राजनांदगांव
इमोशनल ब्लैकमेलिंग कर की 16 लाख की ठगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 16 दिसंबर। शादी डॉट काम पर फेंक प्रोफाइल बनाकर युवती से लाखों रुपए की ऑनलाइन ठगी करने वाले नाईजीरियन निवासी आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया। आरोपी का वीजा एवं पासपोर्ट की वैधता समाप्त होने के बाद दिल्ली में अवैधानिक तरीके से रहकर भोली-भाली भारतीय महिलाओं से शादी डॉट कॉम के माध्यम से विभिन्न भारतीय नामों से फेक प्रोफाइल बनाकर सायबर ठगी कर रहा था और वर्तमान में भी सक्रिय था। आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार कर न्यायालय तीसहजारी कोर्ट नई दिल्ली में पेश कर ट्रांजिट रिमांड लेकर राजनांदगांव लाया गया। वहीं आरोपी के अवैध रूप से भारत में रहने की सूचना घाना गणराज्य के दूतावास दिल्ली को दी गई। नाईजेरियन आरोपी द्वारा कई भारतीयों के बैंक खातों व फर्जी सीम का उपयोग कर दिल्ली में रहकर भारतीय महिला सहयोगी के साथ मिलकर किया ठगी कर रहा था। आरोपी के कब्जे से ठगी में उपयोग किए गए एक लैपटाप, 4 नग एंड्राईड मोबाइल एवं पासपोर्ट जब्त किया गया।
मिली जानकारी के अनुसार 29 जुलाई को प्रार्थिया ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि अज्ञात आरोपी द्वारा शादी डॉट कॉम की प्रोफाइल आईडी आलोक देशपांडे के नाम से प्रार्थिया से विवाह के संबंध में बात कर स्वयं को युनाईटेड किंगडम में कार्यरत होना बताया एवं जल्द भारत वापस लौटकर प्रार्थिया से शादी कर घर बसाने की बात कही गई।
इसी दौरान 11 जुलाई को प्रार्थिया के पास एक अंजान महिला द्वारा फोन कर बताया कि आलोक देशपांडे भारत में दिल्ली एयरपोर्ट में विदेशी मुद्रा के साथ आए हैं, उस मुद्रा को भारतीय मुद्रा में एक्सचेंज करने प्रक्रिया के तहत फीस जमा करनी होगी। उसी दौरान अज्ञात आरोपी आलोक देशपांडे ने भी प्रार्थिया को कॉल कर बोला कि पैसों की अर्जेन्ट जरूरत है। इमोशनल ब्लैकमेलिंग कर विभिन्न बैंक खातों में कई किस्तों में कुल 15 लाख 72 हजार रुपए प्रार्थिया से डलवाकर ठगी कर लिया। साथ ही घटना में प्रयुक्त सभी मोबाइल को बंद कर दिया गया। प्रार्थिया की रिपोर्ट पर डोंगरगांव थाना में अपराध क्रमांक 189/2024 धारा 318(4) बीएनएस के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया था।
किराये के मकान में रह रहा था आरोपी
पुलिस ने विवेचना के दौरान सायबर सेल राजनांदगांव के माध्यम से उक्त शादी डॉट कॉम की प्राफाइल आईडी, मोबाइल धारक की पतासाजी किया गया एवं उपयोग किए गए शादी डॉट कॉम के आईडी के संबंध में तकनीकी सहायता के माध्यम से आरोपी की पतासाजी किया गया। उक्त मोबाइल धारक का लोकेशन दिल्ली तिलक नगर होना पाया गया। डोंगरगांव थाना प्रभारी निरीक्षक उपेन्द्र कुमार शाह एवं सायबर प्रभारी निरीक्षक विनय पम्मार के नेतृत्व में थाना डोंगरगांव व साइबर सेल की संयुक्त टीम बनाकर मौके पर दिल्ली के तिलक नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत चौखंडी संतनगर एक्सटेंशन पर आरोपी के ठिकाने पर रेड कार्रवाई किया गया, जहां आरोपी किराये के मकान में रह रहा था। आरोपी जानसन सेमुअल 40 साल वर्तमान निवासी डब्ल्यूजेडजी-81 संत नगर एक्सटेंशन शाहपुरा थाना तिलक नगर नई दिल्ली स्थाई पता एन-18 एजिबो राज्य लागोसए नाइजीरिया को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया। धारा 23(2) भारतीय साक्ष्य अधिनियम के तहत मेमोरंडम कथन लिया गया, जिन्होंने अपने कथन में अपराध घटित करते ठगी में उपयोग किए गए एक नग लैपटॉप एवं 4 नग मोबाइल पेश किया, जिसे जब्त किया गया। साथ ही आरोपी द्वारा दिल्ली मेंं रहकर अपने एक अन्य भारतीय महिला सहयोगी द्वारा ठगी करना बताया, जो उक्त आरोपी को ठगी करने कई फर्जी बैंक खाता तथा सीम उपलब्ध कराती थी, उसके एवज में 50 प्रतिशत कमीशन लेती थी। साथ ही ठगी का पैसा खातों में आने पर एटीएम से निकासी कर प्रदाय करती थी। आरोपियों द्वारा एक राय होकर कम्प्यूटर-इलेक्ट्रॉनिक संसाधनों का उपयोग कर स्वयं की पहचान छिपाकर किसी अन्य के नाम से प्रतिरूपित कर धोखाधड़ी किए जाने से प्रकरण में धारा 3(5) भारतीय न्याय संहिता एवं 66 डीआईटी एक्ट जोड़ी गई है। प्रकरण सदर में आरोपियों के विरूद्ध पर्याप्त साक्ष्य पाए जाने से आरोपी जॉनसन सेमुअल 40 साल निवासी जी-81 संत नगर एक्सटेंशन शहपुरा थाना तिलक नगर नई दिल्ली को 1 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया।
टूरिस्ट वीजा पर 2018 में आया था भारत
आरोपी जॉनसन सेमुअल सितंबर 2018 को टूरिस्ट वीजा पर भारत आया था। जिसके वीजा तिथि 2022 को ही समाप्त होने के बावजूद दिल्ली में अनाधिकृत रूप से रह रहा था। जिसकी सूचना पत्र के माध्यम से घाना गणराज्य के दूतावास कार्यालय में दी गई है। आरोपी जॉनसन सेमुअल वर्तमान में ठगी के उद्देश्य से कई भोली-भाली भारतीय महिलाओं से शादी डॉट कॉम के माध्यम से विभिन्न भारतीय नामों से फेक प्रोफाइल बनाकर सायबर ठगी कर रहा था और वर्तमान में भी सक्रिय था, जिसे मौके पर घटना में प्रयुक्त विभिन्न इलेक्ट्रानिक डिवाईस एवं अन्य साक्ष्यों के साथ रंगेहाथ पकड़ कर अन्य भारतीय महिलाओं के साथ भविष्य में होने वाले सायबर ठगी की घटना को रोकने में राजनांदगांव पुलिस को महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त हुई।


