कोण्डागांव

शिवनाथ में मिली प्रेमी की भी लाश, एक आरोपी गिरफ्तार
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
केशकाल, 12 अगस्त। केशकाल घाटी के जंगल में सोमवार सुबह पुलिस ने सड़ी गली अवस्था में एक महिला का शव बरामद किया है। शिवनाथ में प्रेमी की भी लाश मिली। हत्या में सहयोगी एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।
बताया जा रहा है कि ये महिला कबीरधाम जिले की रहने वाली है, जो कि बतौर शिक्षिका दशरंगपुर में पदस्थ थी। बेमेतरा निवासी रामाशीष उपाध्याय के साथ उसका प्रेम प्रसंग था, कुछ महीनों से दोनों साथ मे ही रहते थे। ऐसे में दोनों के बीच हुई अनबन में आवेश में आकर प्रेमी रामाशीष उपाध्याय ने अपनी प्रेमिका सपना विश्वकर्मा की हत्या कर उसकी लाश को बेमेतरा से लगभग 250 किलोमीटर दूर केशकाल घाटी में लाकर फेंक दिया था। फिलहाल कबीरधाम पुलिस व केशकाल पुलिस की टीम ने संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुए शव को जंगल से निकाल लिया है। पोस्टमार्टम हेतु मेडिकल कॉलेज कांकेर भेजा गया है।
इस संबंध में कबीरधाम जिले से आए डीएसपी प्रतीक चतुर्वेदी ने बताया कि कबीरधाम जिले के दशरंगपुर चौकी में सपना विश्वकर्मा नामक महिला के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज हुई थी। विवेचना के दौरान कॉल डिटेल, तकनीकी मदद एवं पूछताछ में यह जानकारी मिली कि मृतिका के प्रेमी और मकान मालिक ने मिलकर ही इसकी हत्या कर दी है। फिलहाल मकान मालिक रघुनाथ साहू हमारी गिरफ्त में है, साथ ही बीते रविवार को मुख्य आरोपी रामाशीष उपाध्याय का शव शिवनाथ नदी के किनारे मृत अवस्था में मिला है। मामले में अग्रिम कार्रवाई की जा रही है।
दरअसल ये पूरा मामला प्रेम प्रसंग का है। जिसमें आरोपी रामाशीष उपाध्याय व मृतिका सपना विश्वकर्मा पिछले कुछ वर्षों से बेमेतरा जिले के ग्राम लोलेसरा में रघुनाथ साहू नामक व्यक्ति के घर किराए में साथ रहते थे। बीते 8 अगस्त को उनकी किसी बात पर अनबन हुई, जिसके कारण आवेश में आकर आरोपी रामाशीष उपाध्याय ने अपने मकान मालिक रघुनाथ साहू के साथ मिलकर सपना विश्वकर्मा की हत्या कर दी और उसकी लाश केशकाल घाटी में लाकर फेंक दिया।
कवर्धा में चिल्फी घाटी होने के बावजूद आरोपियों ने 250 किलोमीटर का सफर कर के शव को केशकाल घाटी में ही लाकर क्यों फेंका। तो इसकी वजह यह है कि आरोपी रामाशीष उपाध्याय वर्ष 2007 में बतौर शिक्षक कन्या शाला केशकाल में पदस्थ था। ऐसे में वह केशकाल घाटी की भौगौलिक स्थिति से वाकिफ था। इसलिए उसने प्लान बनाया कि लाश को केशकाल घाटी में ठिकाने लगाने पर पुलिस को कुछ पता नहीं चलेगा।