राजनांदगांव

प्रभु यीशु के पुर्नजन्म की खुशी में मनाया ईस्टर पर्व
09-Apr-2023 12:56 PM
प्रभु यीशु के पुर्नजन्म की खुशी में मनाया ईस्टर पर्व

 चर्चों में विशेष प्रवचन, दिवंगत परिजनों के कब्र में हुई प्रार्थना 

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 9 अप्रैल।
शांतिदूतक प्रभ यीशु के पुर्नजन्म होने की मान्यता से जुड़े ईस्टर पर्व पर रविवार को चर्चों में जहां विशेष प्रवचन हुए। वहीं समाज के लोगों ने अपने बुजुर्गों के कब्र में पहुंचकर प्रार्थना स्वरूप भक्ति के गीत गाएं। वहीं पर्व को लेकर ईसाई समुदाय के घरों में आज दिनभर खुशियां बिखरी रही।

ईसाई धर्माविलंबियों ने करीब 50 दिन के कठिन तप के साथ अपना व्रत तोड़ते प्रभु को याद किया। लोक मान्यता है कि गुड-फ्राइडे के दिन प्रभु यीशु को सूली में लटका दिया गया था। बाद में वह रविवार को दोबारा जीवित हो गए। प्रभु ईसा मसीह के जीवनकाल का अनुभव करने तथा उनके आदर्शों को व्यवहारिक जीवन में उतारने के लिए ईसाई समुदाय कष्टों के निवारण के लिए प्रार्थना करता है। इस बीच ईस्टर पर्व के होने पर स्थानीय गिरजाघरों में आज सुबह से लोगों ने विशेष आराधना में भाग लिया।

पास्टर और फादरों द्वारा समाज के लोगों को प्रभु की जीवित काल में हुए चमत्कारिक घटनाओं का विवरण सुनाया गया। इसके बाद प्रभु की यश में भक्ति गीत की प्रस्तुति दी गई। स्थानीय वाईडनियर, मेनोनाईट, गौरीनगर स्थित मसीह मंदिर तथा मार्थोमा चर्च में सुबह से ही विशेष प्रार्थना का सिलसिला चला। इधर दिवगंत बुजुर्गों को याद करने के लिए भी लोग कब्रो में पहुंचे। बुजुर्गों का श्रद्धासुमन देने के साथ-साथ कब्रों का रंग-रोगन किया गया। मोमबत्ती जलाकर बुजुर्गों को याद किया। ईस्टर पर्व की खुशी में आज घरों में दावत का आयोजन भी किया गया।
 


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