रायगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़ , 9 अगस्त। रायगढ़ जिले में स्थित मेडिकल कॉलेज अस्पताल की लापरवाही का मामला सामने आया है। परिजनों का आरोप है कि उल्टी दस्त से पीडि़त एक युवती को यहां गलत इनजेक्शन लगा दिये जाने के कारण अब उसकी हाथ काटने की नौबत आ गई है। इस मामले को लेकर आज युवती के परिजन पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की है।
परिजनों ने बताया कि उनकी बेटी मुस्कान को सामान्य रूप से उल्टी दस्त होने के बाद संत बाबा गुरूघासीदास शासकीय चिकित्सालय में 4 अगस्त को भर्ती कराया गया था। इस दौरान वहां एक महिला चिकित्सक के द्वारा लिखे गए दवा को इंजेक्शन के माध्यम से वहां मौजूद स्टाफ के द्वारा मुस्कान रात्रे को दांये हाथ में लगाने जाने के बाद उसका हाथ काम करना बंद कर दिया एवं इंफेक्शन होकर पूरा हाथ काला पड़ जाने के बाद उसे इलाज के लिये रायपुर रिफर कर दिये जाने तथा अधिक इंफेक्शन हो जाने की संभावना से वापस रायगढ़ लाकर एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसके हाथ काटने तक की नौबत आ गई है।
युवती की मां गंगाबाई रात्रे ने बताया कि मुस्कान को 6 अगस्त को रायपुर के एक निजी अस्पताल ले जाने के बाद वहां मौजूद डाक्टरों ने उन्हें बताया कि मेडिकल कॉलेज रायगढ़ में जो इंजेक्शन मुस्कान को लगाया गया है, उसी के इंफेक्शन के कारण स्थिति गंभीर हो गई है तथा उसके हाथ का इलाज हो पाना अब संभव नहीं है। जिसके बाद वे सभी वापस रायगढ़ लौट आये हैं।
गंगाबाई रात्रे ने यह भी बताया कि रायपुर से रायगढ़ लाकर वह अपनी बेटी का एक निजी अस्पताल में उपचार करा रही है। जहां के डॉक्टर का कहना है कि इंफेक्शन अधिक बढ़ जाने के कारण अब ऑपरेशन करके हाथ के आधे हिस्से को काटना पड़ सकता है जिससे पीडि़ता को अधिक दर्द हो सकता है।
युवती की मां गंगाबाई रात्रे ने बताया कि वह गरीब परिवार से है और बेटी के इलाज के लिये अभी तक अपने जान पहचान और रिश्तेदारों से 1 लाख रूपए तक कर्ज ले चुकी है। इसके बावजूद उसकी हालत में सुधार नहीं हो पा रहा है। युवती की मां का यह भी कहना था कि हाथ कट जाने की उनकी बेटी की जिंदगी बर्बाद हो जाएगा। इसलिये उन्हें अब मुआवजे की भी आस है।
रायगढ़ पुलिस अधीक्षक दिव्यांग पटेल को सौंपे गए ज्ञापन में महिला ने कहा है कि उसके पति का निधन हो जाने के बाद वह रोजी मजदूरी करके अपने वह अपनी बेटी का पालन पोषण करते आ रही है। ऐसे में मेडिकल कालेज के महिला चिकित्सक की लापरवाही की वजह से बेटी के हाथ काटने तक की नौबत आ गई है जिससे उन्हें आर्थिक व मानसिक रूप से क्षति पहुंची है।
महिला ने संबंधित अस्पताल के डॉक्टर एवं कर्मचारी पर तत्काल उचित कार्रवाई करते हुए न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।