राजनांदगांव

निकाय चुनाव से पूर्व दोनों पार्टी सांगठनिक कसरत में व्यस्त
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 29 दिसंबर। साल 2025 की शुरूआत में कांग्रेस और भाजपा के जिलाध्यक्षों और शहर अध्यक्ष को बदलने पर सियासी कसरत चल रही है। साफतौर पर यह स्पष्ट है कि मौजूदा अध्यक्षों को बदलने के लिए भाजपा और कांग्रेस की पूरी तैयारी है। भाजपा ने मंडल अध्यक्षों की सूची जारी कर जिलाध्यक्ष के लिए भी लगभग नाम फाइनल कर लिया है।
यह भी हो सकता है कि अगले एक-दो दिन में भाजपा नए अध्यक्ष के नाम का ऐलान कर सकती है। जबकि कांग्रेस में जिला, शहर और ब्लॉक अध्यक्षों को बदलने की भी सुगबुगाहट है। दोनों राजनीतिक दल अध्यक्षों को बदलने की प्रक्रिया अंतिम दौर में है। जनवरी में दोनों दल की सांगठनिक मुखिया नए होंगे।
जनवरी 2025 में निकाय चुनाव का बिगुल बज जाएगा। 7 जनवरी को महापौर, निगम अध्यक्ष, नपा व नगर पंचायत के अध्यक्षों का आरक्षण होगा। इसके तीन दिन बाद जिला पंचायत अध्यक्ष, जिपं सदस्य, जनपद व सरपंचों का आरक्षण प्रक्रिया समाप्त होगी। बताया जा रहा है कि राजनांदगांव जिले में शहरी और ग्रामीण चुनाव मैदान में जाने से पूर्व भाजपा-कांग्रेस नए अध्यक्षों के नाम की घोषणा कर सकती है।
राजनांदगांव भाजपा अध्यक्ष के रूप में कोमल सिंह राजपूत, बालचंद भंसाली, सौरभ कोठारी, विवेक साहू, आलोक श्रोती, दीपक चौहान जैसे कई नेताओं के नाम सामने आ रहे हैं।
जिलाध्यक्ष की कुर्सी के दौड़ में शामिल दावेदारों ने स्पीकर डॉ. रमन सिंह के समक्ष भी दावा ठोका है। डॉ. सिंह की पसंद के आधार पर ही अध्यक्ष की घोषणा होगी। भाजपा जिलाध्यक्ष के नए मुखिया के नाम का ऐलान के लिए मात्र औपचारिता रह गई है।
इधर, कांग्रेस में भी बदलाव की संभावना पर चर्चा चल रही है। जिलाध्यक्ष भागवत साहू की जगह नए चेहरे की ताजपोशी पर सहमति बनने की खबर है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने राजनांदगांव समेत अन्य जिलों के संगठन में नई नियुक्ति को लेकर पार्टी नेतृत्व से दिल्ली में मुलाकात भी की है।
बताया जा रहा है कि नए जिलाध्यक्ष की दौड़ में कांग्रेस की महिला नेत्रियों का नाम भी उभरा है। जिसमें जिला पंचायत सदस्य प्रभा साहू का नाम सामने आ रहा है। उनका नाम जिले के कद्दावर नेता नवाज खान ने आगे बढ़ाया है। इसी तरह शहर अध्यक्ष के लिए जितेन्द्र मुदलियार दौड़ में आगे बताए जा रहे हैं।
अध्यक्ष की दौड़ में हफीज खान, पूर्व महापौर सुदेश देशमुख भी शामिल हंै। मौजूदा अध्यक्ष कुलबीर छाबड़ा इस पद पर 6 साल पूरा कर चुके हैं। इसके अलावा गौसेवा आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष मन्ना यादव भी शहर अध्यक्ष के प्रबल दावेदार हैं। जल्द ही दोनों पार्टी का सांगठनिक रूप में बदलाव होने की संभावना है।