कोण्डागांव

टीकाकरण की नवीन समय सारिणी का स्वास्थ्यकर्मियों ने किया बहिष्कार
02-Jul-2021 8:43 PM
टीकाकरण की नवीन समय सारिणी का स्वास्थ्यकर्मियों ने किया बहिष्कार

समय में संशोधन नहीं हुआ तो करेंगे काम बंद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 2 जुलाई।
कोरोना संक्रमण प्रसार व मृत्य दर पर पूर्णत: रोकथाम लगाने के उद्देश्य से पूरे प्रदेश के साथ साथ कोंडागांव जिले में भी 16 जनवरी से कोविड-19 टीकाकरण अभियान की शुरुआत हुई थी। जिसके तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा इन दिनों गांव-गांव में शिविर लगाकर 18+ आयुवर्ग के लोगों का टीकाकरण किया जा रहा था, जिसके लिए सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक का समय निर्धारित किया गया था। लेकिन विगत दिनों कलेक्टर पुष्पेंद्र कुमार मीणा ने बैठक में टीकाकरण हेतु समय में बदलाव करते हुए दोपहर 3 से रात 9 बजे तक का समय निर्धारित किया है। हालांकि स्वास्थ्यकर्मियों ने इस नवीन समय सारिणी को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए समस्य संशोधित करने की मांग की है। साथ ही जल्द से जल्द समय संशोधित नहीं करने पर सभी स्वास्थ्यकर्मियों ने काम बंद करने की चेतावनी भी दी है। 

स्वास्थ्य संयोजकों ने जिला प्रशासन से की समय में संशोधन करने की मांग
इस विषय पर जानकारी देते हुए स्वास्थ्य संयोजक कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष द्रुपत राव सेठिया ने बताया कि हमारे स्वास्थ्य विभाग के स्वास्थ्य संयोजक जो कोरोना काल जैसी विषम परिस्थितियों में भी विगत 2 वर्षों से बिना अवकाश के कार्य कर रहे हैं। साथ ही कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम को सुचारू रूप क्रियान्वित भी कर रहे हैं। वर्तमान में स्वास्थ्य विभाग कोंडागांव द्वारा 3 से 9 बजे तक घर-घर जाकर टीकाकरण करने हेतु आदेशित किया गया है, जो कि शासन के गाइड के अनुरूप नहीं है। विशेषकर महिलाओं को इससे बहुत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सुदूरवर्ती व अतिसंवेदनशील क्षेत्रों में रात 9 बजे तक कार्य करना बहुत ही कठिन है। 

रात में टीकाकरण ड्यूटी करने से महिला स्वास्थ्य संयोजिकाओं को होगी काफी परेशानी
वहीं स्वास्थ्य संयोजिकाओं ने बताया कि रात में घर पहुंच कर खाना बनाना व परिवार को समय देना आदि करने में अधिक रात हो जाती है। हमारे स्वास्थ्य संयोजकों में कई महिला कर्मचारियों के छोटे बच्चे हैं, साथ ही कई महिलाएं वर्तमान में गर्भवती भी हैं। इस तरह के आदेश से कर्मचारियों को मानसिक और शारीरिक रूप से थकान व स्वयं को हतोत्साहित भी महसूस कर रहे हैं। साथ ही कोई बिना सुरक्षा व रात्रिकालीन डयूटी लगाया जा रहा है साथ ही बिना संयुक्त टीम के एक-एक सदस्यों को कार्य करने हेतु आदेशित किया गया है। विभिन्न प्रकार की परेशानियों को देखने के बाद भी हमें शासन-प्रशासन कोई आपेक्षित सहयोग नहीं मिल पा रहा है। इसलिए हमने निर्णय लिया है कि इस टीकाकरण कार्यक्रम के समय में जल्द से जल्द नवीन समय सारिणी में संशोधन नहीं होता है तो टीकाकरण कार्यक्रम का बहिष्कार किया जाएगा। 

ज्ञात हो कि स्वास्थ्य संयोजक जिसे पूर्व में बहुद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता के नाम से जाना जाता है। यह 28 राष्ट्रीय कार्यक्रम का संचालन ग्राम स्तर में कर रहे हैं, साथ ही 10 योजनाओं का संचालन भी कर रहे हैं। वर्तमान स्थिति में मलेरिया मुक्त बस्तर,गहन डायरिया नियंत्रण कार्यक्रम पखवाड़ा, जनसंख्या स्थरीकरण पखवाड़ा व मौसमी बीमारियों का इलाज करते हैं। साथ ही प्रसव के कार्य एवं सतत टीकाकरण का कार्य भी कर रहे हैं। वहीं कोविड जांच, ट्रेसिंग, एवं दवाई वितरण का कार्य भी स्वास्थ्य संयोजक ही करते हैं। इन कर्मचारियों का 3000 से 5000 जनसंख्या ग्रामीण स्तर पर तथा शहरों में 10000 से 20000 जनसंख्या का कार्य किया जाता है। यदि स्वास्थ्य संयोजक काम बंद करते हैं तो समस्त उपस्वास्थ्य केंद्रों में संचालित प्रसव, ओपीडी, एवं अन्य कार्य व्यापक रूप से प्रभावित होंगे साथ ही कोविड टीकाकरण कार्यक्रम पूरी तरह से बंद होने की संभावना है।

निर्धारित नवीन समय सारिणी में किया जाएगा परिवर्तन- सीएमएचओ
इस विषय पर कोंडागांव मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. टी.आर कुंवर ने बताया कि कलेक्टर के निर्देशन पर टीकाकरण हेतु दोपहर 3 बजे से रात 9 बजे तक निर्धारित किया गया था। इसका कारण यह था कि ग्रामीण क्षेत्रों में लोग सुबह से ही कृषि व अन्य कार्यों के लिए चले जाते थे, जो कि शाम को वापस लौटते थे। इसके कारण ग्रामीण क्षेत्रों में विगत दिनों लगातार टीकाकरण की संख्या शून्य हो रही थी। इस कारण समय में बदलाव किया गया था, लेकिन अब स्वास्थ्य संयोजकों को हो रही समस्याओं को ध्यान में रखते हुए आगामी सोमवार से समय में आवश्यक संशोधन किया जाएगा। 

 


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