कोण्डागांव

केशकाल/विश्रामपुरी, 10 अक्टूबर। सर्व आदिवासी समाज के प्रांतीय आह्वान पर सोमवार को बस्तर संभाग में आरक्षण बचाओ आंदोलन के तहत एकदिवसीय नगर बंद एवं धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसी क्रम में केशकाल नगर और विश्रामपुरी में भी सोमवार की सुबह से ही सभी दुकानें स्वस्फूर्त बंद रहीं। केशकाल के रावणभाठा मैदान में आदिवासी समाज के लोगों ने हजारों की संख्या में एकत्रित होकर धरना प्रदर्शन भी किया। तो वहीं विश्रामपुरी बाजार स्थल में हजारों आदिवासियों ने विशाल रैली निकाल कर एसडीएम और तहसीलदार को ज्ञापन सौंप कर यह प्रदर्शन समाप्त किया गया।
ज्ञात हो कि सर्व आदिवासी समाज के प्रांतीय आवाह्न पर अनुसूचित क्षेत्र जैसे बस्तर एवं सरगुजा संभाग में स्थानीय सम्भाग एवं जिला स्तर पर 100 प्रतिशत प्रतिनिधित्व दिए जाने एवं राज्य स्तर पर आदिवासी समुदाय को पुन: 32 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने की मांग को लेकर आरक्षण बचाओ आंदोलन के तहत एकदिवसीय बंद एवं धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया था। जिसके परिपालन में केशकाल में भी यह विरोध प्रदर्शन किया गया है।
इसी तारतम्य में केशकाल में भी सोमवार की सुबह लगभग 11 बजे से नगर के रावणभाठा मैदान में आयोजित धरना प्रदर्शन में सर्व आदिवासी समाज ब्लॉक इकाई केशकाल के बड़ी संख्या में पदाधिकारी, महिला, पुरुष व युवा वर्ग शामिल हुए थे। जहां समाज के सियान जनों ने बारी बारी से सम्बोधित करते हुए आरक्षण कम किये जाने के सम्बंध में उद्बोधन दिया। ततपश्चात समाज के हजारों की संख्या में लोगों ने पारम्परिक वेशभूषा धारण कर नगर के मुख्यमार्गों से होते हुए रैली निकाल कर जमकर नारेबाजी करते हुए बस स्टैंड पहुंचे। जहां एसडीएम शंकरलाल सिन्हा के माध्यम से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, छ.ग की राज्यपाल अनुसुईया उइके एवं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नाम ज्ञापन सौंप कर उक्त सभी मांगों को पूरी करने का आग्रह किया है और यदि जल्द से जल्द यह मांगे पूरी नहीं होती हैं तो आदिवासी समुदाय जन आंदोलन करेगा, जिसकी पूर्ण जवाबदेही राज्य सरकार की होगी।