राजनांदगांव

कांग्रेस को सरकार की उपलब्धियों से दोबारा ताजपोशी की उम्मीद, भाजपा खामियां गिनाकर सत्ता हथियाने लगाएगी जोर
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
राजनांदगांव, 20 मई। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के बीच सांगठनिक तैयारी के चलते बैठकों का दौर शुरू हो गया है। सांगठनिक मोर्चे पर दोनों दल तैनाती के लिए तैयार है। कांग्रेस को मौजूदा सरकार के उपलब्धियों की बदौलत दोबारा ताजपोशी की उम्मीद है। जबकि भाजपा आक्रमक रणनीति के तहत सरकार की खामियां गिनाकर सत्ता हथियाने पर जोर दे रही है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सह प्रभारी और छत्तीसगढ़ के प्रभारी सचिव डॉ. चंदन यादव ने शुक्रवार को दिनभर शहर कांग्रेस के नेताओं के संग मंथन किया। 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव के अलावा साल 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति बनी। प्रभारी सचिव ने पदाधिकारियों से सरकार की उपलब्धियों का खूब प्रचार करने पर जोर दिया। उनका मानना है कि सरकार के खिलाफ कहीं भी नाराजगी नहीं है। ऐसे में कांग्रेस की छत्तीसगढ़ में दोबारा ताजपोशी होने के पूरे आसार हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा चलाए जा रहे योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करने की सीख देते प्रभारी सचिव ने केंद्र की नाकामियों को भी लोगों तक पहुंचाने की पदाधिकारियों से अपील की है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के जनकल्याणकारी योजनाओं से चहुंमुखी विकास हुए हैं। भाजपा के पास मुद्दा नहीं होने के कारण सिर्फ कांग्रेस सरकार पर बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं। इसका मुंहतोड़ जवाब देने के लिए चुनावी साल में पार्टी कार्यकर्ताओं को एकजुट होने की सलाह देते प्रभारी सचिव ने व्यापक कार्ययोजना बनाकर लोगों से जनसंपर्क बढ़ाने को कहा। आने वाले दिनों में पार्टी कई बड़े कार्यक्रम के आयोजन से सरकार के पक्ष में माहौल बनाएगी। उन्होंने प्रमुख पदाधिकारियों को कार्यशैली में आमूलचूल बदलाव करने की नसीहत दी।
भ्रष्टाचार में डूबी कांग्रेस सरकार को घेरने भाजपा की बनी रणनीति
छह माह बाद प्रस्तावित विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने भी ताकत झोंकी है। स्थानीय पार्टी कार्यालय में पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह समेत कई दिग्गज नेताओं की मौजूदगी में हुई बैठक में कांग्रेस सरकार को घेरने के लिए रणनीति बनी। पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच छत्तीसगढ़ में हो रहे अवैध शराब कारोबार से लेकर राशन घोटाले, पीएससी गड़बड़ी और कोयला खनन में कमीशनखोरी जैसे अन्य मामलों के साथ जनता के बीच जाने का आह्वान किया। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भूपेश सरकार आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। प्रदेश में 2000 करोड़ रुपए का शराब घोटाला सामने आया है। पीएससी में सरकार के प्रभावशाली अधिकारियों के रिश्तेदार और संतान का चयन होने से एक बड़ी गड़बड़ी हुई है। भाजपा का कहना है कि पार्टी के पास मुद्दों की कमी नहीं है। छत्तीसगढ़ सरकार की कार्यप्रणाली को लेकर जनता को अवगत कराना जरूरी है। यह साफ दिख रहा है कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की हालत पतली है। इस सरकार के कई प्रभावशाली अधिकारी वित्तीय अनियमितताओं के चलते ईडी की कार्रवाई का सामना कर रहे हैं। कुछ अफसर जेल में पहुंच गए हैं। अधिकृत रूप से कहा जा सकता है कि कांग्रेस सरकार ने अपने राज में भ्रष्टाचार की तमाम हदें पार कर दी है। पूर्व मुख्यमंत्री के अलावा बैठक में मौजूद अन्य नेताओं ने अपनी राय से कार्यकर्ताओं को वाकिफ किया, ताकि चुनावी साल में कांग्रेस को घेरने के लिए मुद्दों की कमी न हो।