महासमुन्द

पखवाड़े भर पहले करणी कृपा पावर प्लांट के खौलते पानी में दो युवाओं की मौत, एक गंभीर रायपुर अस्पताल में
22-Sep-2024 1:50 PM
पखवाड़े भर पहले करणी कृपा पावर प्लांट के खौलते पानी में दो युवाओं की मौत, एक गंभीर रायपुर अस्पताल में

मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख देकर मामला शांत कराया

कंपनी में भीतर ही भीतर मौतों का मामला खत्म हो जाता है- सत्याग्रही किसान

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता 
महासमुंद, 22 सितंबर।
महासमुंद जिले में राष्ट्रीय राजमार्ग किनारे तुमगांव स्थित करणी कृपा पावर प्लांट के खौलते पानी में उबलकर दो युवाओं की मौत हो गई है, जबकि एक युवक को गंभीर हालत में रायपुर के एक निजी अस्पताल में इलाज में लिए भर्ती किया गया है जहां उसकी हालत खतरे में बताई जा रही है। 

लगातार दो साल तक करणी कृपा के खिलाफ सत्याग्रह करने वाले किसान इस मामले में चुप हैं। पूछने पर सत्याग्रही रहे किसान अशोक कश्यप का कहना है कि कंपनी में भीतर ही भीतर मौतों का मामला खत्म हो जाता है किसी को पता ही नहीं चलता कि क्या हो रहा है। पता चला है कि मृतकों के परिजनों को करणीकृपा कंपनी ने 25-25 लाख रुपए का मुआवजा दिया है। 

इस मामले में प्रबंधक प्रशांत खेतान से फोन पर जानकारी लेने की कोशिश की गई लेकिन पहली बार में उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। थोड़ी देर बाद खुद ही कॉल किया। सवाल शुरू ही नहीं हुआ था कि उन्होंने फोन काट दी। इसके बाद कई बार कॉल करने पर भी उन्होंने फोन उठाने को उचित नहीं समझा। कंपनी के निर्णय चौधरी को कॉल किया मगर उन्होंने भी फोन पर बात करना उचित नहीं समझा। 

ग्राम चंदखुरी निवासी मृतक के परिजनों ने ‘छत्तीसगढ़’ को जानकारी दी है कि करणी कृपा पॉवर प्लांट में 8 सितंबर को यह हादसा हुआ। यहां के एक जीसीबी टैंक में 24 घंटे 180 डिग्री सेंटीग्रेट की तापमान से पानी खौलते रहता हैं। उक्त जीसीबी टैंक का ढक्कन अचानक जाम हो गया तो कंपनी ने वहां काम करने वाले खिलेश्वर साहू पिता कुमार साहू उम्र 23 साल भोरिंग निवासी, भरत वर्मा पिता राजकुमार वर्मा ग्राम मुनगी चंदखुरी जिला रायपुर निवासी और डोमार सिन्हा कुरूद मंदिर हसौद निवासी को खोलने भेजा। 

उक्त जीसीबी टैंक में 180 डिग्री सेंटीग्रेट में खौल रहा पानी टैंक में एकदम भरा था और उसका ढक्कन जाम हो चुका था। जैसे ही तीनों ने ताकत लगाकर टैंक का ढक्क्न खोला, टैंक में खौलता हुआ पानी उछलकर खिलेश्वर साहू, भरत वर्मा और डोमार सिन्हा पर गिर गया। तीनों बुरी तरह से इस पानी में झुलस गये। कंपनी ने परिजनों को बगैर सूचना दिये तीनों को रायपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। जहां 12 सितम्बर को इलाज के दौरान भरत वर्मा की मौत हो गई। ठीक इसके दो दिन बाद खिलेश्वर साहू की मौत 14 सितम्बर को हो गई। लेकिन डोमार सिन्हा अभी भी अस्पताल में जिन्दगी और मौत की जंग लड़ रहा है।

गौरतलब है कि महासमुंद ब्लॉक के ग्राम खैरझीटी में बने इस करणी कृपा पॉवर प्लांट का लगभग 60 गांवों के लोगों ने पुरजोर विरोध किया था। लगभग दो साल तक किसान सत्याग्रह भी किया। बावजूद इस प्लांट को शासन-प्रशासन की मंजूरी मिली और यह हादसा हो गया। इस घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस प्रशासन तक को करणी कृपा पॉवर प्लांट के प्रबंधन ने नहीं दी। 

पीडि़तों की मानें तो कंपनी में  लेबर का काम करने वालों के लिए सेफ्टी के नाम पर कुछ भी नहीं है। जान जोखिम में डाल कर लोग यहां मजदूरी करते हैं। पीडि़त परिजनों को भारी मशक्कत के बाद 25-25 लाख का मुआवजा दिया गया है। जबकि परिजनों ने 80 लाख का मुआवजा मांगा था। 



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