राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 11 दिसंबर। डोंगरगढ़ नपा के तत्कालीन 2 सीएमओ समेत 5 अधिकारियों को राज्य सरकार ने भ्रष्टाचार करने के मामले में निलंबित कर दिया है। सभी अधिकारियों पर तत्कालीन कांग्रेस सरकार के दौरान वार्डों के विकास और अन्य कार्यों के लिए जारी शासकीय राशि में हेराफेरी का आरोप है। सरकार की इस कार्रवाई से प्रशासनिक हल्के में हडक़ंप मच गया है।
तत्कालीन सीएमओ यमन देवांगन, तत्कालीन सीएमओ प्रमोद शुक्ला, समेत इंजीनियर और अन्य अधिकारियों को निलंबित किया गया है। इन अधिकारियों के खिलाफ जांच में वर्ष 2022 से 2024 के मध्य कराए गए शासकीय कार्यों में भ्रष्टाचार करना पाया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार उक्त पांचों अधिकारियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई के पीछे डोंगरगढ़ नगर पालिका में 2022-23 के दौरान अध्यक्ष एवं पार्षद निधि के अंतर्गत वार्ड क्र. 7, 9, 15, 20, 21 एवं 22 में नलकूप खनन कार्य, वार्ड क्र. 6 में नाली निर्माण कार्य, वार्ड क्र. 8 में उद्यान निर्माण कार्य, वार्ड क्र. 9 में इंटरलॉकिंग पेवर ब्लॉक कार्य, वार्ड क्र. 11 में नाली व रोड़, मुक्तिधाम में स्टोर रूम निर्माण कार्य, वार्ड क्र. 19 में आरसीसी नाली निर्माण, सीसी फ्लोरिंग कार्य, वार्ड क्र. 21 में पाईप लाइन विस्तारीकरण कार्य, वार्ड 23 में जिम सामग्री क्रय, पानी टंकी मय मोटर पंप स्थापना कार्य शामिल है। इसके अलावा मंच निर्माण कार्य के लिए निविदा समिति में लेखापाल को समाहित नहीं किया गया।
जिससे वित्तीय परीक्षण प्रश्नधीन होने, प्लेसमेंट कर्मचारी को प्रभारी लिपिक का दर्जा देते निविदा समिति में सदस्य बनाए जाने, विभिन्न कार्यों में बिना गुणवत्ता परीक्षण, बगैर टेस्ट रिपोर्ट के अनियमित भुगतान की कार्रवाई करने, समस्त कार्यों में प्रयुक्त होने वाले लोहे का विवरण माप पुस्तिका में इंद्राज नहीं कर मैन्युअल प्रावधानों के विपरीत कार्य करने, घड़ी स्थापना में बगैर वित्तीय स्वीकृति के भुगतान तथा 14वें वित्त आयोग मद अंतर्गत वर्ष 2020-21 में रोड निर्माण में त्रुटिपूर्वक निविदा कार्रवाई निष्पादित कर गुणवत्ताहीन कार्य कराने के लिए प्रारंभिक जांच में अवचार का दोषी पाए गए हैं।
नगर पालिका में पदस्थ अफसरों द्वारा निर्माण कार्यों के भुगतान में व्यापक पैमाने पर गड़बड़ी की है। बिना टेस्ट रिपोर्ट के ही भुगतान कर दिया गया है, वहीं फिल्टर प्लांट में लगने वाले एलम और ब्लीचिंग पावडर की वित्तीय सीमा से ज्यादा की खरीदी कर दी है।
सूत्रों का कहना है कि तत्कालीन डोंगरगढ़ नपा सीएमओ यमन देवांगन, पूर्व नपा सीएमओ प्रमोद शुक्ला, उप अभियंता रितेश स्थापक, उप अभियंता किशोर ठाकुर एवं लेखापाल दीपा भिवगढ़े का नाम शामिल है। इन सभी के खिलाफ प्रारंभिक जांच में गड़बड़ी करना पाए जाने के बाद राज्य सरकार ने एक्शन लिया गया है।