महासमुन्द
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 28 नवंबर। बारनवापारा परियोजना मंडल के रवान रेंज अंतर्गत ग्राम मोहदा में किसानों की धान फसल को जंगली सुअरों द्वारा नुकसान पहुंचने की जानकारी मिली है। किसानों का कहना है कि वन विकास निगम की ओर से उन्हें मुआवजा देने में सहमति नहीं दी जा रही है।
मोहदा के किसान व पूर्व जनपद सदस्य दिनेश ठाकुर ने बताया कि उन्होंने 10 एकड़ में धान की खेती की थी, लेकिन जंगली सुअरों के कारण लगभग 50 क्विंटल धान नष्ट हो गया। उनके अनुसार इससे आर्थिक नुकसान हुआ है।
श्री ठाकुर ने आरोप लगाया कि वन विभाग किसानों की चिंता नहीं करता और विभाग का ध्यान केवल जंगली जानवरों की सुरक्षा व उनसे संबंधित प्रक्रियाओं पर रहता है। उन्होंने प्रभावित फसल का मूल्यांकन कर भरपाई की मांग शासन, प्रशासन और वन विभाग से की है।
वन विकास निगम के रेंजर एच.आर. पैकरा से किसानों ने मुआवजा संबंधी जानकारी मांगी। किसानों के अनुसार रेंजर ने बताया कि जंगली सुअरों से फसल नुकसान होने पर मुआवजा देने का प्रावधान नहीं है। उन्होंने कहा कि यदि नुकसान हाथियों से होता है, तो मूल्यांकन कर मुआवजा दिया जा सकता है।


