राजनांदगांव

परिजनों की पहचान, पुलिस की जांच जारी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 2 जनवरी। डोंगरगांव क्षेत्र के दुलारदाई डोंगरी में लगे फांसी के दोनों शवों की शिनाख्ती पुलिस ने कर ली है। शवों के हुलिया एवं संकलित साक्ष्यों के आधार पर ही परिजनों द्वारा पहचान किया गया। दोनों शव महिलाओं का होना पाया गया।
मिली जानकारी के अनुसार 31 दिसंबर को डोंगरगांव थाना प्रभारी निरीक्षक उपेन्द्र कुमार को सूचना मिली थी कि ग्राम आमगांव-बीजेपार के मध्य स्थित दुलारदाई डोंगरी में अज्ञात व्यक्तियों द्वारा फांसी के फंदे में लटककर आत्महत्या कर लिया है। सूचना पर डोंगरगांव थाना में पुलिस टीम गठित कर टीम को लेकर मौके पर पहुंची। सूचना सही होने पर दो अज्ञात व्यक्ति पेड़ पर स्कार्फ का फंदा बनाकर फांसी में लटककर आत्महत्या कर लिया है, शव पूरी तरह से सड़ी-गली अवस्था में होने से शव की पहचान नहीं हो पाई थी। शव पूरी तरह कंकाल में तब्दील हो गया थ। दोनों पैंट-शर्ट पहने हुए थे, जिस पर डोंगरगांव थाना में मर्ग क्र. 117/2024 एवं 118/2024 धारा 194 बीएनएसएस के तहत दो अज्ञात शव का मर्ग कायम कर जांच कार्रवाई में लिया गया था।
शव की हुलिया एवं साक्ष्यों को ईकठ्ठा कर थाना डोंगरगांव क्षेत्र के संदेही गुम इंसानों/अपहरण के प्रकरणों के अपहृताओं से मिलान कर पता तलाश किया, जो उक्त दोनों अज्ञात शव का पहचान कर लिया गया है। जिसकी पहचान गुम इंसान क्र. 63/2024, 23 अक्टूबर 2024 की गुमशुदा कुमारी जागृति विश्वकर्मा पता केरेगांव के रूप में हुई है एवं एक अन्य शव की पहचान कुमारी आरती विश्वकर्मा पता ग्राम पांगरीकला के रूप में उनके परिजनों द्वारा पहचान की गई है। पहचान होने से शव का पंचनामा कार्रवाई पंचानों के समक्ष तैयार कर शव का पोस्टमार्टम जिला मेडिकल कॉलेज पेंड्री राजनांदगांव में विधिवत कराकर शव के कफन-फन के लिए उनके परिजनों को शव सुपुर्दनामा पर दिया गया। मर्ग की जांच जारी है।