रायगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 11 अगस्त। जिले में शुक्रवार की रात हो रही तेज बारिश के के बीच उस वक्त बंगुरसिया-हमीरपुर मार्ग में वाहनों के पहिये थम गए, जब जंगलों से निकलकर एक हाथी सडक़ पर आ गया और कुछ हाथी सडक़ किनारे ही विचरण करने लगे। वन विभाग की टीम के पहुंचने के बाद दो घंटे की मशक्कत के बाद ही हाथी वापस जंगल में गया, जिसके बाद ही इस मार्ग में वाहनों का आवागमन शुरू हो सका।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार रायगढ़ जिले के बंगुरसिया हमीरपुर मार्ग में बीती रात करीब 9 बजे के आसपास तेज बारिश के बावजूद एक हाथी सडक़ पर आकर खड़ा हो गया, जिससे इस मार्ग में करीब दो से ढाई घंटे तक सडक़ के दोनों ओर वाहनों के पहिये थम गए।
इसकी जानकारी मिलते ही बंगुरसिया वन विभाग की टीम तत्काल मौके पर पहुंची और सडक़ में आये हाथी को किसी तरह वापस जंगलों में खदेड़ा गया तब जाकर इस मार्ग में आवागमन शुरू हो सका।
ग्रामीणों को किया जा रहा अलर्ट
बताया जा रहा है कि इन दिनों इस क्षेत्र में तकरीबन 3 से 4 हाथी विचरण कर रहे हैं। जंगलों में हाथियों की मौजूदगी को देखते हुए वन विभाग की टीम के द्वारा गांव-गांव पहुंचकर ग्रामीणों को अलर्ट करते हुए जंगल तरफ नही जाने की सलाह दी जा रही है।
हाथियों का रास्ता है यह मार्ग
बंगुरसिया गांव के ग्रामीणों ने बताया कि यह पहली मर्तबा नहीं जब बीती रात यहां सडक़ में हाथी आया था। एक लंबे समय से जंगली हाथी इसी मार्ग में जाना-जाना करते हैं। कभी-कभार धान और चावल की खुशबू से हाथी बस्ती तक भी पहुंच जाते है और उत्पात मचाने के बाद फिर से जंगलों में लौट जाते हैं।
24 घंटे चलते हैं भारी वाहन
बंगुरसिया-हमीरपुर मार्ग में कुछ छोटे बड़े उद्योग संचालित है। साथ ही साथ यह मार्ग तमनार के अलावा पड़ोसी राज्य ओडिशा से जुड़ी हुई है। इस वजह से इस मार्ग में 24 घंटे भारी वाहनों की आवाजाही लगी रहती है। हाथियों के सडक़ में आ जाने के बाद इस मार्ग में चलने वाले सभी वाहनों के पहिये थम जाते हैं।