राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 जनवरी। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद की 57वां प्रदेश अधिवेशन के दूसरे दिन शनिवार को नगर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई। शोभायात्रा का समापन जिस स्थान पर हुआ उस स्थान पर अधिवेशन की प्रक्रिया के निमित्त खुला अधिवेशन का आयोजन किया गया। इसमें प्रदेशभर के छात्र नेताओं ने कुछ गंभीर विषयों पर भाषण दिया।
खुला अधिवेशन की मुख्य वक्ता मध्य क्षेत्रीय छात्रा प्रमुख वसुंधरा सिंह ने कहा कि यह वर्ष देवी अहिल्याबाई होल्कर को स्मरण करने वाला वर्ष है। लक्ष्मीबाई केलकर, सावित्रीबाई फुले जैसे वीरांगनाओं को भुलाया नहीं जा सकता, उनका स्मरण करके ही उनको असली श्रद्धांजलि दी जा सकती है, जब पूरा देश मासिक धर्म के बारे में चर्चा करने से बचता था, उस समय अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने रितु मध्य अभियान के माध्यम से चर्चा प्रारंभ किया। उसके समाधान के दिशा में कार्य करना प्रारंभ किया। अभाविप के प्रदेश मंत्री यज्ञदत्त वर्मा ने कहा कि शिक्षा को अनाथ अगर किसी ने बनाया तो वर्तमान प्रदेश सरकार ने बनाया है, पिछले 6 महीना से एक शिक्षा मंत्री तक प्रदेश की सरकार ने नियुक्त नहीं किया है। आज शिक्षा मंत्री के लिए पूरा प्रदेश तरस रहा है। पीएससी घोटाला के खिलाफ अभाविप ने सरकार को घेरा, टामन सिंह सोनवानी के साथ सभी आरोपी आज गिरफ्तार है। पंडित रविशंकर विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार की फर्जी डिग्री के आरोप पर अभाविप हटा करके रहेगी। शिक्षा जगत को नहीं बचाया तो छत्तीसगढ़ के युवा बर्बाद हो जाएंगे।
प्रदेश सह मंत्री अनंत सोनी, गुरुघासी दास केंद्रीय विश्वविद्यालय इकाई के अध्यक्ष आराध्य तिवारी, राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य शैलेश ध्रुव, तिल्दा जिला के जिला संयोजक अंजलि गिरी गोस्वामी, रायपुर महानगर के मंत्री प्रथम फुटाने ने भी अपने-अपने विचार रखे।