राजनांदगांव

कहा- छत्तीसगढ़ मान-सम्मान भूपेश सरकार का महज प्रोपेगेंडा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 1 जून। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने छत्तीसगढ़ से राज्यसभा उम्मीदवारों के बाहरी होने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के छत्तीसगढिय़ा मान-सम्मान को महज प्रोपेगेंडा करार देते कहा कि राज्य में कांग्रेस को लगता है कि योग्य व्यक्ति नहीं है। इसलिए गैरछत्तीसगढ़ी नेताओं को उच्च सदन में भेजा गया है। उन्होंने कहा कि यह छत्तीसगढिय़ों का अपमान है।
मुख्यमंत्री सिर्फ छत्तीसगढ़ी संस्कृति को राजनीतिक उद्देश्यपूर्ति के लिए बढ़ावा दे रहे हैं। छत्तीसगढ़ से पहले भी कांग्रेस ने मोहसिना किदवई और केटीएस तुलसी को राज्यसभा के लिए नामित किया। कांग्रेस का यह फैसला छत्तीसगढ़ के लिए अपमान जैसा है। पूर्व सीएम ने कहा कि छत्तीसगढिय़ों के स्वाभिमान को लेकर मुख्यमंत्री दावा करते रहे हैं। राज्यसभा में छत्तीसगढ़ के बाशिंदों को प्रतिनिधित्व नहीं देना स्थानीय निवासियों का हक छीनना है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में लिए गए फैसले को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी चुनौती नहीं दे पाए। यही कारण है कि गैरछत्तीसगढ़ी नेताओं ने राज्यसभा का रूख आसानी से कर लिया।
मंगलवार को जिला योजना समिति की बैठक में शामिल होने के बाद पत्रकारों से चर्चा करते पूर्व सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हिमांचल प्रदेश में देश के विभिन्न महत्वाकांक्षी योजनाओं के हितग्राहियों से भेंट व मुलाकात की। गांव-गरीब और किसानों को लाभान्वित करने मोदी सरकार अहम भूमिका अदा कर रही है। उन्होंने कहा कि 1500 हितग्राहियों से प्रधानमंत्री ने अलग-अलग चर्चा की। उन्होंने कोविड काल में 90 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीन लगाए जाने की सराहना करते कहा कि 2019 में शुरू हुए जल-जीवन मिशन के तहत शहर और ग्रामीण क्षेत्रों को शुद्ध पेयजल मिल रहा है।