रायगढ़

मरने वालों में एक ही परिवार के तीन
नरेश शर्मा
रायगढ़, 10 अगस्त (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता)। दल से भटके दंतैल हाथी ने चार ग्रामीणों को कुचलकर मार डाला।
छत्तीसगढ़ में जंगली हाथी का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक दिन पहले ही अपने दल से भटके एक दंतैल हाथी ने कोरबा जिले में तीन महिलाओं को कुचलकर मार डाला, वहीं नौ अगस्त की रात हाथी ने जशपुर जिले के बगीचा शहर के वार्ड नंबर बीएम में घुसकर भारी उत्पात मचाया और आधा दर्जन घरों को रौंद डाला। इस हाथी के हमले से चार लोगों की मौत हो गई है। जिसमें पिता, पुत्री, उसके चाचा सहित बचाने वाले एक पड़ोसी शामिल हंै।
अकेले जशपुर जिले में बीते दस दिनों के भीतर 9 लोगों की जान हाथी ले चुका है और कोरबा, जांजगीर चांपा में भी बीते सप्ताह भर के भीतर 5 लोगों की जान जा चुकी है। घटना के बाद से इलाके में दहशत व्याप्त है और वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचकर जांच में जुट गए हैं।
शहर में घुसा था हाथी
जशपुर जिले अंतर्गत नगर पंचायत बगीचा के वार्ड नंबर 9 गमहरिया में देर रात करीब बारह बजे एक हाथी जो अपने दल से भटकने के बाद यहाँ घुस गया और देखते ही देखते वार्ड नंबर 9 में भगदड़ का माहौल बना दिया।
मोहल्ले वालों के अनुसार सोते हुए लोगो ने अचानक हाथी को देखा तो दहशत पैदा हो गई। इस दौरान तीन चार घरों को तोड़ते हुए इस हाथी के सामने पिता, पुत्री, चाचा आ गए जिन्हें हाथी ने पटक कर मार डाला, वहीं बचाने वाले पड़ोसी को भी मौत के घाट उतार दिया।
सोते से जागते ही हाथी ने किया हमला
अधिकारिक सूत्रों के अनुसार शुक्रवार की रात दंतैल हाथी ने बगीचा के वार्ड नंबर 9 में रहने वाले रामकेश्वर सोनी के कच्चे मकान को अपना निशाना बनाया। तब उस समय रामकेश्वर सोनी अपने परिवार सहित सो रहे थे। दंतैल ने जैसे ही घर की दीवार को गिराया, उनकी नींद खुली तो सामने में हाथी खड़ा हुआ था। अपने सामने भारी भरकम हाथी को देखकर परिवार ने भागने की कोशिश की, पर हाथी ने सूंड से लपेट कर जमीन पर गिराते हुए कुचल डाला। चीख सुनकर पड़ोस में रहने वाले अश्वनी कुजूर वहां आए तो बचाने का प्रयास कर रहे अश्वनी कुजूर को भी उठाकर पटक दिया, जिससे उसकी मौत हो गई।
एक ही परिवार के तीन लोगों की गई जान
इस बड़ी घटना में हाथी ने जिन लोगों को मारा है, उनमें रामकेश्वर सोनी (35 वर्ष), उनकी बेटी रविता सोनी (9 वर्ष) और छोटे भाई अजय सोनी (25 वर्ष) शामिल हंै।
मृतक की पत्नियों ने बताई पूरी घटना
जशपुर जिले के बगीचा स्थित वार्ड नं. 9 में घटी इस घटना को लेकर अपने पति को खोने वाली महिलाओं ने बताया कि शुक्रवार की देर रात एक दंतैल हाथी उनके घर को तोड़ते हुए अंदर घुसने लगा उसी दौरान सभी सोते हुए लोगों की नींद खुली। वे बचने के लिये भी इधर-उधर भागने लगे, लेकिन जंगली हाथी ने सूंढ से पटककर एक-एक करके उनके पति, बेटी तथा उसके देवर को मार डाला। इन महिलाओं ने यह भी बताया कि पास में रहने वाले पड़ोसी अश्वनी कुजूर जब बचाने आया तो उसको भी जंगली हाथी ने अपना शिकार बना लिया।
अपने दल से भटक जंगली हाथी के हमले से एक साथ चार लोगों की मौत के मामले में बगीचा क्षेत्र के निवासी व विधायक प्रतिनिधि मुकेश शर्मा का कहना था कि गांव में लाईट नहीं रहने से बड़ी परेशानी होती है अगर गांव में लाईट होती तो जंगली हाथी इस ओर रूख नही करते, लेकिन विद्युत विभाग की लापरवाही के चलते पूरा गांव अंधेरे में डूबा रहता है जिसके कारण यह हाथी का हमला हुआ है।
इस संबंध में जशपुर जिले के वनमंडलाधिकारी घटना स्थल पहुंचने के बाद कहते हैं कि यह बगीचा नगर पालिका क्षेत्र की घटना है। बीती रात 9 बजे यह हाथी नदी पार करके बगीचा पहुंचा और वार्ड क्र. 9 में पहुंचकर एक मकान को तोड़ रहा था, इसी बीच दो लोगों को हाथी ने कुचलकर मार दिया इसी बीच गांव में अंधेरा होने के कारण दो और लोग हाथी के चपेट में आ गए, जिससे चार लोगों की मौत हो गई।
वनमंडलाधिकारी ने यह भी बताया कि अभी उनके क्षेत्र में 40 हाथी है जिसमें से 39 हाथी जहां है उस क्षेत्र में किसी प्रकार की दिक्कत नही हो रही है लेकिन जो अकेला हाथी वह लगातार उत्पात मचा रहा है।
रायगढ़ सहित छत्तीसगढ़ के कई जिलों में सक्रिय है जंगली हाथियों का झुंड
वन विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अकेले रायगढ़ जिले में 142 जंगली हाथी जिनमें उनके शावक शामिल है वहीं जशपुर जिले में 40 हाथी, कोरबा जिले में 04 तथा जांजगीर चांपा जिले में दो हाथी सक्रिय है। इसके अलावा सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले के गोमर्डा अभ्यारण्य में 25 हाथी है तथा गरियाबंद जिले में एक दर्जन हाथियों का झुंड सक्रिय है और समय-समय पर इनमें से कई झुंड सरगुजा जिले में भी जाकर उत्पात मचाते हैं।