राजनांदगांव

नांदगांव में अ.भा. डाक कर्मचारी संघ का अधिवेशन में कई प्रस्ताव पास
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 जून। अखिल भारतीय डाक कर्मचाारी संघ गु्रप ‘सी’ छत्तीसगढ़ परिमंडल के 10वें द्विवार्षिक एवं खुला अधिवेशन में रविवार को राज्यभर के डाक विभाग के अफसर और कर्मचारी पहुंचे। स्थानीय एक निजी होटल में आयोजित कार्यक्रम में अतिथियों ने अधिवेशन की शुरूआत की। जिसमें दिल्ली से पहुंचे सहायक महासचिव नरेश गुप्ता और सुनीता द्विवेदी समेत अन्य प्रमुख संघ के नेताओं ने अधिवेशन को संबोधित किया।
अधिवेशन में केंद्र सरकार की सरकारी उपक्रमों का निजीकरण किए जाने का मुद्दा उठाया गया। संघ का आरोप है कि देश के तरक्की में अग्रणी डाकघर कर्मियों के हितों को लेकर हमेशा कुठाराघात किया गया है। संघ द्वारा आगामी 2 वर्ष की सांगठनिक गतिविधियों की एक रूपरेखा तैयार की गई है। हर साल संघ का अलग-अलग राज्यों में द्विवार्षिक सम्मेलन का आयोजन होता है। इसी कड़ी में अधिवेशन को संबोधित करते सहायक महासचिव नरेश गुप्ता ने कहा कि एलआईसी समेत अन्य उपक्रमों को बेचकर कर्मचारियों की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है।उन्होंने सवाल उठाया कि कोरोनाकाल में डाककर्मियों ने अपनी सेवाएं बरकरार रखी, लेकिन उनके हितों को लेकर केंद सरकार का रूख कर्मचारी विरोधी है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पिछले आठ साल में बीएसएनएल जैसी दूर संचार कंपनी को भी प्रभावित किया है। वहीं एलआईसी को भी एक तरह से बेचने के चलते केंद्र ने तैयारी कर ली है। इधर अधिवेशन में पहली बार संघ द्वारा महिला कर्मियों को प्रतिनिधित्वि दिए जाने पर कार्यकारिणी घोषित करने का निर्णय लिया है। करगी में पदस्थ उप डाकपाल सुनीता द्विवेदी के मुताबिक महिलाओं को संघ ने अधिक से अधिक प्रतिनिधित्व देने के लिए महिला संगठन बनाने का प्रस्ताव पास किया है। कार्यक्रम में अलग-अलग क्षेत्रों से आए पदाधिकारियों ने भी अपने विचार रखे।