सारंगढ़-बिलाईगढ़

संत गुरु घासीदास का संदेश ‘मनखे-मनखे एक समान’ ही विकसित छत्तीसगढ़ की आधारशिला-साय
21-Dec-2025 7:54 PM
संत गुरु घासीदास का संदेश ‘मनखे-मनखे एक समान’ ही विकसित छत्तीसगढ़ की आधारशिला-साय

सारंगढ़ में गुरु घासीदास रजत जयंती समारोह का भव्य समापन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

सारंगढ़, 21 दिसंबर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि परम पूज्य संत गुरु घासीदास बाबा केवल एक समाज के नहीं, बल्कि सम्पूर्ण मानव समाज के मार्गदर्शक थे। उन्होंने  ‘मनखे-मनखे एक समान ’ का जो महान संदेश दिया, वह सामाजिक समानता, मानव गरिमा और भाईचारे की सशक्त नींव है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा गुरु घासीदास जी ने उस दौर में सत्य, अहिंसा और समानता का संदेश दिया, जब समाज छुआछूत, भेदभाव और रूढिय़ों से ग्रस्त था। उनके विचार आज भी समाज को दिशा देने वाले हैं।

श्री साय ने कहा कि हमारी सरकार संत गुरु घासीदास बाबा के इन्हीं विचारों से प्रेरणा लेकर समाज के अंतिम व्यक्ति तक विकास और न्याय पहुंचाने का कार्य कर रही है। समतामूलक समाज की स्थापना, कमजोर वर्गों का सशक्तिकरण और सामाजिक समरसता सरकार की प्राथमिकता है।

 मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय शनिवार को सारंगढ़ स्थित गुरु घासीदास ज्ञान स्थली, पुष्पवाटिका में आयोजित तीन दिवसीय संत गुरु घासीदास रजत जयंती समारोह के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने ज्ञान स्थली में स्थापित जैतखाम में विधिवत पूजा-अर्चना कर प्रदेश की सुख-शांति, समृद्धि और खुशहाली की कामना की।

इस अवसर पर सतनामी समाज द्वारा मुख्यमंत्री श्री साय का गजमाला से आत्मीय स्वागत किया गया तथा प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में जिले के प्रभारी मंत्री टंकराम वर्मा, रायगढ़ सांसद राधेश्याम राठिया, कैबिनेट मंत्री गुरु खुशवंत साहेब, विधायक उत्तरी गणपत जांगड़े, जिला पंचायत अध्यक्ष संजय भूषण पाण्डेय, पूर्व विधायक निर्मल सिन्हा, डॉ. छबिलाल रात्रे,  केराबाई मनहर,  कामदा जोल्हे, ज्योति पटेल, सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि, सामाजिक पदाधिकारी एवं श्रद्धालु उपस्थित रहे।

 मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि बाबा गुरु घासीदास जी का सतनाम दर्शन सामाजिक चेतना का आधार है, जो आज भी समाज को जोडऩे का कार्य कर रहा है। बाबा जी ने मानवता, करुणा और सामाजिक समरसता का जो मार्ग दिखाया, वही आज एक समतामूलक समाज की मजबूत नींव है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अधिकांश गारंटियों को पूरा किया गया है। प्रदेश में 18 लाख प्रधानमंत्री आवासों की स्वीकृति दी गई है, जिससे गरीब परिवारों को सम्मानजनक जीवन मिला है। उन्होंने बताया कि समर्थन मूल्य पर धान खरीदी को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है तथा खरीदी पूर्ण होने के पश्चात किसानों को अंतर की राशि शीघ्र उनके खातों में अंतरित की जाएगी। सरकार प्रत्येक पात्र किसान से धान खरीदी के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि बीते दो वर्षों में प्रदेश में धान का रकबा और किसानों की संख्या बढ़ी है, जो कृषि क्षेत्र में सरकार की नीतियों पर किसानों के विश्वास को दर्शाता है। उन्होंने बताया कि राज्य में 70 लाख से अधिक महिलाओं को महतारी वंदन योजना का लाभ मिल रहा है, जिससे महिलाओं की आर्थिक आत्मनिर्भरता सुदृढ़ हुई है। पीएससी भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता सुनिश्चित की जा रही है, ताकि युवाओं को योग्यता के आधार पर अवसर मिल सके।

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बाबा गुरु घासीदास जी के विचारों से प्रेरणा लेकर  ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास ’ के मूल मंत्र पर कार्य कर रही है।

गुरु घासीदास के वंशज और राज्य के कैबिनेट मंत्री गुरु खुशवंत साहेब ने  कहा कि बाबा गुरु घासीदास जी का संदेश केवल सतनामी समाज के लिए नहीं, बल्कि सर्व समाज और सम्पूर्ण मानवता के लिए है। बाबा जी द्वारा दिया गया  ‘मनखे-मनखे एक समान ’ का विचार सामाजिक समरसता, समानता और भाईचारे की मजबूत नींव है। उन्होंने कहा कि आज बाबा गुरु घासीदास जी की जयंती केवल छत्तीसगढ़ या भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि पूरे विश्व में श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई जा रही है।

उन्होंने कहा कि बाबा गुरु घासीदास जी हम सबके लिए अनेक पवित्र निशानियाँ छोडक़र गए हैं। गिरौदपुरी और भंडारपुरी धाम में स्थापित जैतखाम, सादा झंडा, डंडा और चौकोर चबूतरा केवल धार्मिक प्रतीक नहीं, बल्कि मानव जीवन का गहन आध्यात्मिक संदेश देते हैं। बाबा जी ने सादा जीवन, सत्य, अहिंसा और स्वच्छता को जीवन का मूल आधार बताया।

मंत्री गुरु खुशवंत साहेब ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में बीते दो वर्षों में अनुसूचित जाति समाज के विकास को नई गति मिली है। गिरौदपुरी धाम के सर्वांगीण विकास के लिए जैतखाम, मंदिर परिसर, अमृत कुंड, छाता पहाड़ तक सडक़, सीढिय़ों एवं प्रकाश व्यवस्था जैसे अनेक महत्वपूर्ण कार्य संपन्न हुए हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए मुख्य प्रवेश द्वार से मंदिर तक शेड निर्माण हेतु 3 करोड़ रुपये तथा अन्य विकास कार्यों के लिए 2 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है।

उन्होंने बताया कि भंडारपुरी धाम के विकास के लिए 17 करोड़ 11 लाख 22 हजार रुपये की राशि स्वीकृत की गई है, जिससे वहां अधोसंरचना के कार्य शीघ्र प्रारंभ होंगे। शिक्षा के क्षेत्र में अनुसूचित जाति समाज के उत्थान हेतु प्रत्येक वर्ष पांच प्रतिभावान युवाओं को पायलट प्रशिक्षण के लिए 15-15 लाख रुपये की सहायता प्रदान करने का निर्णय भी लिया गया है।

 राजस्व मंत्री, उच्च शिक्षा मंत्री और सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के प्रभारी मंत्री टंकराम वर्मा ने कहा कि, बाबा गुरु घासीदास जी के सन्देश को आत्मसात करने की जरूरत है। पिछली बार सीएम ने सारंगढ़ को 50 करोड़ का सौगात दिया था। पीएम मोदी के सपने को साकार करने के लिए मुख्यमंत्री लगातार कार्य कर रहे हैं प्रदेश के सभी उद्योगों को बढ़ावा दे रहे हैं।


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