महासमुन्द

कंपनी प्रबंधन व अस्पताल को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है- एएसपी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
महासमुंद, 23 सितंबर। ‘छत्तीसगढ़’ में खबर प्रकाशित होने के बाद 8 सितंबर को करणी कृपा पावर प्राइवेट लिमिटेड में काम करते दो लोगों की मौत पर तुमगाांव पुलिस ने मामला दर्ज किया है।
मालूम हो कि 8 सितंबर को कंपनी का जीसीबी टैंक जाम हुआ था और उसका टक्कन खोलते वक्त टैंक का खौलता हुआ पानी खिलेश्वर साहू, भरत वर्मा, डोमार सिन्हा पर आ गिरा था। जिससे तीनों बूरी तरह झुलस गये थे। तीनों को रायपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां इलाज के दौरान खिलेश्वर साहू उम्र 25 वर्ष निवासी भोंरिग महासमुंद व भरत वर्मा उम्र 29 वर्ष निवासी चंदखुरी मंदिर हसौद जिला रायपुर की मौत हो गयी थी।
अभी एक ताजा जानकारी मिली है कि इससे पहले ही खौलते पानी में दो लोगों की मौत पहले ही हो चुुकी है और उस समय भी एक घायल जिंदा बच गया था, जिसे कंपनी से मुआवजा तक नहीं मिला है।
पुलिस के अनुसार प्लांट प्रबंधन ने इस मामले की सूचना पुलिस को नहीं दी थी। कल ‘छत्तीसगढ़’ अखबार में खबर प्रकाशन के बाद तुमगांव पुलिस पुलिस ने मृग डायरी मंगा कर जांच करने के पश्चात करणी कृपा पावर प्राइवेट लिमिटेड के प्रोसेसिंग मैनेजर एवं अन्य के खिलाफ बीएनएस की धारा 106-1 के तहत मामला दर्ज कर जांच में लिया है। गौरतलब है कि उपचार करा रहे एक कर्मचारी की स्थिति अब भी नाजुक है। उसका उपचार रायपुर के एक निजी अस्पताल में चल रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार डोमन सिन्हा 44 वर्ष कुरुद मंदिर हसौद बुरी तरह घायल है और जीवन और मृत्यु के बीच संघर्ष कर रहा है। प्लांट प्रबंधन ने आनन-फानन में उसे पहले तो महासमुंद के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां हालत गंभीर होने पर रायपुर के एक निजी अस्पताल में रिफर किया गया। घायल युवक के परिजनों को प्रबंधन ने पूर्ण स्वस्थ होने तक इलाज, इलाज के दौरान परिवार खर्चे के लिए प्रतिमाह वेतन एवं पूर्ण स्वस्थ होने पर शारीरिक योग्यता के अनुसार कार्य देने का वादा किया था। लेकिन प्लांट प्रबंधन ने आज तक हादसे की जानकारी पुलिस को नहीं दी।
बताया जाता है कि करणी कृपा पावर प्राइवेट लिमिटेड पर इसी तरह की दुर्घटना और भी हुई हैं। प्लांट में एक यश साहू नाम का कर्मचारी भी काम करता था। वह प्लांट में हेल्पर का कार्य करता था। यश के पिता का देहांत बचपन में हो गया था। यश साहू प्लांट में काम करके अपनी मां व एक छोटे भाई का भरण पोषण करता था। इसी दौरान 25 जून 2024 में को यश जब प्लांट में काम कर रहा था, तभी प्लांट की भ_ी में विस्फोट हो गया। इस हादसे में भी लगभग तीन लोग झुलस गये। उनके दो साथी का देहांत हो गया। यश साहू भी 50 प्रतिशत झुलस गया था। इस बार भी प्लांट 5 प्रबंधन ने हादसे की जानकारी पुलिस को दिये बिना ही घायलों को स्थानीय अस्पताल पहुंचा दिया था। यश की हालत गंभीर होने पर चिकित्सकों ने उसे रायपुर रिफर कर दिया। प्लांट प्रबंधन ने यश को भी रायपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था और भरोसा दिलाते हुए कहा था कि यश जब तक पूर्ण रूप से स्वस्थ नहीं हो जाता, इलाज का पूरा खर्च कंपनी करेगी। साथ ही जब तक तबीयत ठीक नहीं हो जाता पैसा देगी और ठीक हो जाने के बाद शारीरिक क्षमता के अनुसार पंलांट में काम भी देंगे। लेकिन ये सब बातें कोरी झूठ निकली। यश को प्लांट प्रबंधन कीओर से कोई मुआवजा नहीं मिला। अब वह आत्महत्या कने की बात कहता है। यहां गौर करने योग्य बात यह है कि घटना की सूचना करणी कृपा पावर प्राइवेट लिमिटेड प्रबंधन ने सूचना पुलिस को नहीं दी न ही कोई जानकारी प्रशासन को दी।
बावजूद इसके पीडि़त को मुआवजा देने की बात कहकर मुकर गई। इस संबंध में जब प्लांट प्रबंधन ने उनका पक्ष जानने के लिए करणी कृपा प्लांट से संपर्क साधा गया तो कोई भी जिम्मेदार अधिकारी ने फ ोन रिसीव नहीं किया। पुलिस इस मामले में प्लांट प्रबंधन द्वारा सूचना पुलिस को नहीं देने पर प्रथम दृष्टया प्लांट प्रबंधन की लापरवाही मानते हुए जांच के उपरांत कार्रवाई की बात कह रही है।
एडिशनल एसपी महासमुंद प्रतिभा पांडे का कहना है कि प्लांट में दो हादसे हो चुके हैं। पहला हादसा 25 जून को हुआ था। जिसमें 3 लोग झुलसे थे और 2 की मौतें हुई थी। दूसरा हादसा 8 सितंबर को हुआ है जिसमें भी तीन घायल हुए हैं। इसमें भी दो लोगों की मौत हुई है और एक गंभीर है। दो-दो हादसों में 4 लोगों की मौत पर भी प्लांट ने पुलिस प्रशासन को सूचना देना उचित नहीं समझा। यह कई सवालों को जन्म देता है। पुलिस ने प्लांट प्रबंधन व अस्पताल दोनों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। फिलहाल जांच जारी है।