कोण्डागांव

कोंडागांव, 4 जनवरी। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में राजधानी रायपुर में 27 से 29 दिसंबर तक राज्यस्तरीय प्रांतीय नारी सशक्तिकरण चेतना शिविर हुआ, जिसमें पूरे छत्तीसगढ़ प्रांत के लगभग 5000 बहनों के साथ-साथ ओडिशा के समीपवर्ती जिलों के बहनों ने भी इस शिविर में भागीदारी ली।
शिविर का मुख्य उद्देश्य नारी को अपने पारिवारिक जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए समाज निर्माण एवं राष्ट्र निर्माण के निमित्त कैसे सशक्त किया जाए, उसके अधिकारों उसके कर्तव्य के प्रति कैसे जागरूक किया जाए, इस पर गहन चिंतन मनन हुआ एवं इस शिविर को दिशा बोध देने अखिल विश्व गायत्री परिवार के प्रमुख परम श्रद्धेया प्रात: स्मरणीय श्रीमति शैलबाला पंड्या एवं गायत्री परिवार की राष्ट्रीय महिला प्रकोष्ठ की निर्देशिका शेफाली पंड्या का शांतिकुंज हरिद्वार से आगमन हुआ। कार्यक्रम का संचालन डॉ. कुंती साहू बहन ने किया।
उल्लेखनीय है कि इस शिविर में कोंडागाँव जिले से 150 समर्पित बहनों ने सक्रिय रूप से भाग लिया शिविर का मुख्य उद्देश्य नारी अपने पारिवारिक दायित्वों का निर्वहन करते हुए समाज एवं राष्ट्र के उत्थान के लिए कैसे योगदान दे सके, इस विषय पर गहन चिंतन मनन हुआ।
शिविर में समाज एवं राष्ट्र के नवनिर्माण में समर्पित बहनों को विशेष रूप से सम्मानित भी किया गया, जिसमें बस्तर क्षेत्र से 11 बहनें सम्मानित होकर वापस आई हैं।
इसी कड़ी में कोंडागांव जिले के उप जॉन समन्वयक चारु लता मनु एवं जिला संयोजिका दीपमाला वैष्णव के नेतृत्व में नारी सशक्तिकरण के लिए समस्त ब्लाक में कार्यशाला आयोजन किया गया ।जिसमें बहनों की टोली में नारी सशक्त बनकर कैसे अपने परिवार , समाज वह राष्ट्र को संस्कारित व सुसंगत बना सकती है, इस विषय पर जोर दिया गया।
साथ ही गर्भ संस्कार के माध्यम से हम आने वाले शिशु को गर्भाशय से ही संस्कारित कर महामानव को जन्म दे,उस विषय पर भी कार्य किया गया । इसके लिए प्रांतीय कार्यक्रम में चारु लता मनु, दीपमाला वैष्णव, लता पटेल, गीता कश्यप, दुर्गा साहू, श्यामा साहू, पदमा ध्रुव, लक्ष्मी कश्यप एवं हेमा ध्रुव को प्रशिक्षक सम्मान से सम्मानित किया गया।