राजनांदगांव
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‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 3 नवंबर। देव उठनी यानी ‘छोटी दिवाली’ के लिए बाजार में हलचल तेज हो गई है। दीपावली पर्व के बाद 12वें दिन देवउठनी पर्व कल शुक्रवार को मनाया जाएगा। इस पर्व को तुलसी विवाह भी कहा जाता है। जेठाऊनी पर्व को दिवाली त्यौहार को छोटे रूप की संज्ञा दी जाती है। घरों में त्यौहार के मौके पर दंपत्तियो के सात फेरे भी कराए जाते हैं।
ऐसी मान्यता है कि तुलसी का फेरा करने से जोड़ो की आयु लंबी होती है। वहीं घर-परिवार में समृद्धि भी आती है। तुलसी विवाह में घरों में खास व्यंजन तैयार किए जाते हैं। दीपावली पर्व की तरह घरों की सजावट की जाती है। साथ ही आंगन को गोबर से लिपने के बाद आकर्षक रंगोली से सजाया जाता है। पर्व में फटाखे भी फोड़े जाते है। इधर देवउठनी पर्व को देवी-देवताओं के जागने से भी जोड़ा जाता है। ऐसी मान्यता है कि इस दिन के बाद मांगलिक कार्य किए जा सकते हंै। इस पर्व के बाद से वैवाहिक कार्यक्रमों की शुरूआत होती है। तुलसी विवाह के बाद ही शुभ कार्य किए जाते हैं। इस बीच बाजार में पर्व के चलते कारोबारी हलचल दिख रही है। देवउठनी पर्व पर लोग कपड़ा, आभूषण व बर्तनों की खरीदी भी करते हैं। तुलसी विवाह का नजारा दिवाली जैसा ही दिखाई देता है।
इधर गुरुवार को सुबह से ही बाजार में फल, फूल समेत पूजन सामग्रियों की दुकानें भी सज चुकी है। वहीं सुबह के अलावा शाम को बाजार में भीड़ बढऩे की उम्मीद है। कल शुक्रवार को त्यौहार की खरीदी के लिए दोपहर बाद लोगों के भीड़ बढऩे की उम्मीद है। इसके साथ ही स्थानीय म्युनिसिपल स्कूल और बाजार क्षेत्र में गन्ने की बिक्री के लिए भी दुकानें सज चुकी है। बाजार में गन्ने की कीमत 100 रुपए से 120 रुपए तक बिक्री हो रही है। वहीं शहर के अलग-अलग इलाकों में भी पूजन सामग्रियों की बिक्री के लिए दुकानें सज चुकी है।