राजपथ - जनपथ
लॉकडाउन के दौरान बिलासपुर पुलिस की फेसबुक पेज पर जब युवक ने मांगी माँ की दवाई के लिए मदद...
सुपर हीरोज ऑफ छत्तीसगढ़
फेसबुक पर बने एक नए पेज, सुपर हीरोज ऑफ छत्तीसगढ़ पुलिस में राज्य भर की पुलिस के सामाजिक सरोकार की कहानियां पोस्ट हो रही हैं। जगह-जगह पुलिस लोगों की वह मदद भी कर रही है, जो कि उसके वर्दी वाले काम में नहीं आता। दुर्ग जिले के सुपेला थाने में रोज सैकड़ों लोगों के लिए खाना बनवाकर जरूरतमंद लोगों में बांटा जा रहा है। रायपुर के खमतराई थाने की पुलिस लोगों को खाना दे रही है। दुर्ग के ऊतई थाने में पुलिस ने अपने खर्च से 400 लोगों को मास्क बांटे। पुलिस की तरफ से यह अपील भी पोस्ट की गई है कि वह जनता के काम से सड़कों पर रूकी है, इसलिए लोग घर पर रूकें।
मंडला से आए मजदूरों के पास लॉकडाउन के कारण खाने के लिए खाना नहीं था। 300 किलोमीटर ये मजदूर वापस अपने घर पैदल जाने की बात कर रहे थे, महिला आरक्षक जमुना रानी, सीता चौधरी, कीर्ति सूर्यवंशी द्वारा इन मजदूरों को न जाने की सलाह दी गई व लॉकडाउन तक खाने का सामान दिलाकर इनकी मदद की गई।
बलौदाबाजार में यूपी से आकर चनाचुर बेचने वाले परिवार के पास खाने के लिए नहीं था अन्न। कोतवाली में पदस्थ एएसआई श्री साहू पेट्रोलिंग में गौरव पथ से गुजर रहे थे इसी दौरान बिसम्भर बाड़े में रहने वाले ये शख्स दिखाई दिए पूछने पर पता चला कि उनके पास खाने के लिए दाना नहीं है। तत्काल श्री साहू ने 500 रू दिए व अपने घर से चावल, दाल, सब्जी, अचार, पापड़ लाकर दिया।
पूरी जिंदगी सूचना छुपाना...
आम तौर पर सूचना आयोगों में सरकारों से रिटायर होने वाले पसंदीदा अफसरों को इनफार्मेशन कमिश्नर बनाया जाता है. सरकारी अफसर रहते हुए जिनका धंधा पूरी जिंदगी लोगों से सूचना छुपाना रहता है, अब वे सूचना दिलवाने के नाम पर और कई बरस ऐश करते हैं. ऐसे में मध्य प्रदेश के इनफार्मेशन कमीशन की यह पोस्ट चौंकाती है, जो गरीब की मौत की खबर दे रही है ! ट्विटर पर देश के किसी एक सूचना आयोग को फॉलो करना हो तो यही एक है ! ('छत्तीसगढ़' न्यूज डेस्क)