकित्सा अधिकारी व ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ.हिमांशु गुप्ता ने कहा -यह सिर्फ इलाज नहीं है बल्कि एक उम्मीद की शुरुआत है। पहले बच्चों को कीमोथेरेपी के लिए मेडिकल कॉलेज या बड़े अस्पताल भेजना पड़ता था. लेकिन अब हम नानपारा सीएचसी में इस सुविधा की शुरुआत कर चुके हैं। यह हमारी टीम की सामूहिक मेहनत और सेवा भाव का परिणाम है।
डॉ. हिमांशु गुप्ता ने पूरी चिकित्सा टीम डॉक्टर्स स्टाफ नर्स तकनीशियन, फार्मासिस्ट और सफाई कर्मचारियों को इस सफल पहल के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि आने वाले समय में और भी कैंसर मरीजों को यहां इलाज उपलब्ध कराने का प्रयास किया जाएगा। यह कदम नवापारा सीएचसी को एक मॉडल कैंसर ट्रीटमेंट सेंटर की दिशा में ले जाने वाला है।
यह सफलता जिला कलेक्टर विलास भोसकर सर के कैंसर देखभाल के मार्गदर्शन में कैंसर मरीजों के लिए अटूट समर्थन, जनप्रतिनिधियों के अथक प्रयासों से. मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने के प्रयासों और केंद्र प्रभारी डॉ. शीला नेताम एवं नवापा रा के समस्त स्टाफ नर्स की दृढ संकल्प सेवा तक पहुंच बढ़ाने के अथक समर्पण से संभव हुई है।
यह ऐतिहासिक विकास न केवल नवापारा यूसीएचसी के स्वास्थ्यकर्मियों का उत्साह बढ़ाता है, बल्कि छत्तीसगढ़ के कैंसर और अन्य गंभीर बीमारियों से जूझ रहे मरीजों के लिए नई उम्मीद लेकर आता है।