राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 27 नवंबर। नगर निगम आयुक्त अतुल विश्वकर्मा ने मंगलवार को नगर निगम सभागृह में सभी विभागों के अधिकारी-कर्मचारियों की बैठक लेकर कार्यालयीन अवधि में उपस्थित रहकर सेवा नियम का पालन कर समर्पण व निष्ठा से अपने दायित्वों का निर्वहन करने की सीख दी।
आयुक्त श्री विश्वकर्मा ने निगम के सामान्य प्रशासन विभाग, लेखा, जन्म-मृत्यु, लोककर्म, विद्युत, जल, सफाई, मोटर, राजस्व विभाग में कार्यरत सभी अधिकारी-कर्मचारियों की बैठक में कहा कि नौकरी के पहले दिन से ही हम एक नियम से बंध जाते हैं और उसी दिन से हम एक आम नागरिक से अलग हो जाते है। कार्यालय के कर्मचारियों का आचार व्यवहार व कार्य कैसा होना चाहिए, इस संबंध में चर्चा करने बैठक बुलाई गई है। उन्होंने कहा कि नौकरी के पूर्व हमारी मानसिकता होती है कि हम नौकरी लगने पर निष्ठा एवं इमानदारी से कार्य करेंगे, हमेें उसी मानसिकता से काम करना है, तभी हम सफल होंगे।
कार्यालय में हमारा व्यवहरर संयमित और मर्यादित होना चाहिए। कार्यालयीन समय में उपस्थित रहकर अपने कार्यों का कर्मठतापूर्वक ईमानदारी से निर्वहन करना है। अपने उच्च अधिकारियों के आदेश की अवहेलना नहीं करनी चाहिए। आयुक्त विश्वकर्मा ने कहा कि नगर निगम में बहुत महत्वपूर्ण विभाग है, जो जनता से सीधा जुड़ा होता है और लोगों के दैनिक जीवन की महत्वपूर्ण आवश्यकता जैसे राशन कार्ड, जन्म-मृत्यु व विवाह प्रमाण पत्र, निराश्रत पेंशन के अलावा बिजली, पानी, सफाई जैसी मूलभूत सुविधा निगम के द्वारा उपलब्ध कराई जाती है। इस दृष्टिकोण से हमारा कार्यालय बहुत महत्वपूर्ण है और इसकी महत्ता को समझ सभी को अपने दायित्वों का निर्वहन करना है।