राजनांदगांव

जेसीबी वाली दीदी दमयंती जाएंगी जापान, अपने हुनर को करेंगी प्रदर्शित
10-Dec-2024 1:21 PM
जेसीबी वाली दीदी दमयंती जाएंगी जापान, अपने हुनर को करेंगी प्रदर्शित

 सीएम की पहल पर लाखों रुपए मिलते ही जापान जाने की राह हुई आसान 

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता 
राजनांदगांव, 10 दिसंबर।
नाजुक हाथों में मजबूती बेमिसाल, यह अहसास राजनांदगांव के खैरझिटी की जेसीबी वाली दीदी दमयंती सोनी को जेसीबी, चेन माउंटेड जैसे मशीनरी वाहनों को कुशलता एवं आत्मविश्वास से चलाते देखकर होता है। 

दमयंती सोनी मशीनरी वाहनों को एक्स-पो में शामिल होने के लिए जापान जाना चाहती थी, लेकिन आर्थिक दिक्कतों के कारण नहीं जा पा रही थी। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की पहल पर 3 लाख 76 हजार रुपए की राशि का चेक मिलते ही उनके लिए जापान जाने की राह अब आसान हो गई है। 

उन्होंने इस मदद के लिए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि अब वह प्राप्त राशि से आसानी से जापान जा सकती है और अपना हुनर वहां प्रदर्शित कर छत्तीसगढ़ का नाम रौशन करेगी।

जेसीबी वाली दीदी दमयंती सोनी ने बताया कि पति की असामयिक मृत्यु ने उन्हें मजबूत बना दिया और बच्चों के परवरिश की जिम्मेदारी को देखते उन्होंने जेसीबी चलाना शुरू किया। 
उन्होंने बताया कि उनके पति स्व. उत्तम कुमार सोनी किराये से जेसीबी चलाते थे, जिसे वे प्रतिदिन देखती थी। उन्होंने धीरे-धीर जेसीबी चलाना सीख लिया। पति की मृत्यु के बाद वे जेसीबी चलाने लगी और यही उनकी आजीविका का साधन बना। 

उन्होंने बताया कि उनके बेटे अनमोल ने इसी वर्ष मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की है। बेटी का विवाह भी हो गया है।
61 वर्षीय दमयंती सोनी ने बताया कि वे एक दिन में 30-35 बार मिट्टी एवं मुरूम हाईवा में भर लेती है। मशीनरी वाहनों को आपरेट करते कुशलता से चला लेती है। वह वर्ष 2012 से जेसीबी चला रही है। अन्य राज्यों में समय-समय पर होने वाले एक्स-पो में शामिल हुई और वहां अपने हुनर का प्रदर्शन करने का अवसर मिला। 

सामान्यत: यह माना जाता है कि ऐसे मशीनरी वाहन चलाना पुरूषों का कार्य है, लेकिन उन्होंने हिम्मत जुटाई और जज्बे के साथ इस चुनौतीपूर्ण कार्य को सफलतापूर्वक कर रही है।
दमयंती सोनी ने बताया कि रायपुर में आयोजित इवेंट में बैकहो के माध्यम से माला उठाकर प्रतिमा को पहनाने से उनका चयन हुआ। वर्ष 2019 में बेंगलुरु में आयोजित एक्स-पो में इवेंट करके दिखाने का मौका मिला, जहां 14-15 देशों के लोग आए हुए थे। जापान से आए प्रतिनिधियों ने वहां उनके हुनर को देखकर जापान आने आमंत्रित किया। कोविड-19 के कारण कार्यक्रम नहीं हो पाया था। अभी कार्यक्रम होने वाला है। जिसमें उन्हें आमंत्रित किया गया है। 

उन्होंने बताया कि वे पहले ग्रेटर नोएडा जाएंगी, वहां से वीजा बनेगा, उसके बाद वे अपने बेटे के साथ जापान की राजधानी टोक्यो जाएंगी और वहां एक्स-पो में शामिल होकर अपने हुनर का प्रदर्शन करेंगी।
 

 


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