राजनांदगांव

लापरवाह चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग
22-Jan-2025 2:49 PM
लापरवाह चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग

रानीतराई पशु चिकित्सालय बंद रहने का मामला

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 22 जनवरी।
जिला मुख्यालय से महज 11 किमी दूर बालोद मार्ग पर ग्राम पंचायत रानीतराई स्थित पशु चिकित्सालय के अधिकारी-कर्मचारी छग शासन के नियमों को धत्ता बताकर अपने मनमर्जी से कार्यालय में आ-जा रहे हैं। शासन ने पशु चिकित्सालय केंद्रों की संचालन के लिए समय निर्धारित किया है। जिसके अंतर्गत 01 नवंबर से 31 सितंबर तक सुबह 8 से 12 और संध्या 4 से 5 बजे तक, इसी तरह 01 मार्च से 31 अक्टूबर तक सुबह 7 से 11 बजे तक और संध्या 5 से 6 बजे तक खोलने का नियम बनाया गया है। इसका पालन स्टॉफ  के डॉक्टर, परिचारक एवं चपरासी पालन नहीं करते। संध्या पशु सखी के सहारे कार्यालय संचालित हो रहा है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यहां पदस्थ कर्मी आवास भत्ता का भी लाभ ले रहे हैं। विष्णुदेव सरकार बनने के बाद लगातार छत्तीसगढ़ शासन के नियमों के अनुसार कार्यालय में उपस्थित होने का पंचायत प्रतिनिधि व क्षेत्रीय प्रतिनिधियों द्वारा आग्रह किया। संध्या पशु पालकों को जरूरत पडऩे पर फोन लगाकर संपर्क करने और यह पूछने पर आप कहां हैं, तो दुव्र्यवहार का पशुपालकों को सामना करना पड़ता है। जबकि यहां 5 लोगों की पोस्टिंग है। जिसमें सहायक पशु चिकित्सा अधिकारी के रूप में डॉ. श्रीमती दामले, पशु परिचालक मिराज खान, पशु चपरासी सुधीर हरिहारणों एवं प्रभा यादव पदस्थ नहीं। 

जनप्रतिनिधि द्वारा लगातार पशु चिकित्सालय का निरीक्षण करने पर यह पाया गया कि सुबह 9 से 9.30 बजे तक कार्यालय पहुंचते हैं और 11 से 12 बजे के बीच चले जाते हैं। संध्या एक भी स्टॉफ कार्यालय नहीं पहुंचता।  कार्यालय को स्थानीय पशु सखी द्वारा खोल दिया जाता है और बंद करने की जिम्मेदारी है। उक्त मामले की जानकारी जनप्रतिनिधियों द्वारा जिला पशु चिकित्सा अधिकारी अनूप चटर्जी और कलेक्टर संजय अग्रवाल के समय-समय पर मौखिक रूप से दी रही है, किन्तु इनका असर कार्यालय समय पर नहीं पड़ा।

शिकायत पर किया गया निरीक्षण - विवेक
जनपद पंचायत राजनांदगांव के पूर्व सभापति व सेवा सहकारी समिति रानीतराई के अध्यक्ष विवेक साहू ने बताया कि लगातार ग्रामीणों की शिकायत पर कई बार निरीक्षण किया गया। निर्धारित कार्यालयीन समय पर अनुपस्थित पाया गया। पिछले 8-9 माह से पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. श्रीमती दामले दामले से आग्रह किया गया कि वे सुबह और शाम निर्धारित समय में कार्यालय में उपस्थित रहकर सेवा देें। उन्होंने कहा कि रानीतराई पशु चिकित्सालय के लिए  छत्तीसगढ़ शासन के नियमों के खिलाफ इस निर्देश जारी किया जाए, ताकि शाम को कार्यालय खोलने की बाध्यता न रहें  या चिकित्सालय पूर्णता: बंद कर इनके खाते में ऑनलाईन वेतन का भुगतान कर दिया जाए।

लापरवाही पर ग्रामीणों में रोष
श्री साहू ने बताया कि 15 जनवरी को सुबह पशु चिकित्सालय निरीक्षण के दौरान 9 बजे कार्यालय खोला गया। इस दौरान डॉ. श्रीमती दमले उपस्थित नहीं थी।  वहीं डॉ. श्रीमती दामले को फोन से कार्यालय आने कहा गया। श्री साहू ने बताया कि यहां पदस्थ सहायक पशु चिकित्सा अधिकारी मिराज खान द्वारा दुव्र्यवहार  किया जाता है, इसलिए नहीं आने की बात की गई।  तत्पश्चात डॉ. दामले खान को लेकर सेवा सहकारी समिति खरीदी केंद्र आलीखूंटा पहुंची, जहां वाद-विवाद करने लगे और खान अंगूली दिखाकर बदतमीजी करने लगे। यहां कई किसान मौजूद थे, उसे तमीज से बात करने बोला गया। श्री खान के जनप्रतिनिधियों के साथ बदतमीजी और कार्य के प्रति लापरवाही के खिलाफ ग्रामीणों में गहरा रोष व्याप्त है।


अन्य पोस्ट