राजनांदगांव

झारखंड से दो आरोपी गिरफ्तार, डेढ़ लाख की थी ठगी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 4 अप्रैल। साईबर ठगी करने वाले गिरोह को पुलिस ने झारखंड के जिला देवधर से धरदबोचा है। ज्ञात हो कि बीते दिनों घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र साल्हेवारा थाना क्षेत्र के ग्राम रामपुर के पोस्टमैन के खाते से अज्ञात व्यक्ति द्वारा पुराना डेबिट कार्ड की वैधता समाप्त होने का झांसा देते उनके मोबाइल नंबर की ओटीपी के माध्यम से करीब डेढ़ लाख रुपए पार कर दिया था। पुलिस ने पीडि़त की शिकायत पर गिरोह के सदस्यों को झारखंड के देवधर से गिरफ्तार कर लिया।
मिली जानकारी के अनुसार साल्हेवारा क्षेत्र के ग्राम रामपुर निवासी भरतलाल 62 वर्ष द्वारा 11 मार्च को केसीजी एसपी के समक्ष बताया कि उनके पोस्ट ऑफिस के सेविंग खाता इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक का खाता नंबर से मोबाइल नंबर के धारक अज्ञात व्यक्ति द्वारा फोन के माध्यम से पुराना डेबिट कार्ड की वैधता समाप्त होने से नया डेबिट कार्ड बनाने के लिए बैंक का साहब हूं बोलकर झांसा देते उनके मोबाइल नंबर में आए ओटीपी को बताने पर उनके पोस्ट ऑफिस के सेविंग खाता एवं इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक का खाता से 11 और 12 मार्च को एक लाख 35 हजार रुपए अज्ञात व्यक्ति द्वारा अन्य खाता में ट्रांजेक्शन कर ठगी कर लिया।
एसपी द्वारा पीडि़त के खाता से ट्रांजेक्शन रकम को सायबर सेल को बैंक के माध्यम से तत्काल होल्ड कराने निर्देशित किया। एसपी द्वारा तत्काल संज्ञान में लेते साल्हेवारा थाना प्रभारी को पीडि़त की रिपोर्ट पर अपराध पंजीबद्ध कर कार्रवाई करने निर्देशित करते अज्ञात मोबाईल धारक की पतासाजी के लिए मोबाइल नंबर का बकत एनालिसिस किया गया। लोकेशन झारखंड राज्य में होना पता चला। उनके घर, रूकने के ठिकानों के बारे में पता लगाया गया। तत्काल थाना साल्हेवारा एवं सायबर सेल की टीम गठित कर सायबर सेल से प्राप्त अज्ञात आरोपी का लोकेशन झारखंड बताये जाने पर 31 मार्च को टीम झारखंड रवाना किया गया। उक्त टीम द्वारा सायबर सेल की मदद से ग्राम जगतपुर थाना मोहनपुर जिला देवधर झारखण्ड में बताए जाने पर गठित टीम द्वारा घेराबंदी कर मोबाईल टॉवर लोकेशन के आधार पर आरोपी राहुल कुमार मंडल 26 वर्ष साकिन ग्राम जगतपुर पोस्ट घोरमारा थाना मोहनपुर जिला देवघर एवं राजकुमार उर्फ पोल्टी मंडल पिता श्यामसुंदर मंडल 19 वर्ष साकिन ग्राम लातासरे जिला देवघर को महज 24 घंटा के भीतर गिरफ्तार किया। आरोपियों से प्रकरण में उपयोग किए गए मोबाईल को जब्त किया गया एवं आरोपियों को न्यायालय से ट्रांजिट रिमांड लेकर थाना साल्हेवारा जिला केसीजी लाया गया। आरोपियों द्वारा प्रार्थी के खाता से 1,35,886 रुपए को धोखाधड़ी व ठगी कर ट्रांजेक्शन करना स्वीकार किया तथा उक्त आरोपियों द्वारा छग के अलग-अलग थानों में भी इस प्रकार का सायबर फ्रॉड करना बताया गया।