राजनांदगांव
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घर में आगजनी से 3 जले थे
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 29 दिसंबर। भंवरमरा में किराना व्यवसायी भागवत सिन्हा, पत्नी तुलेश्वरी सिन्हा और 3 साल की मासूम बच्ची भाव्या सिन्हा की घर में गैस सिलेंडर लिकेज से हुई आगजनी से मौत के मामले में पुलिस को अब तक ठोस सुराग नहीं लगा है। हालांकि, गांव में हादसे को लेकर ग्रामीणों की अलग-अलग थ्योरी सामने आ रही है। जिसमें वारदात को एक जघन्य हत्या माना जा रहा है। पुलिस को पोस्टमार्टम का इंतजार है।
इस केस को सुलझाने के लिए बसंतपुर थाना प्रभारी सत्यनारायण देवांगन और सुरगी चौकी प्रभारी विरेन्द्र मनहर संयुक्त रूप से जांच में जुटे हुए हैं। दोनों अफसर लगातार घटनास्थल में जाकर हादसे की असल वजह की पतासाजी कर रहे हैं। पुलिस ने घटना से जुड़े लोगों से पूछताछ की है। परिजनों से भी पुलिस ने कथन लिया है।
यह भी बात सामने आ रही है कि दंपत्ति के बीच पिछले कुछ दिनों से रिश्तों में कडुवाहट आ गई थी। दोनों को अक्सर झगड़ते भी देखा गया है। घरेलू विवाद को भी पुलिस ने जांच में शामिल किया है।
ज्ञात हो कि शुक्रवार की सुबह दंपत्ति व मासूम भाव्या सिन्हा की लाश घर में अद्र्धजली हालत में मिली थी।
पुलिस मृतिका तुलेश्वरी सिन्हा के मायके से भी जानकारी जुटा रही है। पुलिस को आशंका है कि मायके पक्ष से कुछ घरेलू विवाद की जानकारियां सामने आ सकती है। इस आधार पर भी पुलिस जांच को आगे ले जाने की कोशिश कर रही है।
इधर, शनिवार को तीनों का अंतिम संस्कार कर दिया गया। पुलिस ने हादसे से जुड़ी तथ्यों और सबूतों को फारेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। भंवरमरा में हुए इस घटना को लेकर पूरे इलाके में कई तरह की चर्चाएं चल रही है।
गांव के भीतर ही मर्डर होने की बात ग्रामीणों की जुबानी सुनाई आ रही है। पुलिस ठोस सुराग मिलने के बाद ही मामले से पर्दा उठा सकती है।