राजनांदगांव

रानीसागर व बूढ़ासागर के आसपास जुटेंगे सर्वसमाज के लोग
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 18 मई। शहर के ऐतिहासिक रानीसागर सरोवर के तट पर स्थित शनि मंदिर में गुरुवार और शुक्रवार को श्री शनि जन्मोत्सव मनाया जाना है। उसकी पूर्व संध्या पर सरोवर किनारे मिट्टी के सवा लाख दीये जलाए जाएंगे। दूसरे दिन महाआरती के बाद शाम को प्रसादी भंडारा कराया जाएगा। आयोजकों का दावा है कि दीयों की संख्या के लिहाज से छत्तीसगढ़ का यह सबसे बड़ा आयोजन होगा।
श्री शनिदेव धाम परिवार के संयोजन में सर्वधर्म समाज द्वारा आयोजित दो दिवसीय इस आयोजन का मूल उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण है। सभी दीये मिट्टी के होंगे, जो स्थानीय कुम्हारों के अलावा बांधाबाजार, थनौद व अन्य गांवों से मंगाए जा रहे हैं। प्रसादी भंडारा समेत अन्य सभी कार्यक्रमों में पालीथिन वगैरह का उपयोग नहीं किया जाएगा। सरोवर किनारे शनि मंदिर तो काफी पहले से है। भक्तों द्वारा वहां हर वर्ष जन्मोत्सव पर विविध आयोजन भी कराए जाते रहे हैं, लेकिन इस बार इसे विशेष ढंग से मनाने की तैयारी है। गत् वर्ष केवल 21 हजार दीये प्रज्जवलित किए गए थे। बीच-बीच में अन्य सामाजिक व धार्मिक आयोजनों में भी शनिधाम परिवार सहभागिता करता है। इस वर्ष दोनों सरोवरों के अलावा शीतला मंदिर व शिवाजी पार्क वाले हिस्से को भी दीयों की रोशनी से जगमग किया जाएगा।
दीयों का संग्रहण
दीपोत्सव के लिए दीयों का संग्रहण कराया जा रहा है। शहर से लगे क्षेत्र के कुम्हारों द्वारा तैयार दीये पहुंच गए हैं। बांधाबाजार से दीयों की खेप बुधवार को पहुंचेगी। इसके अलावा अन्य जगहों से भी दीये गुरुवार दोपहर तक पहुंच जाएंगे। बताया गया कि राजपूत समाज, महाराष्ट्रीयन तेली समाज, ब्राम्हण समाज, पूज्य सिंधी समाज, सिख समाज, अग्रवाल महिला मंडल, राजपूत महिला समाज, प्रेस क्लब परिवार, देवांगन समाज, वैष्णव समाज, मछुआरा समाज, यादव समाज व अन्य संस्था-संगठनों की आयोजन में सहभागिता होगी।
जन्मोत्सव पर मनाए जाने वाले दीपोत्सव के लिए अलग से तेल नहीं खरीदी जाएगा। भक्तोंं द्वारा शनिधाम में वर्षभर के दौरान चढ़ाए जाने वाले तेल से ही सारे दीये जलाए जाएंगे। इसके लिए मंदिर समिति के पास लगभग 400 लीटर तेल का स्टाक भी है। विशेष बात यह भी है कि पूरे आयोजन के लिए किसी से आर्थिक सहयोग नहीं लिया जा रहा। सर्वधर्म समाज अपने स्तर पर ही सारी तैयारी कर रहा है।
तैयारी की जा रही - राकेश
संयोजक राकेश ठाकुर ने कहा कि जन्मोत्सव को भव्य रूप से मनाया जाना है। इसके लिए भक्तों द्वारा उत्साह के साथ तैयारी की जा रही है। पर्यावरण संरक्षण के संदेश के साथ रानीसागर व बूढ़ासागर सरोवर के साथ ही शिवाजी पार्क व शीतला मंदिर परिसर को भी मिट्टी के दीयों से जगमग किया जाएगा।