राजनांदगांव

पुल बनाने दो किसानों की जमीन को शासन ने किया था अधिग्रहण
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 12 मई। पिछली सरकार के समय बनी अंबागढ़ चौकी-पांगरी सडक़ एवं शिवनाथ नदी में निर्मित उच्च स्तरीय पुल निर्माण में जिन कृषकों की जमीन शासन ने अधिग्रहित की गई है, उन किसानों को तत्काल मुआवाजा दिलाने की मांग को लेकर बुधवार को खुज्जी विधायक छन्नी चंदू साहू व ब्लाक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष अनिल मानिकपुरी ने छग के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल से भेंट कर आठ वर्ष से मुआवजा के लिए चक्कर लगा रहे किसानों को जल्द से जल्द मुआवजा दिलाने की मांग की।
ज्ञात हो कि वर्ष 2014 में करोड़ों की लागत से ग्राम पांगरी तक तीन किमी डामरीकरण सडक़ एवं पांगरी से चौकी के मध्य शिवनाथ नदी में उच्च स्तरीय पुल निर्माण किया गया था। निर्माण कार्य छग सेतु विकास निगम द्वारा किया गया था। सडक़ व पुल निर्माण के लिए अंबागढ़ चौकी नगर के दो दर्जन कृषकों की लगानी जमीन शासन ने अधिग्रहित की थी, जिन किसानों की जमीन भाजपा सरकार के समय गई, उन्हे पिछली सरकार के समय भी मुआवजा नहीं मिला और अब कांग्रेस सरकार के साढे चार वर्ष के कार्यकाल में भी उन्हें मुआवजे की राशि नहीं मिल पाई है।
बुधवार को खुज्जी विधायक श्रीमती साहू एवं ब्लॉक अध्यक्ष श्री मानिकपुरी ने राजधानी रायपुर में छग शासन के राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल से भेंटकर उन्हें मुआवजा के लिए भटक रहे किसानों की समस्याएं बताई और जल्द से जल्द किसानों को मुआवजा दिलाने की मांग की। राजस्व मंत्री श्री अग्रवाल ने मौके में ही राजस्व विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसानों को मुआवजा दिलाने की कार्रवाई करें और उन्हें इसकी जानकारी दी जाए।
8 वर्ष से चक्कर काट रहे हैं किसान
पीडि़त किसान सुखुराम निषाद, हेमंत बोरकर, यशवंत बोरकर, दशरथ लाल ने बताया कि वे पिछले कई वर्ष से हर सप्ताह तहसीलदार व एसडीएम कार्यालय का चक्कर काट रहे हैं। किसानों ने बताया कि वे कलेक्टर को भी मुआवजा दिलाने के लिए ज्ञापन सौंप चुके हैं, लेकिन उन्हें मुआवजे की राशि नहीं मिल पा रही है। पीडि़त किसानों ने बताया कि पिछले दो साल से उन्हें आज-कल में पैसा दिया जाने का आश्वासन दिया जाता है, लेकिन आज तक उन्हें राशि नहीं मिल पाई है।
आंदोलन पर आमदा है किसान
आठ वर्ष से मुआवजे के लिए भटक रहे किसान अब आंदोलन पर अमादा हैं। पीडि़त किसान सुखुराम निषाद, हेमंत बोरकर, इंदलराम, दशरथ राम, यशवंत ने कहा कि छग सरकार का यह कैसा न्याय है। एक तो सरकार ने हमारी खेती-किसानी की जमीन ले ली है और आठ साल से मुआवजे के लिए चक्कर लगवा रही है। हम एक पैसे के लिए तरस रहे हैं। बीमार परिजनों का इलाज नहीं करा पा रहे हैं। मुआवजे की राह देखते कई सदस्यों की मौत हो गई है, लेकिन सरकार का दिल पसीज नहीं रहा है। किसानों ने कहा कि अब हमारे पास सडक़ में उतरने के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि उन्हें पखवाड़ेभर के अंदर मुआवजे की राशि नहीं मिली तो वे अंबागढ़ चौकी-राजनांदगांव मुख्य मार्ग में चक्काजाम करेंगे।
शासन से की है राशि की मांग
एसडीएम हेमेन्द्र भुआर्य ने कहा कि किसानों को मुआवजा देने की सभी प्रक्रिया पूरी करा ली गई है। मुआवजा प्रदान करने के लिए राशि के लिए शासन से राशि की मांग की है। राशि प्राप्त होते ही किसानों को तत्काल मुआवजा राशि प्रदाय किया जाएगा।