राजनांदगांव

चिल्हाटी चक्काजाम में पुलिस पर पैसा मांगने समेत कई आरोप
14-May-2025 12:51 PM
चिल्हाटी चक्काजाम में पुलिस पर पैसा मांगने समेत कई आरोप

 कांग्रेस विधायक इंद्रशाह मंडावी ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल
 आईजी ने कहा- शिकायत पर होगी जांच

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 14 मई। मोहला-मानपुर पुलिस के खिलाफ क्षेत्रीय कांग्रेस विधायक इंद्रशाह मंडावी ने पैसे के लेन-देन समेत कुछ अहम मामलों को लेकर संगीन आरोप लगाए हैं। विधायक का आरोप है कि समूचे जिले में पुलिस की कार्यप्रणाली से जनता त्रस्त है और थानों में पैसे के लेनदेन से भर्राशाही मची हुई है। 

अंबागढ़ चौकी के विश्राम गृह में प्रेस कान्फें्रस के जरिये विधायक मंडावी ने बताया कि चिल्हाटी में कुछ माह पूर्व चक्काजाम में शामिल लगभग दर्जनभर के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इसकी जानकारी हाल ही में चिल्हाटी थाना द्वारा दिए गए नोटिस से मिली। विधायक का कहना है कि एक व्यक्ति की सडक़ हादसे में मौत से नाराज ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया था। जिसमें वह स्वयं (इंद्रशाह मंडावी) और अंबागढ़ चौकी नगर पंचायत अध्यक्ष अनिल मानिकपुरी भी शामिल थे।

विधायक का आरोप है कि आरोपियों से तत्कालीन थाना प्रभारी रविशंकर डहरिया द्वारा 5 लाख रुपए की मांग की गई थी। जिसमें पुलिस कार्रवाई से बचने के लिए आरोपियों ने 2 लाख रुपए भी थाना प्रभारी को दिया था। इसके उपरांत भी थाना प्रभारी ने 5 लाख रुपए की मांग की थी। विधायक ने चिल्हाटी क्षेत्र में पुलिस की कथित भ्रष्टाचार को लेकर भी सवाल उठाए हैं।

उनका आरोप है कि आरोपियों को प्रताडि़त किया जा रहा है। इस मामले में वह उच्चाधिकारियों से शिकायत करेंगे। विधायक ने मोहला-मानपुर में क्षेत्रीय  जनता के हित में पुलिस द्वारा कार्य करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को लेकर वह समूचे जिले में आवाज बुलंद करेंगे।

इस संबंध में  राजनांदगांव रेंज आईजी अभिषेक शांडिल्य ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि शिकायत के पश्चात मामले की जांच होगी।

ज्ञात हो कि पुलिस की विवादित कार्यशैली से मोहला-मानपुर जिला इन दिनों सुर्खियों में है। पिछले दिनों कारगिल युद्ध में शामिल रहे एक पूर्व सैनिक के भाई से पैसे की मांग का मामला सामने आने के बाद आईजी ने थाना प्रभारी रविशंकर डहरिया और एक प्रधान आरक्षक को निलंबित कर दिया था।  

मुआवजा के लिया हुआ था चक्काजम
पत्रकारवार्ता में विधायक मंडावी ने कहा कि 20 अक्टूबर 2024 को चिल्हाटी-मुड़पार मार्ग में सडक़ हादसे में एक 25 वर्षीय युवक की मौत हो गई। मौत के बाद 21 अक्टूबर को महाराष्ट्र स्टेट हाईवे में परिजन तथा चिल्हाटी क्षेत्र के ग्रामीणों ने हादसे में पुलिसिया कार्रवाई के साथ उचित मुआवजा के लिए चक्काजाम किया था। उक्त आंदोलन में वह स्वयं शामिल थे और मामले को शांत कराया। 

उन्होंने कहा कि इस मामले में चिल्हाटी थाना प्रभारी रविशंकर डहरिया ने 11 ग्रामीणों पर गैरजमानती धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज करते थाना में दर्ज धाराओं से नाम हटाने 5 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। जिसकी शिकायत 4 अप्रैल को एंटी करप्शन ब्यूरो रायपुर से पीडि़तों ने की थी। मामले मे संज्ञान लेते एसीबी की टीम सब इंस्पेक्टर रविशंकर डहरिया को रंगे हाथ हिरासत में लेने 21 अप्रैल को चिल्हाटी पहुंची थी, परंतु विभागीय अफसरों ने थानेदार को अगाह करते उसे मानपुर भेज दिया।  

आरोपी ग्रामीण, व्यापारी एवं शिक्षक
चक्काजाम में विधायक इंद्रशाह मंडावी, तत्कालीन कांग्रेस जिलाध्यक्ष अनिल मानिकपुरी, भाजपा समर्थित जिला पंचायत सदस्य अरुण यादव भी मौके पर मौजूद थे, परन्तु पुलिस ने स्थानीय व्यापारी, शिक्षक एवं ग्रामीणों के ऊपर कार्रवाई जारी रखा है। 21 अक्टूबर को किए गए चक्काजाम में चिन्हित ग्रामीणों के ऊपर अपराध  दर्ज किया। ये जो धारा लगाई गई है उसमें पुलिस के साथ मारपीट, गाली गलौज, उकसाने, सरकारी व्यक्ति को चोंट पहुंचाने, शासकीय कार्य में बाधा, दूसरों को भडक़ाना जैसे आरोप पुलिस ने दर्ज किए हैं।


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