कोण्डागांव

सतलाल ने मनरेगा से कूप निर्माण कर आय संवृद्धि को दिया बढ़ावा
08-Apr-2023 9:49 PM
सतलाल ने मनरेगा से कूप निर्माण कर आय संवृद्धि को दिया बढ़ावा

साग-सब्जी के उत्पादन को बनाया जीविकोपार्जन का जरिया

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

कोण्डागांव, 8 अप्रैल। जहां चाह-वहां राह की कहावत को अपनी लगन और मेहनत के बूते जिले के बड़ेराजपुर ब्लॉक अन्तर्गत खलारी निवासी सतलाल मरकाम ने चरितार्थ करने के साथ अपने छोटे से परिवार की बेहतर परवरिश कर रहे हैं। करीब डेढ़ एकड़ पैतृक कृषि भूमि में सिंचाई सुविधा नहीं होने के चलते पहले खेती-किसानी को अच्छी तरीके से नहीं कर पाने की कमी को मनरेगा योजना ने अब पूरी कर दी है।

सतलाल बताते हैं कि ग्राम पंचायत की बैठक में जब महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना से निर्धन परिवारों को डबरी निर्माण,कूप निर्माण, कुक्कुट पालन शेड निर्माण इत्यादि की सहायता सम्बन्धी जानकारी मिली तो वे वर्ष 2018-19 में अपने एक एकड़ बाड़ी में कूप निर्माण के लिए प्रस्ताव तैयार कर जमा कर दिये। उक्त प्रस्ताव पर वर्ष 2018-19 में  कूप निर्माण के लिए एक लाख 53 हजार रुपये की स्वीकृति दी गयी, जिससे अपनी खेती-किसानी को बेहतर तरीके से करने की सपने को साकार करने के लिए पूरी तरह समर्पित होकर जुट गये। इस सहायता राशि से सतलाल ने वर्ष 2019 में ही कूप निर्माण कार्य को पूरा कर लिया और 2020 से अपनी बाड़ी में साग-सब्जी का उत्पादन करने लगे। सतलाल ने बताया कि वे आरंभ में विद्युत पंप  के द्वारा सिंचाई की व्यवस्था से बैंगन, टमाटर, लौकी, भिंडी इत्यादि फसल लेकर लगभग 10 से 12 हजार रुपये की आमदनी अर्जित हुई तो मनोबल बढ़ा और विगत दो वर्ष से आलू एवं गोभी की खेती को अपनाया।

 जिससे करीब 18 से 20 हजार रुपये की आय हुई। वहीं बीते साल गर्मी के दौरान प्याज लगाकर अच्छा उत्पादन होने पर इसे आगे बढ़ाने का निर्णय लिया।

सतलाल ने इस साल रबी सीजन में भी आलू एवं गोभी की खेती से लगभग 18 हजार रुपये मुनाफा कमाया है और अभी प्याज की पैदावार लिया है। सतलाल बताते हैं कि साग-सब्जी स्थानीय विश्रामपुरी बाजार में आसानी के साथ विक्रय हो जाता है।

खरीफ सीजन में अपने एक एकड़ में धान की खेती से घर-परिवार के लिए धान का उत्पादन होने की बात कहते सतलाल ने बताया कि  5 सदस्यीय परिवार में माताजी कुंवरबाई एवं पत्नी सोनबती तथा दो छोटे बच्चे हैं। अब खरीफ धान की फसल तथा साग-सब्जी के उत्पादन से परिवार के भरण-पोषण में मदद मिली है। मनरेगा की सहायता के लिए शासन के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हुए सतलाल अपनी आय बढ़ाने के लिए अब कुक्कुटपालन करने की तैयारी कर रहे हैं इस दिशा में उन्हें मनरेगा से कुक्कुट शेड निर्माण के लिए 87 हजार रुपये की सहायता स्वीकृति दी गयी है।

सतलाल ने कुक्कुट शेड निर्माण पूरा होने के पश्चात कुक्कुटपालन को पूरे मनोयोग से करने सहित बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान देने का संकल्प व्यक्त किया।


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