राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
अंबागढ़ चौकी, 26 मई। शासकीय कन्या उ.मा.शाला में महिला सफाईकर्मी को सात माह से मानदेय प्राप्त नहीं हुआ है। महिला सफाईकर्मी मानदेय के लिए अधिकारियों व जनप्रतिनिधियो का चक्कर काट रही है।
प्रवेश के लिए भटक रही है छात्राएं
नगर की एकमात्र शासकीय कन्या उ.मा.शाला वर्ष 1988 से संचालित है। इस शाला में प्रतिवर्ष 800 छात्राएं हाईस्कूल व हायर सेकंडरी की पढ़ाई करती हंै। यहां अंबागढ़ चौकी नगर के अलावा हाथीकन्हार, केकतीटोला, सोनसायटोला, धानापायली, सेम्हरबांधा, सिरमुंदा, बोईरडीह, सांगली, सिर्राभाठा, कचकोहडो, मालडोंगरी, केसला इत्यादि सहित अन्य कई गांव की छात्राएं पढ़ाई करती हैं। छग शासन ने इस वर्ष इस शाला को बंद कर दिया है।
शाला के प्राचार्य ने स्कूल में नवमी सहित अन्य कक्षाओं के लिए नए विद्यार्थी के प्रवेश पर रोक लगा दिया है। अब इस शाला के बंद हो जाने से नगर सहित आसपास गांव के ग्रामीण अपनी बेटियों को हाईस्कूल व हायर सेकंडरी में प्रवेश दिलाने के लिए भटक रहे हैं। अब इन पालकों को मजबूरी में प्राइवेट स्कूलो में प्रवेश दिलाना पड़ेगा या फिर मजबूरी में बालक उ.मा.शाला मेरेगंाव में लडक़ों के साथ पढ़ाई करनी पड़ेगी।
बीईओ एसके धीवर ने बताया कि स्थानीय नागरिकों द्वारा कन्या उ.मा.शाला को बंद नहीं किएजाने की मांग की है। उच्चाधिकारियों को जानकारी दी गई है। कन्या शाला के महिला सफाईकर्मी के मानदेय का भुगतान नहीं होने की जानकारी अफसरों को दी गई है।