रायगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 11 अगस्त। जिले के विकासखण्ड लैलूंगा के ग्राम पंचायत गहनाझरिया के आश्रित मोहल्ला सूकवास में सडक़ जैसे सुविधाओं के लिए ग्रामीण हताश हो चुके हैं। बारिश के दिनों में ग्रामीणों को आवगमन करने भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आखिर थक हारकर कीचड़ से लबालब सडक़ पर सरपंच सचिव के खिलाफ आक्रोश जताते हुए ग्रामीणों ने धान रोपा।
ग्रामीणों का कहना है कि केवल आश्वासन के नाम पर ठगा गया है। कई बार विधायक से लेकर जनप्रतिनिधियों को इस सडक़ बनाने की गुहार लगाई, लेकिन किसी ने नहीं ध्यान दिया। सुकवासी पारा से लेकर सुकवास मार्ग कई वर्षों से बदहाली पर आंसू बहा रहा है, लेकिन किसी ने इस सडक़ निर्माण करने आगे नहीं आया, जिससे इस सडक़ पर चलना परेशानी का सबब बना हुआ है। स्कूली बच्चों को स्कूल जाने आने के दौरान उनका ड्रेस खराब हो जाता है और वे कक्षा में बैठने लायक नहीं रहते।
ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम पंचायत गहनाझरिया लैलूंगा मुख्यालय का सबसे बड़ा ग्राम पंचायत है और इसकी दूरी लगभग 10 से 15 किमी पर स्थित है आश्रित ग्राम सुकवास में लगभग 1100 की आबादी है, 800 लगभग वोटर है ग्रामीण जब जब सरपंच सचिव से सडक़ सहित अन्य कार्यों के लिए बात करते है, तो सरपंच द्वारा साफ तौर पर मना कर दिया जाता है, मैं कोई काम नहीं करूंगा, न मुझे दुबारा सरपंच बनना है।
राशनकार्ड में भी दस्तखत नहीं करते, जिससे ग्रामीणों को राशनकार्ड आज तक वितरण नहीं हुआ है। सडक़ की समस्या को लेकर कई बार बोला गया है, परंतु सरपंच सचिव एक बार भी इस गांव तरफ झांकने तक नहीं आए है। पंचायत का क्षेत्रफल भी काफी फैला हुआ है। विकास कार्य के नाम पर केवल ठेंगा दिखाया जा रहा है केवल कागजी खानापूर्ति हो रहा है।
ग्राम पंचायत गहना झरिया के इस आश्रित में मोहल्ले में ओबीसी समाज सहित भारी संख्या में आदिवासी समुदाय के लोग निवासरत है। इस मोहल्ले से उप सरपंच है परंतु उप सरपंच की एक नहीं सुनते सरपंच कारण यही है।
उप सरपंच प्रतिनिधि व पंच सहित ग्रामीणों ने सरपंच विरोध प्रदर्शन करते हुए सडक़ बनने के मांग की है। मोहल्ले में सडक़ पानी जैसे मुलभूत सुविधा के सालों से तरस रहे हैं। लगभग 15 साल हो गये लेकिन पक्की सडक़ का नसीब नहीं हुआ न इतने सालों में मुरूमी करण का कार्य हुआ,जबकि बारिश के दिनों में यहां के लोगों को आवागमन करने में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई सरपंचों का कार्यकाल गुजरा फिर भी विकास से कोसों दूर है।
ग्राम पंचायत गहना झरिया का सुकवास ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच यशोमती पैंकरा द्वारा 300 रु टैक्स जमा नहीं करने पर राशनकार्ड में दस्तखत नहीं कर रही है, जिससे आज तक नया राशन कार्ड हितग्राहियों नहीं मिला है।