रायगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 24 अगस्त। भिलाई के विधायक देवेंद्र यादव की बलौदाबाजार वाले घटना में गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस ने शुक्रवार को सभी जिला मुख्यालों पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार को घेरा। इसी तारतम्य में रायगढ़ में पूर्व मंत्री उमेश पटेल ने भी सरकार पर हमला किया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद महिलाओं और छात्राओं के साथ मौन जुलूस भी निकाला गया। जिसमें कांगे्रसियों ने मुंह पर काली पट्टी बांधकर बेटी बचाओ, चौक से गांधी प्रतिमा स्थल तक पैदल मार्च कर विरोध जताया।
उमेश पटेल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बलौदाबजार की घटना पर बड़े सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि रैली की अनुमति लेने वाली भाजपा नेत्री सनम जांगड़े पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, ठेकेदार पर कोई कार्रवाई नहीं हुई क्योंकि वे भाजपा कार्यकर्ता थे लेकिन अपनी गलतियों को छिपाने सरकार कांग्रेस के मत्थे पूरी गलती मढऩे की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि विधायक देवेंद्र यादव के खिलाफ यदि कोई सबूत है तो सरकार उसे सार्वजनिक तो करके दिखाए। उन्होंने कहा कि वे सिर्फ 10 मिनट के लिए वहां जाकर वापस लौट गए।
उन्होंने सरकार की कमियों को गिनाते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में पहली बार कलेक्टर और एसपी कार्यालय जलाए जाने की घटना हुई। रायगढ़ में 26 घंटे तक बिजली गुल होने की घटना भी एक रिकॉर्ड है यहां इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ था। उन्होंने कहा कि पुसौर जैसा जघन्य गैंग रैप घटना भी जिले में पहली बार हुई है। इस सरकार में इसी तरह के अजीब रिकॉर्ड बन रहे हैं।
पुसौर की घटना संबधी सवाल पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पीडि़ता के परिवार और एक मात्र गवाह की सुरक्षा दी जानी चाहिए ताकि लोगों में भरोसा कायम हो। उन्होंने कहा कि पुलिस के बूट की धमक की दहशत अपराधियों में होनी चाहिए। हालांकि उन्होंने आरोपियों के किसी तरह के राजनीतिक प्रश्रय दिए जाने संबंधी सवाल पर कहा अभी इस तरह की कोई बात सामने नहीं आई है न ही अभी इसपर बात करना ठीक है। मगर उन्होंने यह भी कहा कि पीडि़ता के बयान के अनुसार आरोपी 14 से अधिक हैं तो फिर बाकी के आरोपियों की गिरफ्तारी से पुलिस क्यों बच रही है।