सारंगढ़-बिलाईगढ़
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
सारंगढ़, 1 नवंबर। किसानों के धान पंजीयन, एग्रीस्टेक पोर्टल, गिरदावरी और भौतिक सत्यापन में आ रही समस्याओं को लेकर सारंगढ़ विधायक उत्तरी जांगड़े ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में आठ बिंदुओं पर तत्काल कार्रवाई की मांग की गई है।
विधायक जांगड़े ने कहा कि यदि किसानों की समस्याओं का समाधान 15 नवंबर तक नहीं किया गया, तो आंदोलन किया जाएगा।
इस दौरान विधायक के साथ पूर्व जिला अध्यक्ष अरुण मालाकार, ब्लॉक अध्यक्ष पुरुषोत्तम साहू, वरिष्ठ कांग्रेसी संजय दुबे, राधेश्याम जायसवाल, प्रदेश अध्यक्ष महिला सेवादल मंजुलता आनंद, जिला महामंत्री विष्णु चन्द्रा, गणपत जांगड़े, राकेश पटेल, प्रमोद मिश्रा, अशोक वर्मा, दुर्गेश अजय, चैतन्य जांगड़े, शशि पटेल, प्रणय वारे सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
ज्ञापन में उठाए गए मुख्य बिंदु
1. किसानों द्वारा एग्रीस्टेक पोर्टल में रकबा और खसरा का पंजीयन कराने के बावजूद, डेटा किसान पोर्टल में ट्रांसफर नहीं हो रहा है। दोनों पोर्टलों के बीच समन्वय की समस्या है।
2. कई स्थानों पर गिरदावरी और भौतिक सत्यापन पटवारियों या कर्मचारियों की बजाय अन्य लोगों से करवाया गया, जिससे धान फसल का सही सत्यापन नहीं हुआ।
3. कुछ क्षेत्रों में 20 डिसमिल से कम रकबे का सत्यापन नहीं किया जा रहा है, जिससे छोटे किसान पंजीयन से वंचित हो रहे हैं।
4. किसानों का रकबा और खसरा कई बार पोर्टल से गायब हो रहा है, जिसके कारण किसानों को बार-बार ऑनलाइन प्रक्रिया दोहरानी पड़ रही है।
5. किसानों ने शिकायत की है कि भुईंया पोर्टल पर इस वर्ष बी-1, पी-2 नक्शा और खसरा कई जगहों से गायब है या गलत नाम से प्रदर्शित हो रहा है। ज्ञापन में आरोप है कि इन प्रक्रियाओं में कुछ कर्मचारियों द्वारा अनियमित लाभ लेने की शिकायतें मिल रही हैं।
6. ज्ञापन में मांग की गई है कि इस वर्ष बिना एग्रीस्टेक पोर्टल के भी किसानों का धान खरीदा जाए ताकि किसी को परेशानी न हो।
7. किसानों ने 1 नवंबर से धान खरीदी शुरू करने की मांग की है, क्योंकि कटाई शुरू हो चुकी है और खुले में रखा धान खराब हो सकता है।
8. मोन्था चक्रवात से फसलों को हुए नुकसान का सर्वे कर प्रभावित किसानों को मुआवजा देने की मांग की गई है।


