राजनांदगांव

छात्राएं सीएम को सुनाएंगी दुखड़ा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 27 मई। कन्या क्रीड़ा परिसर की 9वीं कक्षा की छात्राओं को इस वर्ष बालक उ.मा.शाला मेरेगांव में पढ़ाई करनी होगी। कन्या उ.मा.शाला के बंद हो जाने से कन्या क्रीड़ा परिसर में निवासरत 9वीं कक्षा की छात्राओं को नगर से 3 किमी दूर बालक उ.मा.शाला में प्रवेश लेना पड़ेगा। अब समस्या है यह कि आवासीय संस्था कन्या क्रीड़ा परिसर में वाहन सुविधा नहीं होने के कारण शाला की छात्राओं को पढ़ाई के लिए पैदल ही मुकाम तय करना पड़ेगा।
नगर के कन्या उ.मा. शाला व कन्या क्रीड़ा परिसर की छात्राएं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आने का बेसब्री से इंतजार कर रही हैं। छात्राओं व उनके पालकों को यह पता है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इन दिनों प्रदेश के हर विधानसभा क्षेत्र का भ्रमण कर रहे हैं और मुख्यमंत्री का खुज्जी व मोहला-मानपुर विधानसभा का दौरा जून माह में संभावित है, इसलिए नगर की छात्राओं के साथ उनके पालक और स्थानीय नागरिक भी सीएम के अंबागढ़ चौकी ब्लॉक में आने का इंतजार कर रहे हैं।
कन्या उ.मा.शाला व कन्या क्रीड़ा परिसर की छात्राओं का कहना है कि वे सीएम से मिलकर अपनी समस्याएं सामने रखेंगे और उन्हें भरोसा है कि सीएम जरूर उनकी परेशानियों को दूर करेंगे।
विधायक ने की बंद नहीं करने की मांग
खुज्जी विधायक छन्नी चंदू साहू व ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष अनिल मानिकपुरी ने नगर की तीन दशक पुरानी संस्था कन्या उ.मा.शाला को बंद नहीं करने की मांग मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय टेकाम से की है।
विधायक व ब्लॉक अध्यक्ष ने सीएम व शिक्षा मंत्री को भेजे अपने पत्र में बताया कि अंबागढ़ चौकी नगर में संचालित शासकीय कन्या उ.मा.शाला में 800 छात्राएं पढ़ाई करती हैं। इस शाला में नगर के अलावा आसपास गांव सिर्राभाठा, सिरमुंदा, केसला, बोईरडीह, सांगली, मालडोंगरी, केकतीटोला, हाथीकन्हार, सोनसायटोला, धानापायली, सेम्हरबांधा, बिहरीकला में प्रवेश लेती हंै।
इसके अलावा स्कूल शिक्षा विभाग की विशेष व संभागीय संस्था कन्या क्रीड़ा परिसर की सौ छात्राएं भी कन्या उ.मा.शाला में पढ़ाई करती हंै। उन्होंने कहा कि यदि कन्या उ.मा.शाला बंद हो जाता है तो सैकड़ों छात्राओं एवं विशेषकर गरीब परिवार की छात्राओं को हाईस्कूल व हायर सेकंडरी पढ़ाई के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। ऐसे में कई छात्राएं पढ़ाई से वंचित हो सकती हैं, जबकि सैकड़ों को मजबूरी में बालक शाला में प्रवेश लेना पड़ेगा।
विधायक श्रीमती साहू व ब्लॉक अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि कन्या उ.मा.शाला को छात्राओं के भविष्य को ध्यान में रखते बंद नहीं किया जाए।
बीईओ एसके धीवर ने कहा कि कन्या क्रीड़ा परिसर की 9वीं कक्षा की छात्राओं को बालक उ.मा.शाला में प्रवेश दिलाया जाएगा। जबकि हाईस्कूल व हायर सेकंडरी में पढ़ाई की इच्छुक सभी कक्षाओं की छात्राओं को बालक उ.मा.शाला मेरेगांव में प्रवेश दिलाया जाएगा।