कोण्डागांव

एनएच-130 डी की बदहाल हालत पर ग्रामीणों का आक्रोश, एसडीएम को ज्ञापन
21-Nov-2025 3:42 PM
एनएच-130 डी की बदहाल हालत पर  ग्रामीणों का आक्रोश, एसडीएम को ज्ञापन

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

कोण्डागांव,  21 नवंबर। राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच-130 डी कोण्डागांव-नारायणपुर के निर्माण कार्य के कारण पिछले कई महीनों से आसपास के गांवों के हजारों लोगों को गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सडक़ की अत्यंत खराब स्थिति, गहरे गड्ढे, धूल, लंबे समय से रुका निर्माण कार्य और भारी वाहनों की आवाजाही ने ग्रामीणों का जनजीवन प्रभावित कर दिया है।

इसी समस्या को लेकर कुम्हारपारा, उमरगांव, बुनागांव सहित आसपास के ग्राम पंचायतों के सरपंचों ने 20 नवंबर को अनुविभागीय दंडाधिकारी अजय उरांव को ज्ञापन सौंपते हुए तत्काल कार्रावाई की मांग की। मांग पर अनुविभागीय दंडाधिकारी अजय उरांव ने कहा कि, पूर्ण में भी शिकायत पर समस्या का समाधान करवाया गया था, आज फिर से शिकायत मिला है, जिस पर तत्काल निर्माण एजेंसी को व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए जाएंगे।

ग्रामीण प्रतिनिधियों ने बताया कि, जब से एनएच-130 डी का निर्माण कार्य प्रारंभ हुआ है, तब से प्रतिदिन की जीवनचर्या अस्त-व्यस्त हो चुकी है। बरसात के दिनों में सडक़ पूरी तरह कीचड़मय हो जाती है, पैदल चलना मुश्किल। अब बारिश के बाद जैसे-जैसे वाहन बढ़े हैं, पूरे मार्ग पर हर समय धूल का गुबार छाया रहता है। गिट्टी लोड ट्रकों के कारण दृश्यता घटती है और दुर्घटना का खतरा लगातार बना रहता है। स्कूली बच्चों, शिक्षकों, स्वास्थ्य कर्मचारियों के कपड़े रोज धूल से खराब हो जाते हैं। घरों में बर्तनों, फर्नीचर और दीवारों पर धूल की मोटी परत जम जाती है। बुजुर्गों और बच्चों में खांसी, एलर्जी व सांस संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं।

 

ज्ञापन में रखी गई मुख्य मांगें

ग्रामीणों ने ज्ञापन में प्रशासन से मांगें रखीं हैं कि, आमदई माइंस से आने वाले ट्रकों का रूट बदला जाए, या सडक़ पूर्ण होने तक माइंस ट्रकों की आवाजाही तत्काल रोकी जाए, क्योंकि अत्यधिक धूल से स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव पड़ रहा है। निर्माण एजेंसी को अतिशीघ्र मरम्मत कार्य व सडक़ निर्माण पुन: प्रारंभ करने के निर्देश दिए जाएं। सडक़ पर सुबह, दोपहर व शाम नियमित पानी का छिडक़ाव कराया जाए ताकि धूल कम हो सके। बड़े-बड़े गड्ढों को अस्थायी रूप से मुरुम व ग्रेवल से भरने की व्यवस्था की जाए। कार्य में देरी या लापरवाही पाए जाने पर निर्माण एजेंसी पर वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

प्रशासन से शीघ्र कार्रवाई की अपेक्षा

ग्रामीणों ने कहा कि एनएच 130 डी मार्ग स्वास्थ्य, शिक्षा, आपातकालीन सेवाओं और दैनिक आवागमन की जीवनरेखा है। इसलिए सडक़ की बदहाली को जल्द ठीक कर ग्रामीणों को राहत देना अत्यंत आवश्यक है। ज्ञापन सौंपते हुए लोगों ने उम्मीद जताई कि प्रशासन समस्या का संज्ञान लेकर शीघ्र प्रभावी कार्रवाई करेगा।


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