कोण्डागांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
कोंडागांव, 8 अक्टूबर। सोमवार को जिला कोंडागांव के ग्राम मसोरा के सामाजिक भवन बुडरापारा में जिला स्तरीय एक दिवसीय मातृ-शक्ति कार्यशाला सह आवश्यक गोष्ठी कार्यक्रम आयोजित की गई, जिसमें समाज के नारियों द्वारा स्वागत कर अपने ईस्ट देव बुढ़ा देव, सरस्वती मां एवं डां भीमराव अम्बेडकर की पूजा-अर्चना कर जिला से आये महिलाओं का परिचय बारी-बारी से कराया गया तथा आए हुए विभिन्न मंडलों के महिलाओं के द्वारा उद्बोधन दिया गया है।
वहीं समाज के प्रति उत्कृष्ठ कार्य करने वाले जिले के 59 मण्डलों में महिला अध्यक्षों को मण्डल सेवा सम्मान एवं 7 महिला ब्लॉक अध्यक्षों सहित 30 महिलाओं को उत्कृष्ठ समाज सेवा सम्मान मोमेंटी दिया गया।
महिला जिला अध्यक्ष ने कहा कि नारी परिवार और समाज की एक महत्वपूर्ण इकाई है। माता संतान की प्रथम गुरु है। यदि वह स्वयं शिक्षित है, गुणवान है, समर्थ है, सशक्त है, आत्मबल आत्मसम्मान महसूस करती है हमें अपने संस्कारों की विरासत की रक्षा करे इसके लिए नारी को स्वयं को सशक्त बनाना होगा। नारी को आर्थिक, सामाजिक एवं प्रशासनिक रूप में स्वयं को सशक्त बनाना होगा। उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण का मतलब यह नहीं है कि हम अपने अधिकारों का दुरुपयोग करे बल्कि हम अपने कर्तव्यों के प्रति सजग रहें। अपने हर कर्म को समाज में बेहतर बनाने के लिए महिलाओं को संगठित करने का प्रयास करें तभी समाज में परिवर्तन आयेगी ।
इस कार्यक्रम में महिला प्रदेश अध्यक्ष युवती कोर्राम, महिला जिला अध्यक्ष सुभद्रा कोर्राम, अनिता कोर्राम, रेषमा मरकाम, सामोबाई नेताम, सती बघेल, सुभद्रा गंधर्व, अम्बिका कोर्राम, दुजबती गंधर्व, सुनीता पोयाम, महेष्वरी कोर्राम, सनिता कुलदीप, बंसन्ती पोयाम, ललीता बघेल, रमेली कोर्राम, ममता बघेल, लालबती बघेल तथा समाज के प्रदेश सचिव अनिल कोर्राम, जिला अध्यक्ष करन कोर्राम, युवा जिला अध्यक्ष विरेंद्र बघेल आदि उपस्थित रहे।