कोण्डागांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोण्डागांव, 30 अक्टूबर। छत्तीसगढ़ शासन की आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति-2025 के सकारात्मक परिणाम अब कोण्डागांव जिले में भी दिखाई देने लगे हैं। गुरुवार को पुलिस अधीक्षक पंकज चंद्रा के समक्ष एक लाख रुपए की इनामी महिला नक्सली सियाबत्ती उर्फ बत्ती कोर्राम ने दो अन्य नक्सलियों डीकेएमएस सदस्य लक्ष्मण और जगत राम यादव के साथ आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया।
महिला नक्सली सियाबत्ती पूर्वी बस्तर डिवीजन की सप्लाई टीम की सक्रिय सदस्य रही है और उसके विरुद्ध थाना मर्दापाल में मामला पंजीबद्ध है। शासन द्वारा उस पर एक लाख रुपए का ईनाम घोषित था। वहीं, आत्मसमर्पित नक्सली जगत राम यादव (50) और लक्ष्मण (55) मातला और किसकोड़ो क्षेत्र के डीकेएमएस सदस्य के रूप में सक्रिय रहे। दोनों पर आमाबेड़ा और धनोरा थानों में कई गंभीर आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं।
आत्मसमर्पण करने वाले तीनों नक्सलियों को शासन की छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन नीति के तहत तत्काल 50-50 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की गई। इस अवसर पर सीआरपीएफ 188वीं बटालियन के द्वितीय कमांड अधिकारी राजेश कुमार और नीतींद्र नाथ, नक्सल ऑप्स डीएसपी सतीश भार्गव सहित पुलिस व प्रशासन के अधिकारी उपस्थित रहे।
पुलिस अधीक्षक पंकज चंद्रा ने कहा कि सुरक्षा बलों की निरंतर कार्रवाई, शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं और समाज की बदलती सोच के कारण अब नक्सली हिंसा से जुड़े लोग आत्ममंथन कर मुख्यधारा में लौट रहे हैं।


