कोण्डागांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 13 अगस्त। सावन के चौथे सोमवार को हजारों कांवडिय़ों का दल डीजे की धुन में थिरकते हुए सिहावा से महानदी का जल लेकर 70 किमी पैदल चलकर केशकाल गोबराहीन दिव्य शिवलिंग जल अभिषेक करने पहुंचे।
महानदी का उद्गम सिहावा पर्वत से होता है। पर्वत के शिखर पर श्रृंगीऋ षि के आश्रम के पास स्थित कुंड को महानदी का उद्गम स्थल माना गया है।
इस दौरान केशकाल विधायक नीलकंठ टेकाम ने सभी कावड़ यात्रियों का भव्य स्वागत किया। साथ ही स्थानीय नगरवासियों की ओर से प्रमुख चौक चौराहों में भी जलपान की व्यवस्था भी रखी गई थी। एनएच 30 केशकाल होते हुए कावडिय़ों का दल बोल बम के जयकारों के साथ झूमते हुए शिवधाम गोबरहीन पहुंचा। जहां उन्होंने महानदी के पवित्र जल से शिवलिंग पर जलाभिषेक कर पूजा अर्चना की और भगवान का आशीर्वाद प्राप्त किया। वहीं केशकाल विधायक नीलकंठ टेकाम ने भी 5 किमी पैदल चल कर जलाभिषेक किया।
प्रतिवर्ष बढ़ती जा रही है कांवडिय़ों की संख्या
ज्ञात हो कि सावन सोमवार के अवसर पर सिहावा से जल लेकर केशकाल आने वाले कांवडिय़ों की संख्या प्रतिवर्ष बढ़ती ही जा रही है। इस वर्ष लगभग 8-10 हजार की संख्या में लोग कंधे पर कांवड़ लिए केशकाल पहुंचे थे। जिसमें केशकाल समेत आसपास के ग्राम सिदावंड, कोरगांव, गौरगांव, अड़ेंगा, बेड़मा, बहीगांव, धनोरा समेत आसपास के गांव से लोग शामिल हो रहे हैं। इतना ही नहीं, सभी मंडलियां अपने अपने डीजे की धुन में थिरकते हुए सिहावा से गोबरहीन पहुंचते है। विश्रामपुरी चौक से गोबरहीन तक के मार्ग में हर वर्ष स्थानीय लोगों के द्वारा कांवड़ यात्रियों के लिए जलपान की व्यवस्था रखी जाती है। इस दौरान कांकेर सांसद भोजराज नाग, केशकाल विधायक समेत स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी शिवलिंग में जलाभिषेक कर क्षेत्र के लिए मनोकामना मांगी।
ये है मान्यता
गोबरहीन आए कांवड़ यात्रियों ने बताया कि वह प्रतिवर्ष अंतिम सावन सोमवार से तीन दिन पहले केशकाल से सिहावा के लिए अपने अपने साधन से रवाना होते हैं। जहां श्रृंगीऋषि भगवान का दर्शन करने के पश्चात महानदी से पवित्र जल लेकर डीजे की धुन के साथ पैदल यात्रा करते हुए केशकाल आते हैं। यहां की मान्यता है कि सच्ची श्रद्धा के साथ जो भी कांवड़ यात्री सिहावा से पैदल यात्रा करते हुए केशकाल आकर भगवान शिव का जलाभिषेक व पूजन करते हैं उनकी मनोकामनाएं पूरी होती है।
गोबरहीन में विधायक ने करवाया भंडारा
उल्लेखनीय है कि शिवधाम गोबरहीन में सभी कांवडिय़ों एवं दर्शन करने आए श्रद्धालुओं के लिए विधायक नीलकंठ टेकाम की ओर से विशाल भंडारा की व्यवस्था भी रखी गई थी, जिसमें हजारों लोगों ने भोजन प्रसादी ग्रहण किया। साथ ही कांवड़ यात्रियों की पदयात्रा के दौरान सुरक्षा की दृष्टि से व यातायात व्यवस्था बनाए रखने हेतु केशकाल पुलिस की टीम भी तैनात रही।