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कुशालपुर-भाठागांव के बीच की कालोनियों में जल भराव से आक्रोशित रहवासियों ने शनिवार सुबह नेशनल हाइवे पर चक्काजाम कर दिया। करीब तीन घंटे से अधिक चले इस प्रदर्शन से दुर्ग से रायपुर और धमतरी रोड पर कई किमी तक वाहनों की लंबी कतारें लगी रही। यह ड्रोन तस्वीर हमारे पाठक भीष्म यादव ने उपलब्ध कराई है।
घरों में घुसा पानी, लोगों का गुस्सा फूटा, एनएच-1 किया जाम
राजधानी में 8 सेमी बारिश
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 26 जुलाई। राजधानी में शुक्रवार की देर रात भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। न सिर्फ बस्तियां बल्कि कॉलोनियों में घरों में पानी घुस गया। बाहरी इलाकों की कई जगह सडक़ें तक डूब गई। पानी की निकासी नहीं होने लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। लोग सडक़ पर निकल गए, और एनएच को जाम कर दिया। तीन घंटे बाद किसी तरफ जाम खुलवाया गया, तब तक एनएच के दोनों तरफ गाडिय़ों की कतारें लगी रहीं।
रायपुर में शुक्रवार की रात दस बजे बारिश शुरू हुई, और ये रातभर जारी रहा। मौसम विभाग के मुताबिक राजधानी रायपुर में 4 घंटे में 8 सेंटीमीटर पानी गिरा। मूसलाधार बारिश से लोगों पर कहर टूट गया। सडक़ें-गलियां जलमग्न हो गईं। घरों में पानी घुस गया। लोगों को जागकर रात बितानी पड़ी।
विशेषकर शहर के बाहरी इलाके गोगांव सीतानगर, टिकरापारा, भाटागांव, कुशालपुर की प्रोफेसर कॉलोनी में हालात बेहद खराब रहे, जहां घरों के अंदर तक पानी घुस गया। पॉश कॉलोनियों में भी स्थिति काफी खराब रही। गली-मोहल्लों के अलावा सडक़ों पर कमर तक पानीभरा रहा। निगम का अमला नहीं आया, तो लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। सुबह-सुबह भाटागांव और प्रोफेसर कॉलोनी के लोग बाहर निकल गए। सडक़ जाम हो गया। तीन घंटे जाम लगा रहा।
स्थानीय लोगों ने नगर निगम प्रशासन को इसके लिए जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि बरसात के पानी की निकासी के लिए कोई पुख्ता व्यवस्था नहीं है, जिसके चलते हर साल ऐसे हालात बनते हैं। यही नहीं, सुबह तक ज्यादातर इलाकों में निगम की तरफ से पानी निकालने के लिए कोई अभियान शुरू नहीं हुआ था। इसको लेकर लोगों में काफी गुस्सा देखने को मिला। महापौर श्रीमती मीनल चौबे और पार्षद व निगम के अफसर दोपहर 12 बजे के बाद सक्रिय हुए। निचली बस्तियों के लोगों को जलभराव के कारण घर में सांप-बिच्छुओं के घुसने का खतरा दिख रहा था। भाटागांव और टिकरापारा जैसे इलाकों में बिगड़े हालत की वजह से स्थानीय लोगों ने मांग की है कि नगर निगम तत्काल स्थायी जलनिकासी की व्यवस्था करे और बारिश से पूर्व साफ-सफाई, ड्रेनेज की नियमित निगरानी सुनिश्चित की जाए।
विपक्षी दल कांग्रेस के नेताओं ने आरोप लगाया कि इस बार जैसी स्थिति बनी है वैसी पहले कभी नहीं बनी थी। निगम प्रशासन ने जलभराव को नियंत्रित करने के लिए कोई कदम नहीं उठाया है। इसकी वजह से स्थिति बिगड़ी, और लोगों को चक्काजाम के लिए मजबूर होना पड़ा।
कांग्रेस नेता आकाश शर्मा ने कहा कि वो आज सुबह से ही दक्षिण विधानसभा के अंतर्गत कई स्थानों में जाकर जल भराव का जायजा लिया प्रोफेसर कॉलोनी एवं कुशालपुर में लोगों के घर के अंदर जल भराव हो गया है। रोड में तीन-तीन फीट से अधिक पानी भरा हुआ है प्रशासन की लापरवाहियों के कारण यह स्थिति पूरे जिले में देखने को मिल रही है। सरकार जिस ट्रिपल इंजन की बात करती थी वह पूरी तरीके से नाकाम होता दिख रहा है। रायपुर जिले की जनता जल भराव से बहुत ही ज्यादा परेशान है एवं सरकार के प्रति क्रोधित हैं आने वाले समय में यदि सरकार और प्रशासन इसका उपाय नहीं करते तो युवा कांग्रेस एवं दक्षिण विधानसभा के कार्यकर्ता बड़े प्रदर्शन की तैयारी कर रही है।