कोण्डागांव

कोंडागांव, 23 फरवरी। बुधवार को भारत स्काउट एवं गाइड जिला संघ कोंडागांव से संबंधित सभी शालाओं में विश्व चिंतन दिवस (वल्र्ड थिंकिंग डे) का आयोजन किया गया। इसी कड़ी में फ्लॉक लीडर दीपमाला वैष्णव कब -बुलबुल टीम बाजारपारा कोंडागांव एवं कब- मास्टर पवन कुमार साहू कब - बुलबुल टीम मुरारीपारा बड़े बेंदरी में विश्व स्काउट एवं गाइड के फाउंडर लार्ड बेडेन पावेल और लेडी बेडेन पावेल की जन्मदिन पर 22 फरवरी को वल्र्ड थिंकिंग डे मनाया गया ।
ज्ञात हो कि विश्व चिंतन दिवस की शुरुआत गल्र्स स्काउट संस्था द्वारा 1932 में की गई। असल में चिंतन दिवस यानी वल्र्ड थिंकिंग डे पूरी दुनिया में सभी लोगों के बारे में सोचने और उनकी चिंताओं को दूर करने हेतु एक पहल है। इसका उद्देश्य गरीबी ,लैंगिक असमानता, पर्यावरण एवं शिक्षा विषय पर विचार एवं चिंतन करना है। दुनिया भर में स्काउट एवं गाइड मूवमेंट अपने स्काउट में वफादार, मददगार, मिलनसार, विनम्रता, दयालु, आज्ञाकारी, हंसमुख, मितव्ययी, साफ सुथरा और बहादुर होने की वैल्यू डालने के लिए प्रसिद्ध है।
स्काउट एवं गाइड मूवमेंट से आज पांच सबक जिसमें मुख्य रुप से लीडरशिप एवं टीम वर्क, पर्सनल रिस्पांसिबिलिटी ,सेल्फ डिसीप्लिन और पर्सनालिटी डेवलपमेंट ,कम्युनिटी सर्विस एवं पॉजिटिव एटीट्यूड सीखने को मिलती है। जिसके तहत लीडरशिप से खुद को अलग -अलग एक्टिविटी के जरिए डेवलपमेंट करनी होती है तथा मानव जीवन चरित्र की पहचान होती है एवं अपनी गलती स्वीकारने की शक्तियां मिलती है। इससे जीवन में लगातार सुधार आती है। साथ ही साथ स्वयं का विकास और कम्युनिटी का सहयोग करने की प्रेरणा मिलती है ।तथा सदैव नया सीखने की इच्छा इंसान को पॉजिटिव बनाती है। स्काउट एवं गाइड आंदोलन मूल्यवान सबक और सिद्धांतों का खजाना प्रदान करता है । जिसे पेशेवर और व्यक्तिगत जीवन दोनों में लागू किया जा सकता है। वल्र्ड थिंकिंग डे के अवसर पर सभी संस्थाओं में सर्वधर्म प्रार्थना सभा का आयोजन कर विश्व शांति का संदेश दिया गया।