राजनांदगांव

भोरमदेव साहित्य सृजन मंच कबीरधाम के वार्षिक अधिवेशन में
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
गंडई, 29 मई। अंचल के साहित्यकार मिनेश साहू की प्रथम कृति ‘सगा पुतानी’ का विमोचन आगामी 31 मई को भोरमदेव साहित्य सृजन मंच कबीरधाम के वार्षिक अधिवेशन एवं सम्मान समारोह में सुबह 11 बजे होगा। उक्त कार्यक्रम सहसपुर लोहारा में आयोजित है। कार्यक्रम विशेष रूप से इंदिरा कला संगीत विवि की कुलपति पद्मश्री डॉ. ममता चंद्राकर की उपस्थिति में संपन्न होगा। अधिवेशन में आकाशवाणी केंद्र रायपुर के निदेशक लखनलाल भौर्या, छत्तीसगढ़ राजभाषा आयोग के डॉ. अनिल भतप्रहरी भी आयोजन में शामिल रहेंगे।
मिनेश साहू गंडई से सटे भुरभुसी के निवासी हैं। उनकी प्रथम कृति को वरिष्ठ लोक साहित्यकार व गीतकार डॉ. पीसीलाल यादव द्वारा लिखी गई है। यह बता दें कि इस सगा पुतानी कृति में 60 बाल साहित्य कविताओं का सृजन छत्तीसगढ़ी भाषा में किया गया है, जो शिशु स्तर, बाल स्तर और पूर्वोत्तर बाल स्तर पर लिखा गया है। जिसमें सभी कविताएं बाल मन के अनुरूप मनोविज्ञान, विज्ञान, गणितीय, कला संस्कृति और मनोरंजक तथ्यों के साथ जोड़ा गया है। बाल साहित्य लेखन के प्रेरणास्रोत भी राष्ट्रीय बाल साहित्यकार स्व. शंभूलाल शर्मा बसंत रायगढ़ एवं वरिष्ठ लोक साहित्यकार डॉ. पीसीलाल यादव गंडई जिला राजनांदगांव, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. जीवन यदु राही खैरागढ़, वरिष्ठ साहित्यकार सीताराम साहू बालोद, मुरारीलाल साव की कविताओं को पढक़र प्राप्त हुआ है।
बता दे कि मिनेश साहू हिन्दी और छत्तीसगढ़ी भाषा में लेखन का कार्य कर रहे हैं। साथ ही विगत चार वर्षों से मिनेश भोरमदेव साहित्य सृजन मंच कबीरधाम के अध्यक्ष एवं छत्तीसगढ़ स्वाभिमान संस्थान में साहित्य प्रकोष्ठ के प्रांताध्यक्ष के पद पर अपनी सेवाएं प्रदान कर रहे हैं। बाल साहित्य के साथ-साथ छत्तीसगढ़ी लोक गीतों का सृजन कर रहे हैं। अभी तक छत्तीसगढ़ी भाषा में दर्जनों लोक गीत रीलिज हो गया है।
जिसमें छत्तीसगढ़ी संस्कृति लोक जीवन और जन की पीड़ाओं को समाहित किया है। बाल साहित्य के साथ-साथ छत्तीसगढ़ी पारिवारिक फिल्म घरौंदा, झिटकू-मिटकी (बस्तर अंचल की वास्तविक 800 वर्ष पुरानी प्रेम कथा पर लघु फिल्म), छत्तीसगढ़ी साइकोलॉजिकल फिल्म भरोसा, छत्तीसगढ़ी लघु फिल्म गोहार, छत्तीसगढ़ी नाटक कलंकार में पटकथा एवं संवाद के साथ डायलाग का लेखन कार्य पूर्ण कर चुके हैं। आगामी 31 मई को आयोजित कार्यक्रम में वरिष्ठ एवं नए बाल लोक कलाकारों एवं साहित्यकारों का सम्मान होना है। जिसमें लोक गायिका जयंती यादव, कविता वासनिक, भगवती साहू, कुलेश्वर ताम्रकार, महादेव हिरवानी, प्रभु सिन्हा, गरिमा, स्वर्णा दिवाकर, आरू साहू समेत 45 से अधिक लोगों का सम्मान होना है।