राजनांदगांव

भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी के दोषियों को बचाने की कोशिश- जितेंद्र मुदलियार
20-Dec-2024 2:53 PM
भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी के दोषियों को बचाने की कोशिश- जितेंद्र मुदलियार

राजनांदगांव, 20 दिसंबर। आरक्षक संवर्ग भर्ती के लिए जारी शारीरिक दक्षता परीक्षा में अभ्यर्थियों के नंबर में हेरफेर का मामला विष्णु साय सरकार के कथित सुशासन का कलंक है। कांग्रेस नेता जितेंद्र मुदलियार ने उजागर हुए भर्ती घोटाले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। 

उन्होंने कहा कि प्रशासनिक तंत्र हजारों मासूम युवाओं के भविष्य की आहूति देने पर आमादा है। गृहमंत्री के प्रभार जिले में जिस तरह भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी की जा रही है, उस पर तत्काल निलंबन जैसी कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए थी, लेकिन जिम्मेदारों को बचाया जा रहा है, जो एफआईआर दर्ज कराई गई है, उसमें भी पुलिस अधिकारियों ने दोषियों को बचाने का ही प्रयास किया है। यह पूरी प्रक्रिया संदिग्ध हो चुकी है। जिसकी विश्वसनीयता खत्म हो चुकी है।

श्री मुदलियार ने कहा कि गृहमंत्री के प्रभार जिले में आरक्षक संवर्ग भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी ने सरकार के कथित सुशासन और अधिकारियों के भ्रष्ट रवैये का राजफाश कर दिया है। स्थिति ये है कि विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह भी इन गबडिय़ों पर सवालों के जवाब नहीं दे पा रहे हैं। राजनांदगांव जिला मुख्यालय में स्वयं पुलिस अधिकारी ने महिला अभ्यर्थी को वास्तविक प्रदर्शन में विपरीत ज्यादा अंक जारी किए जाने के मामले में लालबाग थाना में एफआईआर दर्ज कराई है। श्री मुदलियार ने कहा कि इस मामले में खुद को घिरता देख पुलिस अधिकारियों ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज करवाया है। 

उन्होंने कहा कि सवाल उठता है कि क्यों इस विषय पर जिम्मेदारों के खिलाफ सीधे मामला दर्ज नहीं करवाया गया? ऐसा ना किए जाने से पूरी प्रक्रिया संदिग्ध हो गई है, जिन्होंने इस गडबड़ी को अंजाम दिया है या उन संदिग्धों को भर्ती प्रक्रिया से पृथक किया गया है, जिस तरह की गड़बड़ी सामने आई है, इससे पूरी भर्ती प्रक्रिया में पारदर्शिता और विश्वासनीयता पर सवाल खड़े हो गए हैं। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि तत्काल अब तक की पूरी प्रक्रिया की न्यायिक जांच करवाई जाए। अब तक इस प्रक्रिया में जिनकी भूमिका है उन्हें इससे हटाया जाए।

 


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