रायगढ़

आरोपियों के बैंक अकाउंट सीज
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 6 जुलाई। जिले में साइबर ठगों के द्वारा एक महिला को व्हाट्सएप ग्रुप में जोडक़र लाखों की ठगी के मामले में पुलिस ने एक आरोपी राजस्थान के अलवर से गिरफ्तार किया है, वहीं इस मामले से जुड़े दो अन्य आरोपी फरार हैं। आरोपियों के द्वारा शेयर मार्केट में मुनाफे का लालच देकर लोगों से ठगी कर आपस में पैसे का बंटवारा करते आ रहे थे। पुलिस ने आरोपियों के बैंक एकाउंट को सीज करवा दिया है।
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान में साइबर ठगों के द्वारा शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के नाम पर व्हाटसअप ग्रुप टेलीग्राम में लोगों को जोड़ कर स्वयं बनाये फेक कंपनियों के लिंक शेयर कर निवेश में बड़ा मुनाफा दिखाकर ठगी की जा रही है। ऐसे ही ठगी की एक शिकायत चक्रधरनगर थाना क्षेत्र की महिला ने रायगढ़ पुलिस अधीक्षक दिव्यांग कुमार पटेल से की गई।
मामले को गंभीरता से लेते हुए एसपी दिव्यांग पटेल ने साइबर डीएसपी अभिनव उपाध्याय एवं थाना प्रभारी चक्रधरनगर निरीक्षक प्रशांत राव को जांच में लगाया गया। मामले की विस्तृत जांच कर रायगढ़ पुलिस की टीम शेयर मार्केट में ट्रेडिंग के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए गिरोह के एक सदस्य को अलवर राजस्थान से गिरफ्तार कर लिया गया है।
15 जून को चक्रधर नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत रहने वाली एक महिला ने ऑनलाइन ठगी की लिखित में आवेदन देकर रिपोर्ट दर्ज कराते हुए बताया था कि मार्च 2024 में अपोलो बिजनेस स्कूल के वेबसाईट को गलती से ओपन की, जिससे एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा इसे व्हाटअप ग्रुप में जोड़ दिया गया, जिसमें शेयर मार्केट में निवेश करने पर लाभ अर्जित करने का मोटीवेशनल पोस्ट दिखाया गया, जिससे प्रभावित होकर महिला ने 8 अपै्रल से 18 मई के मध्य अपोलो बिजनेस स्कूल के शेयर में 87 लाख 41 हजार रूपये निवेश की।
इस तरह आया मामला सामने
महिला को उस कंपनी के शेयर के भाव बढऩे पर अपने शेयर को बेचने का प्रयास किया गया, जिससे पता चला कि जो अज्ञात व्यक्ति इससे निवेश के लिये चैट करते थे, उन्होंने किसी फर्जी कंपनी में पैसा निवेश कराया गया है। पीडि़त महिला जब अपोलो बिजनेस स्कूल के आधिकारिक वेबसाईट से सम्पर्क की तो फर्म के द्वारा बताया गया कि फर्म का कोई भी व्हाट्सएप ग्रुप नहीं है। महिला के आवेदन पर दो मोबाइल धारकों के खिलाफ धारा 420 आईपीसी का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
एक ही खाते से कई लोगों को भेजे पैसे
विवेचना टीम के द्वारा पीडि़ता से पूछताछ कर उनके बैंक खाता के डिटेल, संदिग्ध मोबाइल का डिटेल एवं ठगों द्वारा रूपये आहरण व्यय के संबंध में जानकारी जुटाई गई, जिसमें 24 अप्रैल को आरोपियों ने पंजाब नेशनल बैंक, मनु मार्ग शाखा अलवर, राजस्थान के एक खाता में 3 लाख 20 हजार ट्रांसफर करने और इसी खाते से कई लोगों को रुपए ट्रांसफर करने जानकारी मिली।
चेक के जरिये निकाले 50 लाख
बैंक खाते के डिटेल पर खाताधारक जसराज मीणा अलवर राजस्थान का होना पाया गया। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक द्वारा टीआई चक्रधरनगर प्रशांत राव के नेतृत्व में पुलिस टीम राजस्थान रवाना किया गया। पुलिस टीम ने पंजाब नेशनल बैंक मनु मार्ग शाखा अलवर जाकर डिटेल निकाला गया, जिसमें 24 अप्रैल को खाताधारक स्वयं के चेक के माध्यम से 50 लाख विड्रोल करने की जानकारी मिली।
बैंक के सीसीटीवी कैमरे में आरोपी कैद
बैंक का सीसीटीवी फुटेज चेक करने पर खाताधारक के साथ रूपये निकालने दो अन्य व्यक्ति भी आए थे जिनके विषय में स्थानीय पुलिस की सहायता से पतासाजी करने पर एक व्यक्ति दीनबंधु गुप्ता की जानकारी मिली। जिस पर तत्काल रायगढ़ पुलिस टीम ने संदेही दीनबंधु गुप्ता की पतासाजी कर संदेही को हिरासत में लिया जिसे मोबाइल पर सुरक्षित रखे पीएनबी बैंक के सीसीटीवी फुटेज दिखाकर पूछताछ की गई।
तीन लोगों ने मिलकर की ठगी
संदेही दीनबंधु गुप्ता ने जसराज मीणा और विवेक यादव के साथ अपराध करना स्वीकार कर तीनों बैंक आकर रूपये निकालना बताया। आरोपी दीनबंधु गुप्ता ने बताया कि जसराज मीणा द्वारा 50 लाख रुपए खाते से निकाले और इसे भी रुपये दिये थे, जिसे खर्च कर दिया है।
दो आरोपी अभी हैं फरार
दोनों आरोपी जसराज मीणा और विवेक यादव के निवास स्थान पर पुलिस टीम ने दबिश दी, दोनों काफी दिनों से गांव से फरार है।
चक्रधरनगर पुलिस द्वारा आरोपियों के बैंक खातों को होल्ड कराया गया है।
आरोपी दीनबंधु गुप्ता रूपवास थाना अरावली विहार जिला अलवर (राजस्थान) को चक्रधरनगर पुलिस द्वारा गिरफ्तार न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।